बाराबंकी ।कन्हैया कुमार, सदस्य, राष्ट्रीय परिषद, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के ऊपर फर्जी मुकदमें की वापसी हेतु एक ज्ञापन राष्ट्रपति को सम्बोधित जिलाधिकारी के माध्यम दिया गया है।
ज्ञापन में लिखा गया है कि श्रीमद् भगवत गीता में लिखा है कि ‘यदा यदा ही धर्मस्य ग्लानिनिर्भवति भारत। अभ्युत्थानम धर्मस्य तदात्मानं सृजाम्यहम्। परित्राणाय साधूनां विनाशाय च दुष्कृताम्। धर्म संस्थापनार्थाय सम्भवामि युगे-युगे।’ जब देश में महंगाई, बेरोजगारी शोषण, अत्याचार अपनी चरम् सीमा पर है। श्रम कानूनों की समाप्ति, शिक्षा का बजट कम करना, अवैधानिक अंधविश्वासों को बढ़ावा देना, अपने नागरिकों को अपनी नागरिकता साबित करने के लिए बाध्य करना, हिटलर के प्रचारमंत्री गोविल्स को भी परास्त करते हुए उससे आगे जाकर झूठ के सौदागरों का बोलबाला हो जाना, ऐसे संकट के समय में छात्रों व नौजवानों के बीच में एक उभरता चेहरा डाॅ0 कन्हैया कुमार का है, और छात्र-युवा, नौजवानों के इस परिवर्तन की धारा के अग्रगामी पुरूष डाॅ0 कन्हैया कुमार को परास्त करने के लिए तरह-तरह के षड़यंत्र रचे जा रहे हैं। आपको विदित होगा कि हर महापुरूष के उद्भव के समय से कुछ नासमझ शरारती तत्वों द्वारा कीचड़ फेंकना, पथराव करना, अशोभनीय बाते करना, तथा मानवता विरोधी मुहिम चलाई जाती थी, लेकिन महापुरूष इन चुनौतियों को पार करते हुए मनुष्य मात्र के कल्याण के लिए देश और विदेश में चर्चित हुए हैं, डाॅ0 कन्हैया कुमार देश के लिए एक वरदान हैं, लेकिन कुछ कुचक्री दम्भी लोग उनके ऊपर फर्जी मुकदमें कायम करवा रहे हैं।
अखिल भारतीय नौजवान सभा, ने मांंगकि अविलम्ब देश विरोधी व राष्ट्रविरोधी, मानवता विरोधी शक्तियों द्वारा डाॅ0 कन्हैया कुमार के खिलाफ जारी षड़यंत्र की जांच कराते हुए देश भर में उनके ऊपर कायम कराये गये फर्जी मुकदमें वापस लेने का निर्देश सरकार को देंं ।
ज्ञापन सौपनें के दौरान अधिवक्ता वीरेन्द्र कुमार पटेल, बृजमोहन वर्मा, गिरीषचन्द्र, आशीष शुक्ला, संदीप तिवारी, प्रवीन वर्मा, दीपक शर्मा, महेन्द्र, सूबेदार सिंह, अकील, शकील अहमद, आदित्य सिंह, अंकुर वर्मा, श्याम सिंह, राम सिंह, दलसिंगार मौजूद रहे।
2 टिप्पणियां:
वाह....
सभी क्रांतिकारी साथियों को लालसलाम,इंक़लाब जिंदाबाद
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