शुक्रवार, 3 मई 2024

प्रख्यात अंतरराष्ट्रीय कम्युनिस्ट जगत के सम्मानित नेता अतुल कुमार अंजान का निधन

प्रख्यात अंतरराष्ट्रीय कम्युनिस्ट जगत के सम्मानित नेता अतुल कुमार अंजान का निधन अतुल कुमार अंजान वरिष्ठ भारतीय कम्युनिस्ट नेता और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राष्ट्रीय सचिव हैं । वह अखिल भारतीय किसान सभा के महासचिव भी हैं । एक कुशल वक्ता और अच्छे लेखक भी है सामाजिक कार्यकर्ता है , राजनीतिज्ञ उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा लखनऊ से राज्य बोर्ड स्कूल और स्नातक, स्नातकोत्तर और फिर एलएलबी की पढ़ाई क्रमशः 1967, 1972, 1976 और 1983 में लखनऊ विश्वविद्यालय से की। 1978 तक, अंजान ऑल इंडिया स्टूडेंट्स फेडरेशन के उत्तर प्रदेश राज्य व राष्ट्रीय अध्यक्ष थे । घोसी (लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र) में कई बार भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के उम्मीदवार रहे है। 1980 के दशक की शुरुआत तक उत्तर भारत में कम्युनिस्टों का गढ़ बना रहा, लेकिन 1990 के दशक के बाद कम्युनिस्टों ने वहां से अपनी जमीन खो दी, लेकिन फिर भी भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने अतुल कुमार को मैदान में उतारा। आम चुनाव, 2014 में घोसी से सीपीआई उम्मीदवार थे और उन्होंने 1998 से घोसी से लोकसभा चुनाव लड़ा। 20 साल की उम्र में, अंजान नेशनल कॉलेज स्टूडेंट्स यूनियन के अध्यक्ष के रूप में चुने गए। छात्रों की चिंताओं को उठाने के लिए लोकप्रिय अंजान ने लगातार चार वर्षों लखनऊ विश्वविद्यालय छात्र संघ के अध्यक्ष रहे । आधा दर्जन भाषाओं में एक प्रतिभाशाली वक्ता, अंजान अपने इंटर के दिनों में ही आल इण्डिया स्टूडेंट्स फेडरेशन में शामिल हो गए। वह उ प्र के प्रसिद्ध पुलिस-पीएसी विद्रोह के प्रमुख नेताओं में से एक थे। अंजान ने अपने राजनीतिक सफर के दौरान चार साल नौ महीने जेल में भी बिताए। उनके पिता डॉ एपी सिंह एक अनुभवी स्वतंत्रता सेनानी थे, जिन्होंने एचएसआरए (हिंदुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन एसोसिएशन) की गतिविधियों में भाग लिया था, जिसके लिए उन्होंने ब्रिटिश जेल में लंबी सजा काटी थी। अतुल कुमार अंजान स्वामीनाथन आयोग के भी सदस्य थे। मूल रुप से वह बिहार के रहने वाले है । उनके पीछे पत्नी कामरेड भारती सिन्हा एकमात्र पुत्री 37 वर्षीय सुश्री विदुषी सिंह है। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के केन्द्रीय सचिव मंडल के सदस्य एवं अखिल भारतीय किसान सभा के महासचिव कामरेड अतुल कुमार अनजान का आज दिनांक- 3 मई 2024 को सुबह 3 :20 पर लखनऊ के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया है। वे पिछले लगभग 6 माह से गंभीर अवस्था में अस्पताल में भर्ती थे। पार्टी के केन्द्रीय नेतृत्व के परामर्श से राज्य सचिव मंडल ने निम्न कार्यक्रम निर्धारित किया है- अन्तिम संस्कार दिनांक 4 मई 2024 का कार्यक्रम- -- सुबह 9: 00 बजे अन्तिम दर्शन- उनके हलवासिया ( हजरतगंज ) स्थित आवास पर। -- सुबह 10: 00 बजे से 1: 30 बजे तक- अन्तिम दर्शन, भाकपा कार्यालय 22 कैसरबाग, लखनऊ। -- दोपहर 2: 00 बजे अंतिम यात्रा- भाकपा कार्यालय से शुरू होकर गोमती नदी के किनारे भैसाकुण्ड शमशान घाट को पर होगी

3 टिप्‍पणियां:

  1. एक अच्छे मित्र और राजनेता को खोने का गम है ! हालांकि वर्तमान स्थिति में उनके जैसे जुझारू साथी की विशेष जरूरत थी लेकिन काफी समय से वह बिमार चल रहे थे ! लेकिन हमें उम्मीद थी कि वह अस्पताल से स्वस्थ होकर वापस लौटेंगे ! लेकिन आज वह नहीं रहे मै उनके परिवार तथा पार्टी के सभी साथियों के दुःख में शामिल हूँ ! क्रांतिकारी अभिवादन !

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  2. कामरेड तेजराममिंह अमरोहा उ प्र
    कामरेड अतुल कुमार अंजान को मैने कई वार देखा और उन्हे सुना वे बेहद मिलनसार कामरेड थे। उन्हें मार्क्सवाद की गहरी जानकारी थी । उनके निधन की खबर से मै बहुत दुखी हूं। कामरेड अतुल कुमार अंजान को विनम्र श्रद्धांजलि लाल सलाम

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  3. सबकुछ जानते हुए भी अतुल साहब "अंजान" नाम से प्रख्यात थे.. कम्यूनिस्ट पार्टी अतुल साहब की कभी नहीं कर सकती है... एक नेक इमानदार नेता को आखिरी लाल सलाम.. अलविदा कामरेड अतुल कुमार अंजान साहब

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सुमन
लोकसंघर्ष