tag:blogger.com,1999:blog-8216241735171433424.post5588448404739895327..comments2024-03-25T12:20:31.912+05:30Comments on लो क सं घ र्ष !: मोदी साहब लूट ऐसी होनी चाहिए , जनता के शरीर पर खाल भी न रहे Randhir Singh Sumanhttp://www.blogger.com/profile/18317857556673064706noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-8216241735171433424.post-24123942014610364212016-02-08T20:26:05.011+05:302016-02-08T20:26:05.011+05:30अच्छे दिनों की चाहत में भेडियों की जमात में खरगोश ...अच्छे दिनों की चाहत में भेडियों की जमात में खरगोश फंस गए हैं. अब देखना है कि खरगोशों की क्या हालत होगी. तुलसीदास की यह सोच इस समय बखूबी लागू होती है. विभीषण भी अफीम के नशे में है. जग नहीं सकता है.<br />लंका निसिचर निकर निवासा। इहाँ कहाँ सज्जन कर बासा॥<br />मन महुँ तरक करैं कपि लागा। तेहीं समय बिभीषनु जागा॥कविता रावत https://www.blogger.com/profile/17910538120058683581noreply@blogger.com