खुदा ही जिम्मेदार है
हर एक जुर्म नाम है
जो नाम
संगसार है
वो नाम बेकुसूर है
जो नाम
संगसार है
वो नाम बेकुसूर है
कुसूरवार भूख है
जो मुद्दों से
रायफिल है ,
चीख है
पुकार है यही गुनहगार है
जो मुद्दों से
रायफिल है ,
चीख है
पुकार है यही गुनहगार है
नही ये भूख तो
किसी महल की पहरेदार है
गरीब ताबेदार है
किसी महल की पहरेदार है
गरीब ताबेदार है
गुनहगार है महल
मगर महल तो खुद
सियासतों का इश्तहार है
सियासतों के इर्द ग्रिड भी
कोई हिसार है
मगर महल तो खुद
सियासतों का इश्तहार है
सियासतों के इर्द ग्रिड भी
कोई हिसार है
अजीब इन्तिशार है
न कोई चोर
चोर है
न कोई साहूकार है
ये कैसा कारोबार है
खुदा की कायनात का
खुदा ही जिम्मेदार है .....
-निदा फाजली
न कोई चोर
चोर है
न कोई साहूकार है
ये कैसा कारोबार है
खुदा की कायनात का
खुदा ही जिम्मेदार है .....
-निदा फाजली
1 टिप्पणी:
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दशक का ब्लॉगर, एक और गड़बड़झाला
http://blogkikhabren.blogspot.in/2012/05/blog-post_14.html
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