शुक्रवार, 18 मई 2012

भारतीय जन नाट्य संघ कीबच्चों की नाट्य कार्यशाला







विगत दिनों भारतीय जन नाट्य संघ की इंदौर इकाई द्वारा आयोजित ग्रीष्मकालीन शिविर का उद्घाटन श्री वसंत शिंत्रे, श्री कृष्णकांत निलोसे सुश्री शैला शिंत्रे ने किया। इस अवसर पर अशोक दुबे, एस़के़दुबे, विनीत तिवारी, नितिन, हेमंत, अनुराधा भी उपस्थित थे।
सुश्री शैला शिंत्रे ने बच्चों को नदी की कहानी सुनाते हुए नदी की ज़रूरत और उपयोगिता तथा उसे साफ़ रखने के कत्तर्व्य के बारे में रोचक जानकारी दी और बताया कि हम नदी के ऊपर नाटक भी बना सकते हैं। श्री कृष्णकांत निलोसे ने होटलों व दुकानों पर काम करने वाले लड़के के जीवन की व्यथा पर एक कविता सुनायी। श्री अशोक दुबे ने भिलाई में हुए इप्टा के राष्ट्रीय सम्मेलन की स्मारिका, सम्मेलन में भाग लेने वाले बच्चों को वितरित की। श्री विनीत तिवारी ने बच्चों को सारे अतिथियों से परिचित करवाया। बच्चों ने भिलाई राष्ट्रीय सम्मेलन एवं राँचीपटना में इंदौर इप्टा की नाट्य प्रस्तुति के अनुभव भी सुनाये।
इस अवसर पर बच्चों के द्वारा बनाये चित्रों की प्रदर्शनी लगायी गई। बच्चों ने जनगीत गाये एवं सफदर हाशमी की कविता """"ये कैसा घोटाला"""" पर नाटक की प्रस्तुति दी। राज ने तबले पर तीन ताल सुनायी, वहीं अनामिका और खुशी ने कत्थक नृत्य पेश किया। सूरज और राज ने """"बारिश"""" और """"गर्मी"""" पर खुद के द्वारा लिखित कवितायें सुनायीं। यह सारी गतिविधियां सारिका और नितिन ने बच्चों के साथ मिलकर एक दिन में ही तैयार की थीं। शिविर संचालिका सारिका श्रीवास्तव ने बताया कि इस शिविर के दौरान बच्चों को बच्चों को फिल्मों, फोटोग्राफी, कैलिग्राफी, पेंटिंग, नृत्य, कहानी, कविता व अन्य कलाओं से परिचय कराया जाएगा व समयसमय पर विभिन्न विषयों के विद्वान बच्चों से संवाद के लिए शिविर में आएंगे। शिविर के अंत में बच्चों द्वारा तैयार नाटक भी प्रस्तुत किये जाएंगे।
अंत में भारतीय जन नाट्य संघ, इंदौर के सचिव श्री अशोक दुबे ने सभी का आभार व्यक्त किया।

-सारिका श्रीवास्तव

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