कम्युनिस्ट पार्टी राष्ट्रीय सचिव के निधन पर हुआ शोकसभा का आयोजन
बाराबंकी। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राष्ट्रीय सचिव व सम्पादक कामरेड शमीम फैजी के निधन पर भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी द्वारा शोकसभा का आयोजन किया गया। पार्टी राज्य परिषद सदस्य रणधीर सिंह सुमन ने शोक संवेदना व्यक्त करते हुये कहा कि कामरेड शमीम फैजी ने 1965 में नागपुर में पार्टी में शामिल हुए थे। और भारतीय कम्युनिस्ट के मुख्यालय में पार्टी के पत्र-पत्रिकाओं के इंचार्ज बने। और अंतिम सांस तक पार्टी के लेखन कार्य से जुड़े रहे हैं। 1979 में पार्टी के राष्ट्रीय परिषद के सदस्य, 1993 में राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य, 1997 में पार्टी राष्ट्रीय सचिव चुनें गए। नागपूर से प्रकाशित हिटवाडा के सह सम्पादक बने। फैजी 1979 मे उर्दू साप्ताहिक हयात के संपादक व ऐज अंग्रेजी साप्ताहिक के संपादक भी जीवन पर्यंत रहे हैं। उनके निधन से अंग्रेजी, उर्दू, मराठी व हिन्दी की अपूर्णनीय क्षति है वह महान पत्रकार थे। शोकसभा में सचिव ब्रज मोहन वर्मा, शिव दर्शन वर्मा डॉ कौसर हुसैन, विनय कुमार सिंह, प्रवीण कुमार आदि प्रमुख मौजूद रहे।
बाराबंकी। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राष्ट्रीय सचिव व सम्पादक कामरेड शमीम फैजी के निधन पर भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी द्वारा शोकसभा का आयोजन किया गया। पार्टी राज्य परिषद सदस्य रणधीर सिंह सुमन ने शोक संवेदना व्यक्त करते हुये कहा कि कामरेड शमीम फैजी ने 1965 में नागपुर में पार्टी में शामिल हुए थे। और भारतीय कम्युनिस्ट के मुख्यालय में पार्टी के पत्र-पत्रिकाओं के इंचार्ज बने। और अंतिम सांस तक पार्टी के लेखन कार्य से जुड़े रहे हैं। 1979 में पार्टी के राष्ट्रीय परिषद के सदस्य, 1993 में राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य, 1997 में पार्टी राष्ट्रीय सचिव चुनें गए। नागपूर से प्रकाशित हिटवाडा के सह सम्पादक बने। फैजी 1979 मे उर्दू साप्ताहिक हयात के संपादक व ऐज अंग्रेजी साप्ताहिक के संपादक भी जीवन पर्यंत रहे हैं। उनके निधन से अंग्रेजी, उर्दू, मराठी व हिन्दी की अपूर्णनीय क्षति है वह महान पत्रकार थे। शोकसभा में सचिव ब्रज मोहन वर्मा, शिव दर्शन वर्मा डॉ कौसर हुसैन, विनय कुमार सिंह, प्रवीण कुमार आदि प्रमुख मौजूद रहे।
3 टिप्पणियां:
अच्छी जानकारी।
Nice info. You may also like: Objectives of organic farming in india & Dry farming crops in india
bahut hi sarahniy vichaar h sir aapke.
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