tag:blogger.com,1999:blog-8216241735171433424.post7484575308201529500..comments2024-03-25T12:20:31.912+05:30Comments on लो क सं घ र्ष !: कला को सलाम, अपराध के लिए दंडRandhir Singh Sumanhttp://www.blogger.com/profile/18317857556673064706noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-8216241735171433424.post-14735220017889473062011-02-16T00:22:33.676+05:302011-02-16T00:22:33.676+05:30मैं राहत अली के गायन का प्रशंसक हूं.
भारत से कमा...मैं राहत अली के गायन का प्रशंसक हूं. <br /><br />भारत से कमाई, बैध रूप से भी ले जाई जा सकती है. वह रास्ता कहीं बेहतर होता बस टैक्स ही तो देना होता. <br /><br />पर दिक़्कत ये है कि हमारे यहां काली कमाई को कला के नाम पर खर्च करने का रिवाज है इसलिए राहत जैसे कलाकारों को कोई सफेद कमाई कहां से लाकर देगा...Kajal Kumar's Cartoons काजल कुमार के कार्टूनhttps://www.blogger.com/profile/12838561353574058176noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8216241735171433424.post-79869524397931605152011-02-15T19:16:55.099+05:302011-02-15T19:16:55.099+05:30सिद्धांत तो यह होना चाहिए उनकी कला को सलाम और अपरा...सिद्धांत तो यह होना चाहिए उनकी कला को सलाम और अपराध के लिए दंड।<br />-बहुत सही लिखते हैं .<br /><br /><b><a href="http://www.cmindia.in/2011/02/blog-post_15.html" rel="nofollow">'मिलिए रेखाओं के अप्रतिम जादूगर से ' </a></b>Creative Manchhttps://www.blogger.com/profile/06744589000725201971noreply@blogger.com