tag:blogger.com,1999:blog-8216241735171433424.post5420662502984356081..comments2024-03-25T12:20:31.912+05:30Comments on लो क सं घ र्ष !: राष्ट्रिय हितों के सौदागर है ये निक्कर वाले....तो यह हाल तलवार भाजने वाले लौहपुरुष और योद्धाओ का है ।Randhir Singh Sumanhttp://www.blogger.com/profile/18317857556673064706noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-8216241735171433424.post-3285693416006288222009-08-23T13:22:42.558+05:302009-08-23T13:22:42.558+05:30आडवाणी को इस "कंधार दुषकृत्य" हेतु गरिया...आडवाणी को इस "कंधार दुषकृत्य" हेतु गरियाने के लिये धन्यवाद। हमने भी उन्हें कंधार और जिन्ना दो गलतियों के लिये कभी माफ़ नहीं किया है, न करेंगे, इसलिये आपकी इस बात से सहमत। फ़िर भी समय मिले तो चरारे-शरीफ़, हजरतबल, रुबिया सईद, वीरप्पन-राजकुमार अपहरण कांड, आदि पर भी प्रकाश डालिये और उसमें कांग्रेस की भूमिका पर कुछ विचार कीजिये आपको पता चलेगा कि राष्ट्र को नपुंसक बनाने की प्रक्रिया की शुरुआत कहाँ से हुई…। भाजपा को कंधार में एक मौका मिला था, लेकिन वह उसने गंवा दिया, और इस एक गलती के लिये उसे कांग्रेस के 100 पापों से अधिक सुनना पड़ा है…। आखिर धर्मनिरपेक्षता है भाई… :) <br /><br />वैसे इस ब्लाग पर आपने एक कविता भी मेरे नाम से समर्पित की है… मेरा नाम लिखने से हिट्स ज्यादा मिलते हैं क्या? आजकल जिसे देखो, ब्लाग के शीर्षक में मेरा नाम घुसा देता है? दो-चार-दस को साथ लेकर लिखने के बावजूद मेरा नाम लिखने की आवश्यकता क्यों पड़ती है भाई?Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/02326531486506632298noreply@blogger.com