बुधवार, 15 अक्टूबर 2025

हरेन पांड्या हत्या की कहानी : जब पिता ने लगाया था मोदी पर हत्या का आरोप

हरेन पांड्या हत्या की कहानी : जब पिता ने लगाया था मोदी पर हत्या का आरोप हरेन पांड्या के पार्थिव शरीर पर पार्टी का झंडा डालते हुए नरेन्द्र मोदी. गुजरात बीजेपी में मोदी के विरोधी पांड्या की साल 2003 में हत्या कर दी गई थी. विनोद के जोस सुप्रीम कोर्ट ने गुजरात के पूर्व गृहमंत्री हरेन पांड्या की हत्या के मामले में हाई कोर्ट से बरी हुए 12 लोगों को दोषी करार दिया है. न्यायाधीश अरुण मिश्रा की अध्यक्षता वाली पीठ ने आज सीबीआई और गुजरात सरकार की याचिकाओं पर यह फैसला सुनाया. पांड्या की हत्या 26 मार्च को कर दी गई थी. सीबीआई का दावा है कि राज्य में 2002 के सांप्रदायिक दंगों का बदला लेने के लिए उनकी हत्या की गई थी लेकिन “पांड्या के पिता विट्ठलभाई पांड्या ने सरेआम मोदी पर अपने बेटे की हत्या का आरोप लगाते हुए इससे संबंधित एक याचिका सुप्रीम कोर्ट में दाखिल की थी”. 2007 में इस मामले पर फैसला सुनाते हुए, विशेष अदालत ने 12 आरोपियों को दोषी ठहराया था और उम्रकैद की सजा सुनाई थी. लेकिन 29 अगस्त 2011 को गुजरात हाई कोर्ट ने इस फैसले को पलटते हुए सभी आरोपियों को बरी कर दिया था. सीबीआई ने 2012 में हाई कोर्ट के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी. नीचे प्रस्तुत है मार्च 2012 में कारवां में प्रकाशित “बेताज बादशाहः नरेन्द्र मोदी का उदय” का वह अंश जो पांड्या की हत्या से जुड़े रहस्यों की पड़ताल करता है. आरएसएस से आने वाले और मीडिया में जबरदस्त पैठ रखने वाले, लंबे और सुंदर ब्राह्मण हरेन पांड्या गुजरात बीजेपी के भीतर मोदी के जबरदस्त राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी थे. दोनों सार्वजनिक रूप से 2001 में भिड़े. वह वक्त था जब मुख्यमंत्री नियुक्त हो जाने के बाद मोदी विधानसभा में अपनी जीत के लिए सुरक्षित सीट ढूंढ रहे थे. वह पांड्या के क्षेत्र अहमदाबाद के एलिसब्रिज से उपचुनाव लड़ना चाहते थे. यह बीजेपी के लिए बेहद सुरक्षित सीट थी. लेकिन पांड्या, मोदी के लिए सीट छोड़ने के लिए राजी नहीं हुए. बीजेपी के एक राज्य पदाधिकारी ने पांड्या के कथन को इस तरह याद किया, “मुझे बीजेपी के किसी युवा के लिए यह सीट खाली करने को कहा जाए तो मैं कर दूंगा, लेकिन इस आदमी के लिए नहीं करूंगा.” दंगों के तीन महीने बाद मई 2002 में पांड्या ने गुप्त रूप से न्यायमूर्ति वीआर कृष्ण अय्यर की अगुआई में एक स्वतंत्र जांच-समिति को अपना बयान दे दिया. मोदी को पता नहीं चल सकता था कि पांड्या ने क्या कहा है. लेकिन लिखित रिकॉर्ड से पता चलता है कि मोदी के प्रधान सचिव पीके मिश्रा ने राज्य खुफिया एजेंसी के महानिदेशक को पांड्या पर नजर रखने के निर्देश दिए थे, खासकर जांच-समिति से जुड़ी गतिविधियों पर. खुफिया एजेंसी के महानिदेशक ने 7 जून 2002 को रजिस्टर में लिखा है, “डॉ पीके मिश्रा ने कहा है कि ऐसा शक है कि राजस्व मंत्री श्री हरेनभाई पांड्या के मामले में शामिल हैं. इसके बाद उन्होंने एक मोबाइल नंबर 