tag:blogger.com,1999:blog-8216241735171433424.post2937271300592130421..comments2024-03-25T12:20:31.912+05:30Comments on लो क सं घ र्ष !: न्यायपालिका की स्वतंत्रता - अन्तिम भागRandhir Singh Sumanhttp://www.blogger.com/profile/18317857556673064706noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-8216241735171433424.post-48721657907818452522009-12-01T12:12:34.202+05:302009-12-01T12:12:34.202+05:30‘हमने परिवर्तन की भयानकता को देखा है, मुझे डर है क...‘हमने परिवर्तन की भयानकता को देखा है, मुझे डर है कि अभी हालात इससे भी खराब आने हैं। एक ऐसा राजनैतिक तूफान आएगा, जिससे समाज में अव्यवस्था बढ़ेगी, सरकारें और निर्बल होंगी एवं जनता और क्रुद्ध होगी-ऐसी जनता जिसने अपने नेताओं और स्वयं अपने भविष्य में विश्वास को खो दिया होगा।’’<br />...........bahut achchi tippani...mark raihttps://www.blogger.com/profile/11466538793942348029noreply@blogger.com