संसदीय राजनीति में भ्रष्टाचार के खिलाफ गुरुदास गुप्ता ने निभाई थी अहम भूमिका-सुमन
पूर्व सांसद कामरेड़ गुरुदास दास गुप्ता का निधन मजदूर आन्दोलन की बड़ी क्षति
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने कामरेड़ की स्मृति में आयोजित की शोकसभा
बाराबंकी। गुरुदास गुप्ता साम्यवादी आंदोलन के ही नहीं देश के महा नायक थे। और संसदीय राजनीति में भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन को मजबूत दिशा दी थी। उक्त उदगार भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी राज्य परिषद सदस्य रणधीर सिंह सुमन नें पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय सचिव व 5 बार के सांसद रहे कामरेड गुरुदास गुप्ता की स्मृति में गांधी भवन में आयोजित शोक सभा में व्यक्त कियें। श्री सुमन ने आगें कहा कि कामरेड गुरुदास दास की मृत्यु मजदूर आंदोलन की बड़ी क्षति है। जो अपूर्णनीय है। पार्टी नेता प्रवीण कुमार ने कहा कि कामरेड गुरुदासदास को सरकार से एक करोड़ रुपये मिले थे। जिसे उन्होंने मजदूर आन्दोलन को दे दिया था। किसान सभा अध्यक्ष विनय कुमार सिंह ने कहा कि कामरेड गुरुदास दास अपनी बातें खुलकर रखने के लिए मशहूर थे। मनमोहन सिंह सरकार के कार्यकाल में वित्त वर्ष 2012-13 के बजट पर तीखी टिप्पणी करते हुए दासगुप्ता ने कहा था कि केंद्रीय वित्त मंत्री के रूप में प्रणब मुखर्जी की कोई आवश्यकता नहीं थी, यह बजट तो कोई भी लिपिक तैयार कर सकता था। पार्टी के सहसचिव शिव दर्शन वर्मा ने कहा कि 2जी स्पेक्ट्रम केस को मनमोहन सिंह के कर्तव्य की चूक बताया। अंत में पार्टी के जिला सचिव बृज मोहन वर्मा ने कहा कि दासगुप्ता का जन्म 3 नवंबर 1936 को हुआ था। वे 1985 में पहली, 1988 में दूसरी और 1994 में तीसरी बार राज्यसभा के लिए चुने गए थे। इसके बाद दासगुप्ता 2004 और 2009 में दो बार लोकसभा चुनाव जीतकर संसद पहुंचे। शोक सभा में दलसिंगार, अमर सिंह, वीरेन्द्र कुमार गिरीश चन्द्र मास्टर रामविलास वर्मा रामलखन वर्मा आदि मौजूद थे। अंत में दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धाजंलि अर्पित की गई।
सीएबी से भी जुड़े रहे दासगुप्ता
2004 में लोकसभा पहुंचने के बाद दासगुप्ता वित्त समिति और पब्लिक अंडरटेकिंग समिति के सदस्य भी रहे। 2009 में वे भाकपा संसदीय दल के नेता भी चुने गए थे। राजनीति से इतर दासगुप्ता को क्रिकेट और रवींद्र संगीत में बेहद रुचि थी। वे बंगाल क्रिकेट संघ (सीएबी) से भी जुड़े रहे और उन्होंने कैब के सदस्य के रूप में काम किया।
पूर्व सांसद कामरेड़ गुरुदास दास गुप्ता का निधन मजदूर आन्दोलन की बड़ी क्षति
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने कामरेड़ की स्मृति में आयोजित की शोकसभा
बाराबंकी। गुरुदास गुप्ता साम्यवादी आंदोलन के ही नहीं देश के महा नायक थे। और संसदीय राजनीति में भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन को मजबूत दिशा दी थी। उक्त उदगार भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी राज्य परिषद सदस्य रणधीर सिंह सुमन नें पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय सचिव व 5 बार के सांसद रहे कामरेड गुरुदास गुप्ता की स्मृति में गांधी भवन में आयोजित शोक सभा में व्यक्त कियें। श्री सुमन ने आगें कहा कि कामरेड गुरुदास दास की मृत्यु मजदूर आंदोलन की बड़ी क्षति है। जो अपूर्णनीय है। पार्टी नेता प्रवीण कुमार ने कहा कि कामरेड गुरुदासदास को सरकार से एक करोड़ रुपये मिले थे। जिसे उन्होंने मजदूर आन्दोलन को दे दिया था। किसान सभा अध्यक्ष विनय कुमार सिंह ने कहा कि कामरेड गुरुदास दास अपनी बातें खुलकर रखने के लिए मशहूर थे। मनमोहन सिंह सरकार के कार्यकाल में वित्त वर्ष 2012-13 के बजट पर तीखी टिप्पणी करते हुए दासगुप्ता ने कहा था कि केंद्रीय वित्त मंत्री के रूप में प्रणब मुखर्जी की कोई आवश्यकता नहीं थी, यह बजट तो कोई भी लिपिक तैयार कर सकता था। पार्टी के सहसचिव शिव दर्शन वर्मा ने कहा कि 2जी स्पेक्ट्रम केस को मनमोहन सिंह के कर्तव्य की चूक बताया। अंत में पार्टी के जिला सचिव बृज मोहन वर्मा ने कहा कि दासगुप्ता का जन्म 3 नवंबर 1936 को हुआ था। वे 1985 में पहली, 1988 में दूसरी और 1994 में तीसरी बार राज्यसभा के लिए चुने गए थे। इसके बाद दासगुप्ता 2004 और 2009 में दो बार लोकसभा चुनाव जीतकर संसद पहुंचे। शोक सभा में दलसिंगार, अमर सिंह, वीरेन्द्र कुमार गिरीश चन्द्र मास्टर रामविलास वर्मा रामलखन वर्मा आदि मौजूद थे। अंत में दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धाजंलि अर्पित की गई।
सीएबी से भी जुड़े रहे दासगुप्ता
2004 में लोकसभा पहुंचने के बाद दासगुप्ता वित्त समिति और पब्लिक अंडरटेकिंग समिति के सदस्य भी रहे। 2009 में वे भाकपा संसदीय दल के नेता भी चुने गए थे। राजनीति से इतर दासगुप्ता को क्रिकेट और रवींद्र संगीत में बेहद रुचि थी। वे बंगाल क्रिकेट संघ (सीएबी) से भी जुड़े रहे और उन्होंने कैब के सदस्य के रूप में काम किया।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें