शुक्रवार, 1 जून 2012

किसी का देवता किसी के लिये दानव


आज आरा में रणवीर सेना के संस्थापक ब्रह्मेश्वर सिंह की हत्या में भारतीय जनता पार्टी के सहयोगी दल जनता दल (यू) के विधायक श्री सुनील पाण्डेय का नाम आया है। मृतक ब्रह्मेश्वर सिंह की हत्या को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने राजनीति करनी शुरू की ही थी कि उसी के सहयोगी दल के विधायक का नाम हत्या में आने के बाद उसकी स्तिथि सांप-छछूंदर जैसी हो गयी। भारतीय जनता पार्टी व सरकार इस हत्या को माओवादियों के सर मढ़कर अपनी राजनीति चमकाना चाहते थे किन्तु मृतक सिंह के परिवार वालों ने सुनील पाण्डेय का नाम लेकर उनकी राजनीति को असफल कर दिया ।
मृतक ब्रह्मेश्वर सिंह दिसंबर 1997 में 58 दलितों का नरसंहार के आरोपी थे रणवीर सेना का गठन भूमिहीन दलितों कमजोर तबकों को उसी स्तिथि में बनाये रखने के लिये किया गया था जो ओछी मानसिकता वाले शोषक सवर्णों की तरफ से दलितों व पिछड़ों को बन्दूक की नोक पर उनका दमन करते थे। रणवीर सेना को भाजपा जैसे सवर्ण दल का समर्थन प्राप्त था। इस हत्याकांड के बाद भाजपा ने जिस कदर उत्पात मचा कर दलितों और पिछड़ों को डराने का सन्देश दिया है वह भी अदभुद है। यहीं पर भाजपा के हिन्दुवत्व के सिद्धांत की भी कलई खुल जाती है। शोषकों के लिये मृतक ब्रह्मेश्वर सिंह देवता थे वहीँ भूमिहीन दलित-पददलित व शोषित जनता के लिये दानव थे।

सुमन
लो क सं घ र्ष !

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