गुरुवार, 26 सितंबर 2024
उ प्र सरकार के सलाहकार के यहां पचास करोड़ रुपये की चोरी भ्रष्टाचार चरम पर सरकार मौन
उ प्र सरकार के सलाहकार के यहां पचास करोड़ रुपये की चोरी भ्रष्टाचार चरम पर सरकार मौन
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के सियासी और प्रशासनिक गलियारों में चर्चित नौकरशाह की चर्चा है। उत्तराखंड के बंगले से 50 करोड़ रुपये कैश चोरी हो जाने की खबर को लेकर सुगबुगाहट तेज है। हालांकि अभी तक सभी लोग इशारों में ही चर्चा करते नजर आ रहे हैं। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के ट्वीट के बाद मामला उछल गया। इस बीच राजनीतिक कार्यकर्ता और पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर ने खुलेआम अधिकारी का नाम ले लिया है।
आजाद अधिकार सेना पार्टी बनाकर राजनीतिक राह पकड़ चुके अमिताभ ने एक्स पर वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा, 'पिछले दिनों यूपी के पूर्व नौकरशाह और वर्तमान में यूपी सरकार के सलाहकार के उत्तराखंड के भीमताल में स्थित बंगले से कथित रूप से 50 करोड़ चोरी हो जाने की खबर सामने आई है। इसके लिए मैंने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र भेजकर इन तथ्यों के अवगत कराते हुए एक रिटायर्ड हाई कोर्ट जज की अध्यक्षता में उच्च स्तरीय समिति बनाकर निष्पक्ष जांच कराए जाने की मांग की है।'
यह मामला हाइलाइट में तब आया जब समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने मंगलवार दोपहर अपने सोशल मीडिया अकाउंट X पर एक न्यूजपेपर की कटिंग शेयर की। इसमें जिक्र है कि यूपी के एक पूर्व चर्चित नौकरशाह की उत्तराखंड स्थित आलीशान कोठी से 50 करोड़ की चोरी हो गई। अखिलेश ने इस खबर पर मजे लेते हुए लिखा है- 'रिश्ता ये हमजोली-सा है, चोर के घर में चोरी-सा है।'
अमिताभ ठाकुर के ट्वीट पर यूजर्स ने कई कॉमेंट किए हैं। दीपशंकर मिश्र लिखते हैं कि आपकी मांग उचित है। इसकी उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए। ए.के. सिंह नाम के यूजर ने लिखा कि पहली बार किसी ने साफ नाम लिया है। बाकी लोग बता ही नहीं पाए आखिर माजरा क्या है। वहीं सुर्यांश गुप्ता ने लिखा कि मामले के तह में जाना और उचित कार्यवाही होना जरूरी है।
अखिलेश यादव ने जिस अखबार की कटिंग शेयर की है, उसमें लिखा है- 'सूबे के एक पूर्व चर्चित नौकरशाह की उत्तराखंड में आलीशान कोठी से 50 करोड़ की चोरी होने की चर्चा इन दिनों नौकरशाही में खूब हो रही है। पर साहब ने चुप्पी की चादर ओढ़ रखी है। खास बात यह है कि इतनी बड़ी चोरी के बाद भी साहब ने न तो मुकदमा दर्ज कराया और ना ही कोई कार्रवाई होने दी। अंदरखाने ही चोरों का पता लगाने की कोशिश जरूर हो रही है। पूरा मामला गोपनीयता के साथ सलटाने के जतन किए जा रहे हैं। इसलिए चोरी से अधिक चर्चा मामले पर चुप्पी को लेकर है।'
' मैडम गहरे सदमे में हैं'
अखबार की कतरन में आगे लिखा है- 'गोपनीयता का आलम यह है कि साहब के बगलगीरों को भी इसकी भनक नहीं लगने दी गई। अब तो अफसरों की शाम की पार्टी में भी इस पर चर्चा हो रही है। बताने वाले यहां तक कह रहे हैं कि पूर्व चर्चित नौकरशाह तो बाहर से नॉर्मल दिखने की पूरी कोशिश कर रहे हैं पर मैडम गहरे सदमे में हैं।'
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सुमन
लोकसंघर्ष