देश में धर्म निरपेक्ष व्यवस्था लागू है किन्तु व्यवहार में शासन में बैठे हुए अधिकारी अपनी घ्रणित मानसिकता के चलते तरह तरह के प्रयोग धार्मिक व जातिगत भेद करने के लिए करते हैं। रेलवे पॉवर कर्पोरेशन बैंकिंग से सम्बंधित सेवाओं में भर्ती परीक्षा में उत्तर पुस्तिकाओं में आवंटित रोल नंबर के साथ साथ प्रतिभागियों का नाम धर्म का उल्लेख करना आवश्यक है। उत्तर पुस्तिका की जांच करने वाला व्यक्ति घ्रणित मानसिकता का है तो वह धर्म के आधार पर योग्य अभ्यर्थियों का नुकसान करता है। केंद्र एवं राज्य की विभिन्न प्रतियोगिताएं में रोल नंबर के साथ साथ परीक्षा नियंत्रकों द्वारा नाम व धर्म का उल्लेख किया जाना अनिवार्य कर दिया है।
पूर्व में कोई भी परीक्षा जाति व धर्म से रहित होकर योग्य अभ्यथियों के चयन की होती थी इसीलिए नाम और जाति, धर्म को गोपनीय रखने के लिए रोल नंबर की व्यवस्था की जाती थी और गोपनीयता को बनाये रखने के लिए जब उत्तर पुस्तिकाएं परीक्षक को जांच के लिए दी जाती थी तो उस पर रोल नंबर के बजाये कोड नंबर दिए जाते थे। इसलिए आवश्यक है कि धार्मिक आधार पर कोई भेदभाव न हो परीक्षा की पुरानी व्यवस्था को लागू किया जाये। सभी परीक्षा परिणाम इन्टरनेट पर उपलब्ध कराने कि भी आवश्यकता है।
सुमन
लो क सं घ र्ष !
पूर्व में कोई भी परीक्षा जाति व धर्म से रहित होकर योग्य अभ्यथियों के चयन की होती थी इसीलिए नाम और जाति, धर्म को गोपनीय रखने के लिए रोल नंबर की व्यवस्था की जाती थी और गोपनीयता को बनाये रखने के लिए जब उत्तर पुस्तिकाएं परीक्षक को जांच के लिए दी जाती थी तो उस पर रोल नंबर के बजाये कोड नंबर दिए जाते थे। इसलिए आवश्यक है कि धार्मिक आधार पर कोई भेदभाव न हो परीक्षा की पुरानी व्यवस्था को लागू किया जाये। सभी परीक्षा परिणाम इन्टरनेट पर उपलब्ध कराने कि भी आवश्यकता है।
सुमन
लो क सं घ र्ष !
1 टिप्पणी:
सिस्टम ही दोषपूर्ण है।
बसन्तपञ्चमी की शुभकामनाएँ!
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