आँख की पुतली (कनिमोझी) तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री करूणानिधि की तीसरी पत्नी के 16 बच्चों में सबसे प्यारी हैं और 2 जी स्पेक्ट्रम घोटाले में 200 करोड़ रुपये की हेराफेरी के आरोप में तिहाड़ जेल में हैं। एक समय में कनिमोझी करूणानिधि की आँख की पुतली ही नहीं थीं अपितु राज्य की जनता की भी आँख की पुतली थीं। उन पर घोटाले का आरोप आया और सही जगह पहुँच गयीं। अब नंबर आ रहा है सदी के महानायक श्री अमिताभ बच्चन का जिन्होंने बाराबंकी जनपद में सरकारी कर्मचारियों से मिलकर सरकारी जमीन को फर्जी तरीके से अपने नाम करा लिया था किन्तु महानायक होने के नाते कारागार जाते-जाते बच गए थे लेकिन अब लग रहा है कि महानायक जी को सही जगह रहने के लिये उपलब्ध होने वाली है।
आज माननीय उच्च न्यायालय इलाहाबाद के न्यायमूर्ति श्री इम्तिआज मुर्तजा व न्यायमूर्ति श्री एसएस तिवारी की बेंच ने 15 अक्टूबर 2009 थाना बाबुपुरवा जिला कानपूर में दर्ज प्रथम सूचना रिपोर्ट में स्थगन आदेश को समाप्त कर दिया है और प्रवर्तन निदेशालय को भी दो हफ्ते के अन्दर जांच करने का आदेश दिया है और जांच की रिपोर्ट एक माह के अन्दर न्यायालय को देने की समय सीमा निर्धारित कर दी है।
ज्ञातव्य है कि इस सदी के महानायक अमिताभ बच्चन राजनीति के बड़े दलाल अमर सिंह व उनकी पत्नी पंकज कुमारी के नाम थाना बाबुपुरवा जिला कानपूर में प्रथम सूचना रिपोर्ट इस बात की दर्ज हुई थी कि इन तीनो ने चार कंपनिया बना कर चार सौ करोड़ रुपयों की हेराफेरी की है। इससे पूर्व सदी के महानायक अमिताभ बच्चन ए बी सी एल में भी घोटाले हुए थे किन्तु महानायक होने के नाते बच गए थे लेकिन आज जब आंख की पुतली से लेकर आँख के तारे तक विभिन्न जेलों में हैं तो इन तीनो अभियुक्तों की सही जगह राष्ट्रीय प्रवर्तन निदेशायालय की जांच के बाद तय हो जायेगा।
सुमन
लो क सं घ र्ष !
आज माननीय उच्च न्यायालय इलाहाबाद के न्यायमूर्ति श्री इम्तिआज मुर्तजा व न्यायमूर्ति श्री एसएस तिवारी की बेंच ने 15 अक्टूबर 2009 थाना बाबुपुरवा जिला कानपूर में दर्ज प्रथम सूचना रिपोर्ट में स्थगन आदेश को समाप्त कर दिया है और प्रवर्तन निदेशालय को भी दो हफ्ते के अन्दर जांच करने का आदेश दिया है और जांच की रिपोर्ट एक माह के अन्दर न्यायालय को देने की समय सीमा निर्धारित कर दी है।
ज्ञातव्य है कि इस सदी के महानायक अमिताभ बच्चन राजनीति के बड़े दलाल अमर सिंह व उनकी पत्नी पंकज कुमारी के नाम थाना बाबुपुरवा जिला कानपूर में प्रथम सूचना रिपोर्ट इस बात की दर्ज हुई थी कि इन तीनो ने चार कंपनिया बना कर चार सौ करोड़ रुपयों की हेराफेरी की है। इससे पूर्व सदी के महानायक अमिताभ बच्चन ए बी सी एल में भी घोटाले हुए थे किन्तु महानायक होने के नाते बच गए थे लेकिन आज जब आंख की पुतली से लेकर आँख के तारे तक विभिन्न जेलों में हैं तो इन तीनो अभियुक्तों की सही जगह राष्ट्रीय प्रवर्तन निदेशायालय की जांच के बाद तय हो जायेगा।
सुमन
लो क सं घ र्ष !
5 टिप्पणियां:
वाह!
आगे-आगे देखिए होता है क्या!
ये बड़ी मछलियाँ जरुर फंसनी चाहिए ताकि इनकी औलाद को भी पता चले कि वे कानून से ऊपर नहीं |
अब केवल न्यायपालिका से ही उम्मीदें हैं. राजनेता और अफसरशाही तो भ्रष्टाचार में ऐसा डूबे हैं कि उन्हें अपने स्वार्थ के आगे कुछ नजर ही नहीं आता. एक आगाज़ तो हुआ है, आशा है अच्छा ही होगा.
adalaton ke interfair ke baad lagta hai ki crupption par lagaam lagegi.agar isi tarah bade bade logon ko jo yah samajhte hai ki we kanoon se upar hain adalati hathoda chalta raha to wah din door nahi jab ghotalebaaz apni sahi jagah me honge....
किसी को भी क़ानून तोड़ने का विशेषाधिकार नहीं मिलना चाहिए.
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