शनिवार, 14 जून 2025

हारेगा इजराइल - जीतेगा एशिया

इसराइल एक फितना है, तथा खल राष्ट्र है , जो लड़ाई, भिड़ाई और दूसरों को सताने के सिवा कोई काम नहीं करता. यह पश्चिम एशिया में अमेरिका का शैतानी अवतार है. ईरान हम सभी एशिया वासियों के लिए संस्कृति और संगीत की धरोहर है. वह आदि काल से ही समस्त एशिया वासियों को अपनी धन और बौद्धिक सम्पदा का दान देता रहा है. समस्त एशिया उसके पक्ष में एकजुट हो. भारत वासियों का दायित्व है कि वह अपने देश में इसराइल जैसी आक्रमण कारी मानसिकता रखने, तथा उसे अपना आदर्श मानने वाले व्यक्ति एवं संगठनों का सत्यानाश करें. ईरान हारेगा, तो एशिया हारेगा. राग यमन कल्याण के आविष्कारक तथा प्रदाता देश की जय हो, विजय हो. -राजीव नयन बहुगुणा

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सुमन
लोकसंघर्ष