9824030629 दिया और कॉल डिटेल की जानकारी मांगी.” पांच दिनों बाद 12 जून 2002 को रजिस्टर में एक और एंट्री है, “डॉ पीके मिश्रा को सूचित किया गया है कि जिस मंत्री की निजी जांच आयोग (न्यायमूर्ति वीआर कृष्ण अय्यर) से मुलाकात हुई है वह श्री हरेन पांड्या हैं. मैंने यह भी बताया कि मामला लिखित में नहीं दिया जा सकता क्योंकि यह मुद्दा काफी संवेदनशील है और राज्य खुफिया ब्यूरो को दिए गए कर्तव्यों का चार्टर बॉम्बे पुलिस मैनुअल से जुड़ा नहीं है. यह भी पता चला है कि फोन नंबर 9824030629 हरेनभाई पांड्या का मोबाइल नंबर है.” जल्द ही समाचारों से पता चला कि मोदी मंत्रिमंडल के किसी मंत्री ने अय्यर कमीशन के सामने बयान दिया है और ट्रेन जलाए जाने के दिन मोदी के आवास पर हुई मीटिंग के बारे में पहली बार यह पता चला कि उस बैठक में मोदी ने कथित तौर पर उच्च पुलिस और खुफिया अधिकारियों को आदेश दिया कि अगले दिन गोधरा मामले में न्याय होगा और पुलिस को “हिंदू प्रतिक्रिया” की राह में न आने के आदेश दिए. इस लीक की वजह से मोदी को पांड्या के खिलाफ बीजेपी में अनुशासन का मामला बनाने के पर्याप्त सबूत मिल गए. जिसके दो महीने बाद पांड्या को मंत्रिमंडल से इस्तीफा देने के लिए मजबूर होना पड़ा. लेकिन मोदी यहीं नहीं रुके. राज्य में दिसंबर 2002 में चुनाव होने थे और मोदी के हाथ वह मौका लग गया जिसके तहत वह पांड्या को एलिसब्रिज की उस सीट के लिए मना कर सकते थे जिसे एक साल पहले पांड्या ने खाली करने से इनकार कर दिया था. बीजेपी के भीतर मुख्यमंत्री के करीबी एक शख्स ने मुझसे कहा, “मोदी न तो कभी भूलते हैं और न ही कभी माफ करते हैं. एक नेता के लिए इतने लंबे समय तक बदला लेने में लगे रहना अच्छी बात नहीं होती.” पार्टी के उस पदाधिकारी के मुताबिक पांड्या मोदी से मिलने हॉस्पिटल गए थे. हरेन ने मोदी से कहा था, “बुजदिल की तरह सोने का नाटक मत कीजिए. मुझे ''न'' कहने की हिम्मत दिखाइए.” मोदी ने पांड्या से वह सीट छीन ली जिसका वह 15 सालों से प्रतिनिधित्व करते आए थे. बीजेपी और आरएसएस के नेतृत्व ने मोदी से ऐसा नहीं करने को कहा. लेकिन मोदी अड़े रहे. नवंबर के अंत में आरएसएस नेता मदन दास देवी मोदी से उनके आवास पर मिलने आए और उन्हें आरएसएस प्रमुख केएस सुदर्शन, उनके डिप्टी मोहन भागवत, एलके आडवाणी और अटल बिहारी वाजपेयी का संदेश सुनायाः बहस करना बंद कीजिए, चुनाव से पहले फूट मत डालिए और पांडया को उनकी सीट वापस दे दीजिए. देवी ने मोदी से देर रात तक बात की लेकिन मोदी नहीं माने. राज्य के पार्टी पदाधिकारी ने बताया, “उन्हें (मोदी) पता था कि उन्हें नागपुर (संघ मुख्यालय) और दिल्ली से फोन आने लग जाएंगे क्योंकि उन्होंने देवी की बात नहीं मानी थी. सो उस रात सुबह 3 बजे वह खिंचाव और थकान की वजह बताकर गांधीनगर सिविल अस्पताल में भर्ती हो गए.” पार्टी के उस पदाधिकारी के मुताबिक पांड्या मोदी से मिलने हॉस्पिटल गए थे. हरेन ने मोदी से कहा था, “बुजदिल की तरह सोने का नाटक मत कीजिए. मुझे ''न'' कहने की हिम्मत दिखाइए.” मोदी टस से मस नहीं हुए. आखिरकार, आरएसएस