सोमवार, 11 जनवरी 2016

हिंदुवत्व का मुखौटा नहीं था

राजमाता जिजाऊ उर्फ़ जीजाबाई का जन्म 12 जनवरी 1598 को महाराष्ट्र में हुआ था। उनकी प्रेरणा से ही उनके पुत्र छत्रपति शिवाजी ने अपना शासन प्राप्त करने के लिए हर तरह के प्रशिक्षण में निपुण होकर भारत को एक राष्ट्र के सूत्र में पिरोया।
 जीजाबाई की धर्मनिरपेक्ष नीति के कारण ही छत्रपति शिवाजी के धर्मनिरपेक्ष शासक बन सके. शिवाजी के तोपखाना प्रमुख इब्राहीम खान, नौसेना प्रमुख दौलत खान, कमांडर सर नूर खान, मदारी मेहतर के साथ आगरा में कैद, उनके वकील थे काजी हैदर, उनका चित्रकार मेरे मोहम्मद, शिवाजी को अफजलखान वध के लिए बाघ नख भेजने वाला रुस्तमे जमाल था. इसके अतिरिक्त उनके 31 अंगरक्षकों में से 10 मुसलमान थे. 
                 जीजाबाई किसान जाति की थी . इनके पति शाहजी भोंसले अहमदनगर राज्य में सैनिक थे.
जीजाबाई की दूरदर्शिता के कारण ही छत्रपति शिवाजी आगे बढे और एक समता मूलक समाज की अवधारणा के तहत कार्य किया लेकिन नागपुर मुख्यालय ने उनके सभी कामो को हिन्दू-मुसलमान के आधार पर उनकी गलत छवि को पेश किया. नागपुर मुख्यालय का जो हिन्दुवत्व के मुखौटे का नया चेहरा तैयार किया जिसने शिवाजी और उनकी माँ की छवि भी धूमिल कर दी. हिन्दू-मुसलमान की कोई बात ना तो राजमाता जिजाऊ में थी और न ही शिवाजी में इसीलिए यह सीधे तौर पर कहा जा सकता है कि अगर शिवाजी हिन्दुवत्व वादी होते तो निश्चित रूप से एक आध मस्जिद जरूर गिराए होते लेकिन यह ऐतिहासिक तथ्य है कि जीजाबाई की सोच हिन्दुवत्व या नागपुरी विचारधारा नहीं था.
आज शिवाजी महाराज के परिवार का जो चेहरा नागपुर मुख्यालय पेश करता है वह कतई नहीं था. अगर जीजाबाई के समय में नागपुर मुख्यालय इस तरह की तस्वीर पेश करता तो निश्चित रूप से जीजाबाई व छत्रपति शिवाजी महाराज का मुख्य दुश्मन मुख्यालय ही होता.

सुमन 
शिवाजी महाराज का तोपखाना प्रमुख- "इब्राहिम खान" ...!
नौसेना प्रमुख -"दौलत खान" ....!
घुडसवार सेना प्रमुख- "सिद्दी हिलाल" ......!
कमांडर-सर- "नूर खान" .... !
शिवाजी महाराज के साथ आगरा कैद में कौन गया था ... मदारी मेहतर" ....
शिवाजी महाराज के वकील थे "काजी हैदर" ....
शिवाजी महाराज जो अकेला चित्र उपलब्ध है उसका चित्रकार ... "मीर मोहम्मद" ......
शिवाजी महाराज को अफजालखान वध के लिए बाघ नख भेजने वाला.. "रूस्तमे जमाल"
एक मुस्लिम था ....
अगर शिवाजी महाराज की सेना के इतने प्रमुख अधिकारी मुस्लिम थे तो फिर उन्हें मुस्लिम विरोधी कैसे हो सकता है???
शिवाजी महाराज, 31 अंगरक्षक.. उनमें से .10 मुसलमान थे
(अंगरक्षक क्या कर सकता है इसका बेहतरीन उदाहरण ""इंदिरा गाँधी"" है)
शिवाजी महाराज कोई मस्जिद
नहीं गिराई । कोई कुरान नहीं जलाया.....
इस बात पर गंभीरता से इस देश में विचार होना चाहिए ....
रायगढ़ किला राजधानी बनाने के बाद किला बनाने पर उन्होंने किला परिसर मैं हिंदू सैनिकों के लिए मंदिर और मुस्लिम सैनिकों के लिए मस्जिद दोंनों का निर्माण करवाया..
कहने के लिए बहोत सी बातें है.. मगर सारांश इतना सा है की शिवाजी महाराज का स्वराज्य का सपना एक ऐसे राष्ट्र का था जहाँ सभी धर्म के लोगों को समान नीति के साथ न्याय दिया जा सके...
अफजाल खान के वध के बाद उसकी बेसहारा लाश को इज्ज़त से दफ़नाकर उन्होंने शौर्य के साथ इंसानियत की मिसाल जो मिसाल कायम की. उसी पर आज हमारे यहाँ राजनीति गरमाई हुई है..
हमें मिलकर इस सच को आगे लाना होगा जिससे हम - See more at: http://communistvijai.blogspot.in/2015/02/ameeque-jamei.html#sthash.bClcMU46.dpuf
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नौसेना प्रमुख -"दौलत खान" ....!
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शिवाजी महाराज के साथ आगरा कैद में कौन गया था ... मदारी मेहतर" ....
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एक मुस्लिम था ....
अगर शिवाजी महाराज की सेना के इतने प्रमुख अधिकारी मुस्लिम थे तो फिर उन्हें मुस्लिम विरोधी कैसे हो सकता है???
शिवाजी महाराज, 31 अंगरक्षक.. उनमें से .10 मुसलमान थे
(अंगरक्षक क्या कर सकता है इसका बेहतरीन उदाहरण ""इंदिरा गाँधी"" है)
शिवाजी महाराज कोई मस्जिद
नहीं गिराई । कोई कुरान नहीं जलाया.....
इस बात पर गंभीरता से इस देश में विचार होना चाहिए ....
रायगढ़ किला राजधानी बनाने के बाद किला बनाने पर उन्होंने किला परिसर मैं हिंदू सैनिकों के लिए मंदिर और मुस्लिम सैनिकों के लिए मस्जिद दोंनों का निर्माण करवाया..
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अफजाल खान के वध के बाद उसकी बेसहारा लाश को इज्ज़त से दफ़नाकर उन्होंने शौर्य के साथ इंसानियत की मिसाल जो मिसाल कायम की. उसी पर आज हमारे यहाँ राजनीति गरमाई हुई है..
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एक मुस्लिम था ....
अगर शिवाजी महाराज की सेना के इतने प्रमुख अधिकारी मुस्लिम थे तो फिर उन्हें मुस्लिम विरोधी कैसे हो सकता है???
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(अंगरक्षक क्या कर सकता है इसका बेहतरीन उदाहरण ""इंदिरा गाँधी"" है)
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