उत्तर प्रदेश में हिन्दुवत्ववादी संगठन हमेशा यह आरोप लगाते रहते हैं कि सरकार तुष्टिकरण कि नीति अपना रही है। जबकि वास्तविकता यह है कि समाजवादी पार्टी के मुस्लिम प्रेम के कारण मुजफ्फरनगर में उनका भयानक नरसंहार हुआ है। बाराबंकी में यह फोटो कुर्बान की है और उनकी यह दुर्गति समाजवादी सरकार की पुलिस ने की है। रात भर थाने में पट्टा चलाने का काम पुलिस के अभिनव प्रयोग का उत्कृष्ठ नमूना है।
कहाँ है लोकतंत्र, कहाँ है मानवाधिकार संगठन, कहाँ है सर्वोच्च न्यायलय, कहाँ है अल्पसंख्यक आयोग ? कोई भी नहीं है जो इस तरह की दिन-प्रतिदिन होने वाली घटनाओ से जनता को निजात दिला सके। पूरे प्रदेश में इस तरीके कि घटनाएं राज्य के कारिंदो द्वारा की जाती हैं और सभी कि जानकारी में होने के बावजूद रोकथाम करने का कोई विकल्प ही नही है, सिर्फ आंसू बहाने के अलावा।
सुमन
लो क सं घ र्ष !
कहाँ है लोकतंत्र, कहाँ है मानवाधिकार संगठन, कहाँ है सर्वोच्च न्यायलय, कहाँ है अल्पसंख्यक आयोग ? कोई भी नहीं है जो इस तरह की दिन-प्रतिदिन होने वाली घटनाओ से जनता को निजात दिला सके। पूरे प्रदेश में इस तरीके कि घटनाएं राज्य के कारिंदो द्वारा की जाती हैं और सभी कि जानकारी में होने के बावजूद रोकथाम करने का कोई विकल्प ही नही है, सिर्फ आंसू बहाने के अलावा।
सुमन
लो क सं घ र्ष !
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