और बीजेपी के नेताओं ने हार मान ली. मोदी दो दिनों बाद हॉस्पिटल से निकले और पांड्या की सीट नए नेता को दे दी गई. दिसंबर में वह गोधरा से उपजी सांप्रदायिकता की लहर पर सवार होकर सत्ता में वापस लौट आए. उधर पांड्या ने दिल्ली से गुजरात तक बीजेपी और आरएसएस के हर बड़े नेता से मिलना शुरू कर दिया और बताने लगे कि अपने निजी स्वार्थ के लिए मोदी पार्टी और संघ दोनों को बर्बाद कर देंगे. वैसे वे वरिष्ठ बीजेपी नेता, जो पंड्या को अभी भी पार्टी के लिए एक अहम व्यक्ति मानते थे, ने तय किया कि पांड्या को राष्ट्रीय कार्यकारी के सदस्य या पार्टी प्रवक्ता के रूप में दिल्ली मुख्यालय बुला लेंगे. गोवर्धन झड़ापिया ने मुझे बताया, “मोदी ने इसे भी विफल करने की कोशिश की क्योंकि पांड्या का दिल्ली जाना दीर्घावधि में मोदी के लिए नुकसानदेह साबित हो सकता था.” तीन महीने बाद मार्च 2003 में पांड्या को पार्टी अध्यक्ष का फैक्स मिला कि उन्हें दिल्ली आना है. इसके अगले दिन अहमदाबाद में उनकी हत्या कर दी गई. गुजरात पुलिस और केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने दावा किया कि पाकिस्तान की इंटर सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई), लश्कर-ए-तैयबा और दुबई स्थित अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहीम ने मिल कर पांड्या की हत्या कराई है. 12 लोगों को गिरफ्तार करके उन पर पांड्या की हत्या का आरोप लगाया गया. लेकिन आठ साल बाद, 2011 सितंबर में, गुजरात हाई कोर्ट ने सभी आरोपियों को बरी करके पूरे मामले को खारिज कर दिया. जज ने कहा, “जांच में पूरी तरह से ढिलाई बरती गई. यह जांच आंखों पर पट्टी बांधकर की गई. संबंधित जांच अधिकारियों को उनके अक्षमता के लिए जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए. इसकी वजह से अन्याय हुआ. कई लोगों का भारी उत्पीड़न हुआ और सार्वजनिक संसाधनों के गलत इस्तेमाल के अलावा अदालतों का समय भी बर्बाद हुआ.” पांड्या ने दिल्ली से गुजरात तक बीजेपी और आरएसएस के हर बड़े नेता से मिलना शुरू कर दिया और बताने लगे कि अपने निजी स्वार्थ के लिए मोदी पार्टी और संघ दोनों को बर्बाद कर देंगे. पांड्या के पिता विट्ठलभाई ने सरेआम मोदी पर अपने बेटे की हत्या का आरोप लगाते हुए इससे संबंधित एक याचिका सुप्रीम कोर्ट में दाखिल की थी. याचिका में मुख्यमंत्री की भूमिका की जांच किए जाने की मांग थी. हालांकि अदालत ने साक्ष्यों की कमी का हवाला देकर याचिका को खारिज कर दिया था. आरबी श्रीकुमार जिन्होंने दंगों के ठीक बाद एक साल तक, राज्य के खुफिया तंत्र का प्रतिनिधित्व किया, उन्होंने मुझे बताया कि उन्हें मुख्यमंत्री कार्यालय ने हरेन पांड्या की हरकतों और गतिविधियों की जानकारी लगातार देते रहने के लिए कहा गया था. झड़ापिया ने मुझसे कहा, “मैं यह नहीं कह रहा कि मोदी ने पांड्या की हत्या कराई. लेकिन यह भी सच है कि बीजेपी के भीतर अगर कोई मोदी के खिलाफ मुंह खोलता है तो वह राजनीतिक या शारीरिक रूप से खत्म हो जाता है.” विनोद के जोस कारवां के कार्यकारी संपादक हैं.

