रविवार, 19 दिसंबर 2010

संघियों ने मंदिर तोडा, अपने नेता की हत्या की


भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय मुख्यालय में स्थित शिव पार्वती मंदिर को इन्ही लोगो ने तोड़ डाला। मंदिर और हिन्दू धर्म के ठेकेदार राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ व उसके अनुवांशिक संगठन भाजपा ने शिव पार्वती मंदिर को तोड़ कर वहां पर मीडिया सेंटर बनाने जा रहे हैं। यदि यही हरकत किसी अन्य ने की होती तो अब तक यह संघी गला फाड़-फाड़ कर हल्ला गुल मचा रहे होते इनके चाटुकार पत्रकार बड़े-बड़े आलेख लिख रहे होते। समाचार चैनलों पर हिन्दुवों को उकसाने के लिए इनके नेता विलाप कर रहे होते। अगर कहीं अल्पसंख्यक समुदाय की हवा इधर आ गयी होती तो यह अफगानिस्तान से लेकर मिश्र होते हुए पकिस्तान बंगलादेश तक तलवार भांज रहे होते लेकिन जब नरेंद्र मोदी ने 30000 मंदिर गुजरात में तुडवाये तो आर एस एस का हिन्दुवत्व नरेंद्र मोदी का यशोगान कर रहा था।
महात्मा गाँधी की हत्या के बाद मानववादी समाजवाद के प्रणेता पंडित श्री दीन दयाल उपाध्याय की हत्या भी इन्ही संघियों ने की थी। अजमेर शरीफ बमकांड के अभियुक्त सुनील जोशी की भी हत्या अब इन्ही संघियों ने कर दी है। सुनील जोशी के पकडे जाने से राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के आतंकवादी स्वरूप का पर्दाफाश हो जाता और असली चेहरा जनता के सामने आ जाता। अपने आतंकवादी स्वरूप को छिपाने के लिए संघ के लोग सुनील जोशी की हत्या करने में जरा भी हिचक नहीं दिखाई । कंधमाल गुजरात के नरसंहारों से लेकर सिख नरसंहार तक इन हिन्दुवत्व वादी शक्तियों का चेहरा नरपिशाच जैसा हो गया है।

सुमन
लो क सं घ र्ष !

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