लो क सं घ र्ष !
लोकसंघर्ष पत्रिका
मंगलवार, 25 जनवरी 2011
सौगंध तुम्हे सत्ताधीशों, सच बतलाओ यह लोकतंत्र है !
लोकसंघर्ष पत्रिका के दिसम्बर 2010 अंक से
1 टिप्पणी:
shyam gupta
ने कहा…
सत्ताधीश यो आपही हो ज़नाब...लोकतन्त्र में....स्वाल-जबाव किससे.....
25 जनवरी 2011 को 8:27 pm बजे
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1 टिप्पणी:
सत्ताधीश यो आपही हो ज़नाब...लोकतन्त्र में....स्वाल-जबाव किससे.....
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