मंगलवार, 14 अक्टूबर 2025

संघ का असली चेहरा?

संघ का असली चेहरा

सरकार तमाशा बंद करे:परिवार पर प्रेशर न डालें, आरोपी गिरफ्तार करें-राहुल गांधी

सरकार तमाशा बंद करे:परिवार पर प्रेशर न डालें, आरोपी गिरफ्तार करें-राहुल गांधी हरियाणा के सीनियर भारतीय पुलिस सेवा अफसर वाई. पूरन कुमार के सुसाइड मामले को 7 दिन बीत चुके हैं, लेकिन अभी तक शव का पोस्टमॉर्टम नहीं हो पाया है। IPS के परिवार से मिलने लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी पहुंचे। इस दौरान उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार तमाशा बंद कर दे। राहुल ने कहा कि IPS के परिवार पर प्रेशर डाला जा रहा है। यह नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार अफसरों को अरेस्ट करे और दिवंगत IPS का अपमान न करे। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी एक्शन लेने की अपील की।

कितने ऐसे हैँ, जो प्रान्त प्रचारक जी को अपनी अनुपस्थिति में अपने घर आने दे सकते हैँ? - राजीव नयन बहुगुणा

केरल में आत्म घात करने वाले इंजिनियर युवक के खुलासे से मैं सिहर उठा हूं. कोर्ट ने दो वयस्को के बीच सम लैंगिक संबंधों को अपराध मुक्त किया है. बच्चों के यौन शोषण को नहीं. आत्म घाती युवक ने खोला है कि संघ की शाखा में उसके साथ चार पांच साल की उम्र से बलात्कार / यौन शोषण होता रहा है, जिस वजह से वह स्थायी अवसाद में चला गया, और अपने जीवन को मिटा रहा है. संघ परिवार में मेरे अनेक दोस्त हैँ. कोई सफाई या तर्क न दें. सिर्फ़ यह बताएं कि उनमे से कितने अपने बच्चोँ को संघ की शाखा में भेजते हैँ ? कितने ऐसे हैँ, जो प्रान्त प्रचारक जी को अपनी अनुपस्थिति में अपने घर आने दे सकते हैँ?

सोमवार, 13 अक्टूबर 2025

मौलाना कल्बे जव्वाद साहेब पर हमला

लखनऊ के पुराने शहर में सोमवार शाम बड़ा हंगामा देखने को मिला, जब शिया धर्मगुरु मौलाना कल्बे जवाद पर अवैध निर्माण के विरोध के दौरान हमला हो गया। घटना थाना ठाकुरगंज क्षेत्र के कर्बला अब्बास बाग की है, जहां मौलाना अवैध कब्जे की शिकायतों की स्थिति देखने पहुंचे थे। इसी दौरान भूमाफियाओं ने पुलिस की मौजूदगी में मौलाना की गाड़ी पर हमला कर दिया। इसके बाद मौलाना, दिगर उलमा और अंजुमन हाय मातमी के सदस्य मौके पर धरने पर बैठ गए। उन्होंने पुलिस पर मिलीभगत का आरोप लगाते हुए कहा कि स्थानीय पुलिस संरक्षण में ही अवैध निर्माण हो रहा है। घटना से इलाके में तनाव फैल गया।

