विश्वरुपम विवाद आखिर पब्लिसिटी स्टंट निकला!तमिलनाडु की मुख्यमत्री ने जहां बंगाल की मुख्यमंत्री की तरह सिस्टर एक्ट करके मुसलिम वोट बैंक साधने की कवायद कर ली , वहीं फिल्म का विरोध कर रहे मुस्लि संगठनों से समझौता करके विश्वरुपम को हिट कराने का बंदोबस्त कर लिया कमल हसन ने। ममता ने ऐन पंचायत चुनाव से पहले सलमान रुशदी को कोलकाता आने से रोककर मुसलमानों का दिल जीत लिया, वहीं विश्वरुपम विवाद से जयललिता ने करुणानिधि को पटखनी देने में कामयाबी हासिल कर ली। फिल्म रिलीज होने से पहले ही इतनी पब्लिसिटी हो गयी की कमल हसन बम बम है। देखना है कि अब बाक्स आफिस क्या गुल खिलाता है। मालूम हो कि हे राम की भी गजब की पब्लिसिटी हुई थी । कमल के अलावा इस फिल्म में शाहरुख बादशाह भी थे, पर पब्लिसिटी ने तब कुछ खास कमाल नहीं किया। बहरहाल इस विवाद से इस्लामी कट्टरपंथ के विरुद्ध हिंदुत्व की शक्तियों को पुनर्गठित होने का मौका मिल गया। फिल्म की पब्लिसिटी के चक्कर में कमल हसन संघ परिवार और कट्टर मुस्लिम संगठनों के काम आये। धर्म को लेकर यह विवाद फिल्म इंडस्ट्री की सेहत के लिएकितना फायदेमंद साबित होगा, कह नहीं सकते। फिल्मकार अदाकार कमल हसन को ऐसे विवाद की क्या जरुरत थी , असली सवाल यही है।तकरीबन हफ्तेभर चले सस्पेंस और ड्रामे का खात्मा करते हुए कलम हासन की विवादित तमिल फिल्म विश्वरूपम कुछ सीन हटाए जाने के बाद राज्य में रिलीज के लिए तैयार है। गौरतलब है कि इस फिल्म का विरोध करने वाले कुछ मुस्लिम संगठनों का आरोप था कि इसमें कुछ ऐसे दृश्य हैं जिनसे उनकी धार्मिक भावनाएं आहत होती हैं।समीक्षाओं के मुताबिक तो फिल्म विश्वरुपम की कहानी कमियों से भरी है। कमल ने जिंदगी भर की कमाई लगाने के बाद मुनाफा कमाना तो दूर, इस कमाई की वसूली करना भी अब उन्हें नामुमकिन नजर आ रहा था
-एक्सकैलिबर स्टीवेंस विश्वास
-एक्सकैलिबर स्टीवेंस विश्वास
1 टिप्पणी:
नेता हो या अभिनेता मतलब साधने के लिए हमेशा ही स्टंट रचते है,,,
RECENT POST बदनसीबी,
एक टिप्पणी भेजें