शनिवार, 6 दिसंबर 2025

एक थी बाबरी मस्जिद

*एक थी बाबरी मस्जिद* पागल हुज़ूम था सरकार थी अदालत थी सुरक्षा धरी रह गयी ईंट ईंट ढह गयी चक्रव्यूह में अकेली निहत्थी एक थी बाबरी मस्जिद आदियोग

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सुमन
लोकसंघर्ष