गुरुवार, 1 दिसंबर 2022
सरकार झूठ बोल रही है - चन्द्रशेखर
सरकार झूठ बोल रही है
उत्तर प्रदेश में पूर्व में ही राज्य विद्युत परिषद को विघटित कर उसे कई निगमों में बॉट दिया गया है। जिससे विद्युत विभाग राजस्व के मामले में अत्यंत कमजोर हो गया है। पूर्व में भी विभागीय कर्मचारियों द्वारा विघटन के खिलाफ आन्दोलन किए गए, परन्तु यह कह कर उस आन्दोलन को समाप्त करा दिया गया था कि परिषद को निगमों में बॅट जाने से कर्मचारियों की सेवाशर्तो पर कोई असर नही पड़ेगा तथा राजस्व की जो हानि हो रही है वह रूक जाएगा। परन्तु वे सारे वादे विपरीत साबित हुए। अब पुनः विद्युत विभाग को कारपोरेट्स/नीजी हाथों में सौंपने हेतु लगातार प्रयास किया जा रहा है। जिसको रोकने के लिए विद्युत कर्मचारी संयुक्त संर्घष समिति के बैनर तले प्रदेश के समस्त ऊर्जा निगमों के कर्मचारी आन्दोलन पर चले गए है।
महामंत्री चन्द्रशेखर ने मुख्यमंत्री को एक पत्र लिख कहा कि र्जा निगमों के शीर्ष प्रबन्धन द्वारा उत्पीड़न की कार्यवाही करने के कारण पिछले दो दिनों से कर्मचारी अनिश्चित कालीन कार्य बहिष्कार कर रहे हैं।
, अफसोस की बात है कि निगमों के अध्यक्ष के हठधर्मिता के कारण कोई सकारात्मक बात नही हो सकी जिससे कर्मचारियों में रोष व्याप्त होना स्वाभाविक है। अपर मुख्य सचिव ’’ऊर्जा’’ एवं और ऊर्जा मंत्री , के साथ भी कोई सार्थक समझौता नही हो सका, जिससे आन्दोलन और तेज होता जा रहा है, जिससे प्रदेश की आम जनता प्रभावित हो रही है और आन्दोलन न समाप्त होने की स्थिति में एटक से सम्बद्ध अन्य विभागों के कर्मचारी भी उनके आन्दोलन के समर्थन में आन्दोलन पर उतर सकते है। जिससे प्रदेश में औद्योगिक अशान्ति उत्पन्न हो सकती है।
मुख्यमंत्री स्वयं जनहित में विद्युत कर्मचारी संयुक्त संर्घष समिति के पदाधिकारियों के साथ वार्ता कर विद्यमान समस्याओं का निराकरण करने का कष्ट करें, ताकि जनहित में आन्दोलन समाप्त हो और औद्योगिक शान्ति बनी रहे।
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