सोमवार, 16 मार्च 2009

चुनावी विस्लेश्ण

भारतीय राजनीति के चुनावी महाकुम्भ में प्रधानमंत्री पद के लिए सभी नेता लालायित हैं । उत्तर भारत की राजनीति में बहुजन समाज पार्टी की नेत्री सुश्री मायावती व समाजवादी पार्टी क प्रमुख श्री मुलायम सिंह यादव पूरी तरह से brastachar की गांगा में डूबे huve है । देश क दो प्रमुख राष्ट्रीय दल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस व भारतीय जनता पार्टी संवैधानिक व्यावस्था क विपरीत गुरु गोलवलकर की हिंदुत्व विचारधारा से ओत -प्रोत होने के कारन मौजूदा चुनाव बाद सरकार बनाने में असमर्थ होंगे । इन दोनों पार्टियों की अमेरिका परस्ती जग जाहिर है। अमेरिका परस्ती के कारण देश की बहुसंख्यक जनता क हितों क अनुरूप यह पार्टियाँ सोचने में असमर्थ हो गई । चुनाव के बाद दक्षिण भारत का कोई नेता तीसरे मोर्चे की मद्द से प्रधानमंत्री बनेगा । संप्रंग व राज़ग के अवसरवादी दल तीसरे मोर्चे की सरकार का समर्थन करते हुए उसमें शामिल होंगे। कृपया इस पर अपने विचार लिखने का कष्ट करें।

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