रविवार, 22 दिसंबर 2024
झूठा विश्व गुरू
भारत की दशा और दिशा
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देश में झूठ या सच सिर्फ एक व्यक्ति ही बोल सकता है, और किसी को बोलने का अधिकार नहीं होगा। झूठ को प्रतिष्ठापित किया जायेगा और सच बोलने वाले को दंडित किया जाएगा। सच बोलना सबसे बड़ा अपराध होगा।
प्रधानमंत्री अब राजा होगा, जिसका हर आदेश कानून होगा। उसकी मर्जी ही देश का कानून होगा। वर्तमान संविधान की जगह मनुस्मृति भारत का संविधान होगा। सारा देश राजा की जय-जयकार करेगा और स्तूतिगान करेगा।
भ्रष्टाचार, आत्मप्रचार और आत्मप्रशंसा करने तथा स्वयं को अवतार घोषित करने का अधिकार सिर्फ राजा को होगा। अगर दूसरे ऐसा करते पाये जायेंगे, तो उनका सिर कलम कर दिया जायेगा।
आठ हजार करोड़ रुपए के वायुयान पर सवार होकर विदेशों में भ्रमण सिर्फ वही कर सकता है। दुनिया की सबसे अच्छी और महंगी वस्तुओं का वह उपभोग करेगा।
भारतीय इतिहास में उससे महान आजतक कोई भी व्यक्ति नहीं हुआ है। वह भारत का महानतम शासक है। चंद्रगुप्त, अशोक, बुद्ध, महावीर, अकबर, गांधी, नेहरू और अंबेडकर उनके पैरों के तलवे चाटेंगे।
देश को लूटने और लूटाने, देश को कौड़ियों के मोल बेचने, देश को बर्बाद करने और कर्ज लेकर मलाई खाने का भी उसे अधिकार होगा। देश उसका है, और वह जो और जैसा चाहे करेगा।
देश में कोई भी व्यक्ति उससे आंख से आंख मिलाकर बात नहीं करेगा। कोई उससे सवाल नहीं करेगा, कोई उसकी आलोचना नहीं करेगा, उसका विरोध नहीं करेगा, और न ही ऊंची आवाज में बात करेगा।
वह गरीबों और बहुसंख्यक मेहनतकशों को गुलाम बनायेगा, और उन्हें सिर्फ किसी तरह जीने का हक देगा। उनके मुंह से कभी कोई शिकायत नहीं निकलेगी।
पूंजीपतियों और कारपोरेट घरानों को देश की सारी संपत्ति, संपदा और प्राकृतिक संसाधनों के साथ ही सरकारी उपक्रमों, कंपनियों, निगमों, एयरपोर्ट, एयरवेज, स्टेशन, रेलवे, बंदरगाह, हाईवे, एक्सप्रेस वे, और जो कुछ भी वे चाहें, मुफ्त में मिलेगा।
संसद, न्यायपालिका, ईडी, सीबीआई, आयकर विभाग और चुनाव आयोग सिर्फ उसकी बात मानेंगे। चुनाव आयोग को ईवीएम के माध्यम से चुनाव में हेराफेरी करने का अधिकार होगा।
सुप्रीम कोर्ट सरकार के कामों और निर्णयों में कोई दखल नहीं देगा। बदले में इनाम के रूप में उन्हें राज्यसभा का सदस्य, राज्यपाल या फिर किसी न्यायिक आयोग का चेयरमैन बनाया जायेगा।
देश के सभी नागरिकों के लिए यह अनिवार्य होगा कि वे उनकी मन की बात सुनें। नहीं सुनने वाले को राष्ट्रद्रोही घोषित किया जायेगा।
सिर्फ राजा, उसके संगठन और उसके दल को ही देश को लूटने और भ्रष्टाचार करने का अनन्य अधिकार होगा।
वह झूठ बोलेगा और भ्रष्टाचार करेगा, पर उसके झूठ और भ्रष्टाचार पर कोई उंगली नहीं उठायेगा।
वह देश का इतिहास नये सिरे से लिखवायेगा, जिसे लिखने वाले सभी मूर्ख और अज्ञानी होंगे। सुनहरे अतीत की काल्पनिक कहानियों और पात्रों को इतिहास की सच्चाई माना जायेगा।
मृत मुगलों को सबक सिखाने के लिए देश के सारे मस्जिदों को खोदवाया जायेगा और मंदिरों का पता लगाया जाएगा।
देश के पूंजीपतियों और कारपोरेट घरानों को देश लूटने, बैंकों से बेहिसाब कर्ज लेने और कर्ज लेकर विदेशों में भागने का अधिकार होगा।
देश के पूंजीपति और कारपोरेट घराने बैंकों के कर्ज से अपनी तिजोरी भरेंगे, और फिर सरकार उस कर्ज को माफ कर देगी या सब्सिडी भी देगी।
देश पर इतना विदेशी कर्ज का भार हो जायेगा कि एक दिन पूरा देश ही गिरवी रख दिया जायेगा, या दिवालिया घोषित कर दिया जायेगा।
देश के मुट्ठीभर लोगों के पास देश की सारी संपत्ति होगी और बाकी लोगों के हाथों में भीख का कटोरा होगा और वे भीख मांगकर खायेंगे।
भारत मूर्खों, अज्ञानियों, जाहिलों, अंधभक्तों, रोगियों, साधु-संतों, महंतों, पुजारियों, नागाओं, धर्माचार्यों, शंकराचार्यों, ज्योतिषियों, हस्तरेखा विशेषज्ञों, गुंडों, लंपटों, मवालियों, दलालों, ठेकेदारों, तस्करों और माफियाओं का देश होगा, और यही लोग एक दिन भारत को विश्वगुरु बनायेंगे। जयहिंद।
-राम अयोध्या सिंह
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सुमन
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