भारत रत्न कर्पूरी ठाकुर का कम्युनिस्ट जीवन
कर्पूरी ठाकुर का जन्म बिहार के समस्तीपुर जिले के पितौंझिया अब कर्पूरी ग्राम गाँव में गोकुल ठाकुर और रामदुलारी देवी के यहाँ हुआ था । वह महात्मा गांधी और सत्यनारायण सिन्हा से प्रभावित थे । वह भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की छात्र शाखा ऑल इंडिया स्टूडेंट्स फेडरेशन में शामिल हो गए ।एक छात्र कार्यकर्ता के रूप में, उन्होंने भारत छोड़ो आंदोलन में शामिल होने के लिए अपना स्नातक कॉलेज छोड़ दिया । भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में भाग लेने के लिए उन्होंने 26 महीने जेल में बिताए।
बिहार के पूर्व शिक्षा मंत्री,उपमुख्यमंत्री एवं दो वार के मुख्यमंत्री स्वतंत्रता सेनानी भारत रत्न कर्पूरी ठाकुर जी का सम्पूर्ण जीवन मेहनत और सादगी से परिपूर्ण रहा है।ऐसे राजनेताओं का मिलना मुश्किल है।
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