योगी सरकार की अंतरराष्ट्रीय आतंकी को सलामी

देवबंद का तालिबान प्रेम.... अफगानिस्तान के विदेश मंत्री आमिर ख़ान मुत्तक़ी का भारत दौरा जितना चौंकाने वाला है, उतना ही सरप्राइजिंग है दारुल उलूम देवबंद में उसका प्रवेश और वहां हुआ उसका भव्य स्वागत... दरअसल मुत्तकी संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद द्वारा घोषित अंतर्राष्ट्रीय आतंकवादी है। वह सुरक्षा परिषद की विशेष अनुमति के बाद ही भारत आ सका...भारत में उसको सरकार द्वारा स्टेट गेस्ट की हैसियत और प्रोटोकॉल दोनों दिया.. यह सरकार के स्तर का मामला है, सरकार की कूटनीति का उत्पाद है...हालांकि भारत सरकार ने अभी तक तालिबान सरकार को मान्यता नहीं दी है अलबत्ता पूर्ण दूतावास खोलने की घोषणा ज़रूर की है..हो सकता है डिप्लोमेटिक रिश्तों को गर्माहट देने का यह प्रारंभिक चरण हो। ख़ैर, सरकार की अपनी नीतियां होती हैं...उस आधार पर डिप्लोमेटिक रिलेशन बनते बिगड़ते रहते हैं। लेकिन सवाल यहां भारतीय मुसलमानों के सियासी शऊर को लेकर उठता है...बदनाम ए ज़माना तालिबान, जिसको अभी तक दुनिया ने मान्यता नहीं दी, ख़ुद भारत ने नहीं दी, उसके सफीर को चाहे स्टेट गेस्ट का दर्जा दिया गया हो, लेकिन देवबंद का ज़मीर कितना गिर गया कि उसके लिए लाल कार्पेट बिछा दिया, उलमा, तुलबा और आवाम का हुजूम उमड़ पड़ा उसकी एक झलक देखनें को, मुसाफ़ा करने को.. सेल्फी लेने को... क्या सोचकर किया यह सब...? मौलाना मदनी के अंदर का जोश छलक छलक जा रहा था। क्या रिश्ता है आपका उस संयुक्त राष्ट्र द्वारा घोषित आतंकवादी से....यही न कि आपका थॉट आपका मसलक तालिबान भी मानता है...इसी बात को मुत्तकी ने सार्वजनिक किया...और आप डिनाय न कर सके। आपने उसपर गुलाब के फूलों की बारिश की...मानो बिछड़ा भाई घर आया हो... होना तो यह चाहिए था कि उसको दारुल उलूम में घुसने न दिया जाता...ज़्यादा डिप्लोमेसी की मांग थी तो बाहर चार उलमा मुलाकात कर आते...लेकिन आपने ऐसा नहीं किया। तरस आता है आपकी सोच पर...सियासी शऊर पर, बेवकूफियों पर...तुम उलेमा हो..उलूम तक महदूद रहो, सियासत या डिप्लोमेसी तुम्हारे बस की बात नहीं, इस बेवकूफ़ और मज़लूम क़ौम को बख्श दो साहब.... ख़ुदा के लिए बख्श दो। "मैं चुप था तो चलती हवा रुक गई, ज़ुबाँ सब समझते हैं जज़्बात की।" - बशीर बद्र # Singh Bhu #इंतेखाब_आलम_लोदी

अपने से छोटे उम्र के लड़के को घर बुलाकर संबंध बनाती थी, फिर करा दी हत्या... पूर्व महामंडलेश्वर-योगी सरकार चुप्प रहेगी

अलीगढ़: अपने से छोटे उम्र के लड़के को घर बुलाकर संबंध बनाती थी, फिर करा दी हत्या... पूर्व महामंडलेश्वर अन्नापूर्णा भारती गिरफ्तार अलीगढ़ पुलिस ने फरार चल रही पूर्व महामंडलेश्वर अन्नापूर्णा भारती उर्फ पूजा शकुन पांडेय को भरतपुर से गिरफ्तार कर लिया. पूजा ने अपने से छोटे अभिषेक गुप्ता से अवैध संबंध बनाए और शादी व पार्टनरशिप का दबाव डाला. अभिषेक ने दूरी बनाई, जिसके बाद पूजा और उसके पति ने मिलकर उसकी हत्या की साजिश रची. अशोक पांडेय और शूटर जेल में हैं, जबकि पूजा फरार थी.

