मंगलवार, 9 दिसंबर 2025
स्टालिन और हिटलर में अंतर फिर आप कहते हैं कि स्तालिन तानाशाह थे
स्टालिन और हिटलर में अंतर
फिर आप कहते हैं कि स्तालिन तानाशाह थे
चर्चिल अपनी बहुचर्चित पुस्तक Memoirs of Second World war में लिखते हैं-
'आंग्ल-रूसी संधि पर हस्ताक्षर हेतु मैं मास्को गया था। मास्को छोड़ने के एक दिन पहले अचानक मेरे कमरे में स्तालिन और मलोटोव हाजिर हुये। स्तालिन ने कहा लड़ाई-वड़ाई तो काफी हुई-एक अच्छा सा समझौता भी हो गया। आप तो कल चले ही, आज हम थोड़ा मस्ती कर लें। मेरे मकान में चलिए।'
चर्चिल आगे लिखते हैं 'रूस का महान तानाशाह अपने यहाँ न्योता दे रहे हैं, जरूर आज कोई खास चीज देखने को मिलेगी। स्तालिन ने कहा आपको कोई पहरेदार ले चलने की जरुरत नहीं है, मेरे पास तो है ही, आप अकेले ही चलें। क्रेमलिन के अन्दर जा रहे हैं, संतरियों का अभिवादन मिल रहा है। थोड़ी देर बाद एक छोटा, पीले रंग का दुमहला मकान के सामने गाड़ी रूकी। स्तालिन उस मकान की निचली मंजिल में मुझे ले गये।
उन्होंने कहा ऊपरी मंजिल में मेरे गुरु यानी लेनिन रहते थे, इसलिए मैं उसका इस्तेमाल नहीं करता, बल्कि उसे एक म्यूजियम बनवा दिया है। निचली मंजिल में तीन कमरे हैं, एक में मैं और मेरी पत्नी, दूसरे में बेटी रहती है और तीसरे में पार्टी सदस्यों के बैठकी है।' चर्चिल लिखते हैं, 'मुझे तो जोर का झटका लगा। महान रूस के महान तानाशाह मात्र तीन कमरे के फ्लैट में रहते हैं! उसमें भी केवल एक ही कमरा उनके और उनकी पत्नी के लिए अलग किया हुआ है!
बहरहाल स्तालिन ने कहा मुझे कुछ वक्त छुट्टी दें, आपके लिए खाना बनाना है। मैंने कहा आपके पास कोई रसोइया नहीं है? स्तालिन ने कहा नहीं, मैं और मेरी पत्नी मिलकर खाना बनाते हैं। फिर एक झटका! महान रूस के महान डिक्टेटर खुद खाना बनाते हैं।' चर्चिल आगे लिखते हैं 'अच्छी बात है। आज आपकी पत्नी अकेले ही खाना बनाये और आप मेरे पास बैठें।
अभी और भी हैरान होना बाकी था। स्तालिन ने कहा मैं लाचार हूँ। वह घर पर नहीं हैं, कारखाना गई हैं। कपड़ा मिल में काम करती हैं। पाँच बजे छुट्टी होगी, तब घर आयेंगी। यह सुनकर मैं बिल्कुल चारों खाने चित्त हो गया। ग्रेट डिक्टेटर की पत्नी कारखाने में काम करती हैं!'
साथी Rajendra Prasad के सौजन्य से ...
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)

कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें