tag:blogger.com,1999:blog-8216241735171433424.post4026501215354349187..comments2024-03-25T12:20:31.912+05:30Comments on लो क सं घ र्ष !: एक मशहूर पालतू शेर : सावरकरRandhir Singh Sumanhttp://www.blogger.com/profile/18317857556673064706noreply@blogger.comBlogger9125tag:blogger.com,1999:blog-8216241735171433424.post-74720870749173001732011-06-12T12:10:44.467+05:302011-06-12T12:10:44.467+05:30sundar post hai, bhai.....if kisi svarkar bhakt ko...sundar post hai, bhai.....if kisi svarkar bhakt ko baat galat lage to use sabooton ke saath khandan karna chahiye<br /><br /><br />http://navkislaya.blogspot.com/<br /><br /><br />such ko pralaap kahne maatra se kaam nahi chalega "babu sa"Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8216241735171433424.post-89565471558393736832011-06-11T21:06:26.833+05:302011-06-11T21:06:26.833+05:30सावरकर के बारे में पत्रकार श्री शेष नारायण सिंह ने...सावरकर के बारे में पत्रकार श्री शेष नारायण सिंह ने भी दूसरी पुस्तक के हवाले से ऐसे ही विचार प्रस्तुत किये थे.गाली -गुफ्तार करना तो आर.एस.एस.समर्थकों का धर्म ही है,वे और क्या कर सकते हैं?vijai Rajbali Mathurhttps://www.blogger.com/profile/01335627132462519429noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8216241735171433424.post-51486631990788807052011-06-11T16:15:05.561+05:302011-06-11T16:15:05.561+05:30विडियो की लिंक ब्लॉग पर डालने के लिए लिंक को ’edit...विडियो की लिंक ब्लॉग पर डालने के लिए लिंक को ’edit html' का tab चुनकर डालें । इसे प्रकाशित करने पर विडियो सीधे आपके पृष्ट पर प्रकाशित होगा।<br />’लोकसंघर्ष’ का शुक्रिया ।<br />दक्षिणपंथी बतायें १९४७ से १९६६ तक सावरकर को संघियों की मुख्यधारा में नेतृत्व तो छोड़िए स्थान क्यों नहीं मिला??<br />इस पालतू शेर के अलावा राष्ट्रतोड़क राष्ट्रवाद की धारा में एक भी व्यक्ति राष्ट्रीय आन्दोलन में जेल नहीं गया।हेगड़ेवार संघ की स्थापना के पहले कांग्रेस के आन्दोलन में एक बार गये थे। <br />भारत छोड़ो के साथ भी नहीं रहे और भारत छोड़कर जर्मनी जापान जाने वालों के साथ भी नहीं।अफ़लातूनhttp://samatavadi.wordpress.comnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8216241735171433424.post-28175428058388569932011-06-11T11:32:54.283+05:302011-06-11T11:32:54.283+05:30सावरकर का किया धारा सब रिकार्ड में है. यहाँ आकर गा...सावरकर का किया धारा सब रिकार्ड में है. यहाँ आकर गालियाँ देकर अपनी असलियत दिखाने से बेहतर होता कि कुछ पढ-लिखकर तर्क देते.सावरकर गद्दार थे..यह एक सिद्ध तथ्य है.Ashok Kumar pandeyhttps://www.blogger.com/profile/12221654927695297650noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8216241735171433424.post-84877564799334191292011-06-11T10:20:06.650+05:302011-06-11T10:20:06.650+05:30और आप वामपंथियों, मुस्लिमों व अरब देशों के पालतू क...और आप वामपंथियों, मुस्लिमों व अरब देशों के पालतू कुत्ते हैं क्यों गलत तो नहीं कहा...शैलीhttps://www.blogger.com/profile/01029681797741056741noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8216241735171433424.post-39981433205940608842011-06-11T06:58:41.422+05:302011-06-11T06:58:41.422+05:30वामपंथी प्रलाप का एक और बढ़िया नमूना !!वामपंथी प्रलाप का एक और बढ़िया नमूना !!Gyan Darpanhttps://www.blogger.com/profile/01835516927366814316noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8216241735171433424.post-4551226301158612922011-06-10T23:56:35.596+05:302011-06-10T23:56:35.596+05:30किया कैसे नहीं कुछ वीर -सावरकर ने "टू नेशन थ...किया कैसे नहीं कुछ वीर -सावरकर ने "टू नेशन थियरी के जनक सावरकर ही थे "जिसे जिन्ना ने हड़प लिया .और अब कोंग्रेस उसी पे चल रही है बस नाम बदल गया है जिसके पर्यायवाची अनेक हैं :-<br />(१)सेक्युलरिज्म -वीर सेक्युलर ।<br />(२)अल्प -संख्यक ।<br />बेशक हिन्दू महा -सभा उन्हीं का ब्रेन चाइल्ड थी .कोंग्रेस का भी कुछ हिस्सा वहीँ से निकला है ।<br />वैसे आपकी दूसरी पोस्ट ने भी आपके सवाल का ज़वाब दे दिया है -केदार नाथ कादर साहब ने .कुछ कैसे नहीं किया -<br />पीछे हाट जाने से भी देखो हार नहीं होती ....virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8216241735171433424.post-68297093633445425012011-06-10T23:53:56.497+05:302011-06-10T23:53:56.497+05:30किया कैसे नहीं कुछ वीर -सावरकर ने "टू नेशन थ...किया कैसे नहीं कुछ वीर -सावरकर ने "टू नेशन थियरी के जनक सावरकर ही थे "जिसे जिन्ना ने हड़प लिया .और अब कोंग्रेस उसी पे चल रही है बस नाम बदल गया है जिसके पर्यायवाची अनेक हैं :-<br />(१)सेक्युलरिज्म -वीर सेक्युलर ।<br />(२)अल्प -संख्यक ।<br />बेशक हिन्दू महा -सभा उन्हीं का ब्रेन चाइल्ड थी .कोंग्रेस का भी कुछ हिस्सा वहीँ से निकला है ।<br />वैसे आपकी दूसरी पोस्ट ने भी आपके सवाल का ज़वाब दे दिया है -केदार नाथ कादर साहब ने .कुछ कैसे नहीं किया -virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8216241735171433424.post-59327686826395119012011-06-10T23:52:06.803+05:302011-06-10T23:52:06.803+05:30इसीलिए तो कहा गया है -
अन -पढ़ जाट पढ़ा जैसा और
पढ...इसीलिए तो कहा गया है -<br />अन -पढ़ जाट पढ़ा जैसा और<br />पढ़ा लिखा जाट खुदा जैसा ।<br />और यह भी जाट मरो जब जानियो जब तीज़ा हो जाए .(सलामत रहे हमारा जाट ,बुरी नजर वाले तेरा मुंह काला ,मुंह में तेरे बज़र्बट्टू का निवाला .).virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.com