हाय अल्ला क्या बात है - संघ में पुरुषों के साथ बलात्कार भी होता है

केरल में सॉफ्टवेयर इंजीनियर ने सुसाइड किया:संघ की शाखा में यौन शोषण केरल के 26 साल के सॉफ्टवेयर इंजीनियर ने सुसाइड कर ली। मृतक कोट्टायम का रहने वाला था। युवक का शव 9 अक्टूबर को तिरुवनंतपुरम के थंपानूर में एक लॉज से मिला। इंस्टाग्राम पर युवक ने मौत से पहले इंस्टाग्राम पर पोस्ट डालकर राष्ट्रीस स्वयंसेवक संघ के लोगों पर यौन शोषण का आरोप लगाया। युवक की पहचान आनंदु अजी के रूप में हुई है। नोट में युवक ने लिखा कि उसके पिता ने उसे बचपन में ही RSS में डाला था। वहां उसे यौन और शारीरिक शोषण का सामना करना पड़ा। पड़ोसी एनएम ने तीन साल की उम्र से उसका शोषण किया। आरएसएस के आईटीसी और ओटीसी कैंपों में भी ऐसा हुआ। डडने से पीटने का भी आरोप लगाया युवक ने लिखा कि RSS से उसे जिंदगी भर का दर्द मिला। वह किसी से नाराज नहीं, सिवाय एक व्यक्ति और संगठन के। एनएम RSS का सक्रिय सदस्य था और लगातार शोषण करता रहा। कैंपों में यौन शोषण के अलावा डंडे से पीटा भी गया। 'कोई दूसरी संस्था इतनी नफरती नहीं' उसने लिखा कि RSS जैसी कोई दूसरी संस्था से इतनी नफरत नहीं, ये लंबे समय तक जुड़े रहने से पता चला। RSS वालों से दोस्ती न करें, भले पिता, भाई या बेटा हो तो भी दूर रखें। कैंपों में बहुत शोषण होता है, वह बाहर आने से बोल पाया। सबूत नहीं तो कोई न माने, लेकिन उसकी जिंदगी सबूत है। आनंदु ने पेरेंट्स को सलाह दी कि बच्चों के साथ समय बिताएं और मजबूत रिश्ता बनाएं ताकि बच्चे डरकर चुप न रहें। लिखा कि बचपन का ट्रॉमा कभी नहीं जाता। दुनिया का कोई बच्चा वैसा दर्द न सहे। पुलिस ने मामला दर्ज किया

हार के कोई इसमें लंगर करता है! तैर के कोई पार समंदर करता है!

बलजीत सिंह ग़ज़ल हार के कोई इसमें लंगर करता है! तैर के कोई पार समंदर करता है! उसकी मर्ज़ी होती है जब जी चाहे! मुझको मेरे घर से बाहर करता है! दीवाने की आदत ही कुछ ऐसी है! खूँ से अपनी ज़ुल्फ़ों को तर करता है! मेरे सारे हीरे रख कर वो दिलबर! मेरी जानिब कंकर पत्थर करता है! दुनियादारी का इक झोंका यादों के! फीके फीके सारे मंज़र करता है!

रविवार, 12 अक्टूबर 2025

भारतीय जनता पार्टी अध्यक्ष के भाई संघी रामकुमार बिंदल बलात्कार में गिरफ्तार - वैदिक इलाज कर रहे थे

