अमर उजाला का नया सगूफा
यह बात मरने के बाद कही जा रही है
तारिक और खालिद के थे हूजी से रिश्ते
आईबी का दावा- दोनों चार साल पहले से थे आतंकियों के संपर्क में
• अमर उजाला ब्यूरो
लखनऊ।
सपा सरकार भले ही कचहरी ब्लास्ट के आरोपियों तारिक कासमी और पुलिस हिरासत
में संदिग्ध हालात में मौत का शिकार हुए खालिद मुजाहिद से मुकदमे वापस लेना
चाहती हो लेकिन दोनों का आतंकी संगठन हरकत-उल-जेहाद-ए-इस्लामी (हूजी) से
चार साल पुराना रिश्ता है। इसकी पुष्टि उत्तर प्रदेश की किसी जांच एजेंसी
की रिपोर्ट से नहीं, बल्कि दिल्ली क्राइम ब्रांच व आईबी द्वारा 22 दिसंबर
2006 को गिरफ्तार हूजी कमांडर मोहम्मद अमीन बानी से हुई पूछताछ में हुई है।
बानी ने खालिद मुजाहिद व तारिक कासमी के नाम उनकी गिरफ्तारी के एक साल
पहले ही जांच एजेंसियों के सामने उगल दिए थे।
जम्मू-कश्मीर के डोडा निवासी हूजी के कमांडर मोहम्मद अमीन बानी उर्फ खालिद
उर्फ जिया उर्फ नईम पुत्र मोहम्मद साबिर बानी को दिल्ली के लाल किला बस
अड्डे से दबोचा गया था। अमीन बानी की गिरफ्तारी को खुफिया एजेंसियों की एक
बड़ी कामयाबी माना जाता है। बानी को तब दबोचा गया था जब वह पाकिस्तानी हूजी
कमांडरों के इशारे पर हासिल पांच लाख की हवाला की रकम को लेकर जम्मू लौट
रहा था। बानी को इस रकम से हूजी के लिए असलहे व अन्य संसाधन जुटाने थे।
उसकी गिरफ्तारी के बाद हूजी के नेटवर्क की कई परतें खुलीं। खुफिया
एज़ेंसियों से पूछताछ में अमीन बानी ने माना था कि वह फरवरी-मार्च 2003 में
दिल्ली और अजमेर गया था। दिल्ली में उसकी मुलाकात रकीब से हुई थी। रकीब ने
ही बानी की मड़ियाहूं जौनपुर निवासी खालिद मुजाहिद से अमरोहा के एक धार्मिक
स्थल पर मुलाकात कराई थी। दोनों ने ही कश्मीर में चल रहे मूवमेंट में
सक्रिय सहयोग करने का भरोसा दिया था।
इंटरोगेशन
रिपोर्ट के मुताबिक बानी 28 नवंबर 2006 को खालिद मुजाहिद के पास जौनपुर
गया था। यहां खालिद ने उसकी मुलाकात आजमगढ़ के तारिक कासमी से कराई थी।
खालिद मुजाहिद अपने मित्र रकीब के साथ 2003-04 के दौरान कश्मीर गया था जहां
रकीब की मुठभेड़ में मौत हो गई थी। खालिद मुजाहिद वहां एक माह तक हूजी
कमांडरों के साथ रहा था। बानी ने पूछताछ में बताया था कि खालिद ने कुछ बड़े
नेताओं को टारगेट पर बताते हुए उल्फा के लोगों से हथियार खरीदने की बात
कही थी। हथियारों की खरीद के लिए खालिद ने हूजी कमांडरों से रुपयों की मांग
की थी। इन्हीं रुपयों को लेने के लिए बानी दिल्ली गया था।
...और निमेष आयोग की रिपोर्ट तो यह कहती है
सपा सरकार तो वापस ले रही है मुकदमे
1 टिप्पणी:
ap k pas terrorist k case our modi vilap k alawaa kuch b naya nhi hai.
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