सोमवार, 10 जून 2024

संघ ने भाजपा आई टी सेल प्रमुख अमित मालवीय पर लगाया यौन शोषण का आरोप

कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने प्रेस कांफ्रेंस करके अमित मालवीय के खिलाफ लगे आरोपों का खुलासा किया। कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने प्रेस कांफ्रेंस करके अमित मालवीय के खिलाफ लगे आरोपों का खुलासा किया। कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने आज (10 जून) एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। सुप्रिया ने कहा-संघ सदस्य शांतनु सिन्हा नाम के एक व्यक्ति ने अमित पर महिलाओं के यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है। शांतनु के मुताबिक, अमित महिलाओं को 5 स्टार होटल ले जाते हैं और उनका शोषण करते हैं। यही नहीं, अमित ने बंगाल में बीजेपी ऑफिस में भी महिलाओं का यौन शोषण किया। शांतनु बंगाल में भाजपा के पदाधिकारी राहुल सिन्हा के रिश्तेदार हैं। सुप्रिया ने आगे कहा- हम भाजपा से बंगाल में महिलाओं के लिए न्याय की मांग करते हैं; चाहे वह हाथरस हो, लखीमपुर हो, हमारे सबसे सम्मानित एथलीट हों या बिलकिस बानो हों, प्रधानमंत्री ने लगातार अपराधियों को राजनीतिक संरक्षण दिया है। अब समय आ गया है कि आप महिलाओं के साथ खड़े हों। आप भारत की बेटी के साथ खड़े हों और जब तक आप उनकी दुर्दशा का जवाब नहीं देते, तब तक आपको सत्ता में रहने का कोई अधिकार नहीं है। इसके बाद अमित मालवीय ने शांतनु सिन्हा को 10 करोड़ का मानहानि का नोटिस भेजा है। साथ ही मालवीय ने शांतनु को बिना शर्त माफी मांगने और सोशल मीडिया पर उनको लेकर लिखे पोस्ट हटाने को भी कहा है। सुप्रिया श्रीनेत बोलीं- अपराधियों को भाजपा नेताओं का संरक्षण सुप्रिया ने आगे कहा- अगर आपको आईआईटी-बीएचयू गैंगरेप याद हो और इसमें शामिल तीन लोग - सक्षम पटेल, कुणाल पांडेर और आनंद चौहान, सभी पीएम मोदी सहित भाजपा के बड़े नेताओं के बेहद करीबी हैं। यह एक पैटर्न है, चाहे वह कुलदीप सिंह सेंगर हो, चिन्मयानंद हो, बृजभूषण हो या अंकिता भंडारी के हत्यारे हों, वे सभी नरेंद्र मोदी द्वारा संरक्षित भाजपा नेता हैं। सुप्रिया बोलीं- मोदी इस बार मिली हार से कुछ सीखेंगे कांग्रेस नेता ने आगे कहा- हम केवल यही उम्मीद करते हैं कि प्रधानमंत्री 63 सीटों पर मिली हार से कुछ सबक सीखेंगे। वे विनम्रता सीखेंगे और वे सीखेंगे कि वे लगातार उन लोगों के साथ खड़े नहीं हो सकते जो महिलाओं का शोषण करते हैं। हमें उम्मीद है कि महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की नई मंत्री महिलाओं की दुर्दशा को देखकर मूकदर्शक नहीं बनेंगी। हमें उम्मीद है कि NCW अपनी आवाज, विवेक और नैतिकता को पहचानेगी और इस मामले का स्वतः संज्ञान लेगी। न्याय तभी हो सकता है जब इस आदमी को उसके अधिकार से हटा दिया जाए।

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