भारतीय जनता पार्टी अध्यक्ष के भाई संघी रामकुमार बिंदल बलात्कार में गिरफ्तार - वैदिक इलाज कर रहे थे हिमाचल प्रदेश में रेप केस में गिरफ्तार BJP के प्रदेशाध्यक्ष अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल के भाई को शनिवार शाम सोलन कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने 81 वर्षीय राम कुमार बिंदल को पांच दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा है। हालांकि, आरोपी अभी अस्पताल में भर्ती हैं। कोर्ट के आदेशानुसार आरोपी से मेडिकल ऑफिसर की मौजूदगी में पूछताछ करनी होगी। दरअसल, सोलन पुलिस शुक्रवार शाम को राम कुमार को गिरफ्तार कर मेडिकल के लिए अस्पताल ले गई थी। इस दौरान उसके सीने में दर्द उठा। इसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती कर दिया गया। जहां उसके दिनभर टेस्ट किए गए। शाम पांच बजे के डॉक्टरों ने आरोपी को कोर्ट में पेश करने की मंजूरी दी। राम कुमार बिंदल वैद्य है, जिस पर 25 साल की युवती ने उपचार के बहाने रेप का आरोप लगाया है। मामला 7 अक्टूबर का है। 8 तारीख को एक युवती ने सोलन के महिला थाना में राम के खिलाफ शिकायत दी थी। उधर, इस मामले हिमाचल प्रदेश राज्य महिला आयोग ने भी संज्ञान लिया है। आयोग ने सोलन SP गौरव सिंह को फोन कर मामले की रिपोर्ट मांगी है। 7 अक्टूबर को इलाज कराने गई पीड़िता: पुलिस को दी शिकायत में पीड़िता ने बताया कि वह काफी समय से बीमार चल रही है। इसका उपचार भी कराया, मगर ठीक नहीं हुई। इसके बाद 7 अक्टूबर को वह सोलन बस स्टैंड के साथ राम कुमार बिंदल के पास वैदिक उपचार कराने गई। वैद्य ने पूछा कि कहां से आए हो। पता पूछने के बाद उसने उसे जांच के लिए बैठा लिया। वैद्य ने 100 फीसदी ठीक करने का दिया भरोसा: युवती ने बताया कि वैद्य ने उसका हाथ पकड़कर नसें दबानी शुरू की। इसके बाद वह यौन समस्याओं के बारे में पूछने लगा। वैद्य को अपनी बीमारी के बारे में पूरी बात बताई। इसके बाद वैद्य ने आश्वासन दिया कि वह उसे 100 फीसदी ठीक कर देगा और संबंधित कोई बुक भी दिखाई। इसके बाद वह उसकी जांच करने लग पड़ा। प्राइवेट पार्ट चेक करने लगा वैद्य: युवती ने बताया कि जांच करते समय वैद्य ने कहा कि प्राइवेट पार्ट से भी चेक करना है। जिसके लिए उसने मना किया। मगर आरोपी ने चेक करने के बहाने उसके साथ गलत काम किया। इस पर उसने उसे धक्का दिया और बाहर आईI घटना के वक्त दुकान में कोई और नहीं था। इसी का उसने फायदा उठाया। पीड़िता को पुलिस प्रोटेक्शन देने की मांग हिमाचल में महिला कांग्रेस की पूर्व प्रदेश अध्यक्ष जेनब चंदेल ने आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने और पीड़िता को पुलिस प्रोटेक्शन देने की मांग की है। उन्होंने कहा कि जब एक बेटी के साथ ऐसी घिनौनी हरकत की हुई है तो बीजेपी के लोग खामोश क्यों हैं। क्या नैतिकता के आधार पर बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष राजीव बिंदल इस्तीफा देंगे। केवल नारों से बेटी बचने वाली नहीं। उन्हें लगता है कि अब नारा देना चाहिए कि भाजपा से बेटी बचाओ। कौन है आरोपी राम कुमार बिंदल आरोपी राम कुमार बिंदल सनातन धर्म मंदिर ट्रस्ट का प्रधान है। वह लंबे समय से राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) से जुड़ा रहा है। राम कुमार सोलन का मशहूर वैद्य है। उसके पिता बालमुकुंद भी मशहूर वैद्य रहे हैं।

शनिवार, 11 अक्टूबर 2025

किसानों के पास आंदोलन के अलावा कोई विकल्प नहीं है - राजन क्षीरसागर

गोंडा। देश में गन्ने से पैदा चीनी का अस्सी प्रतिशत औद्योगिक इस्तेमाल होता है और अठ्ठारह प्रतिशत घरेलू खर्च होता है गन्ने से सैकड़ों तरह की वस्तुओं का निर्माण होता है और उद्योगपतियों को बेइंतहा लाभ होता है वही सरकारे गन्ने का दाम बढते नही है किसान कर्जदार उद्योग पति मालामाल है आल इंडिया किसान सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजन क्षीरसागर ने किसान सभा द्वारा आयोजित किसान सम्मेलन टाउन हॉल गोंडा का उद्घाटन करते हुए कहा कि सरकार के खिलाफ आंदोलन के अलावा कोई विकल्प नहीं है। किसान आन्दोलन से जनता में एकता पैदा होती है। किसान सभा के प्रदेश अध्यक्ष इम्तियाज बेग महामंत्री राजेन्द्र यादव आयोजक दीना नाथ तिपाठी राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष छित्तर सिंह भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राष्ट्रीय परिषद सदस्य अशोक तिवारी सत्य नारायण त्रिपाठी सुरेश त्रिपाठी आदि प्रमुख लोगों ने सम्बोधित किया।
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