जबरदस्ती जाति बदल रहे है |
भा जा पा के नेता सुब्रमण्यन स्वामी ने हैदराबाद यूनिवर्सिटी के दलित छात्र
रोहित वेमुला की खुदकुशी के मामले में विरोध प्रदर्शन कर रहे छात्रों की तुलना
कुत्तों से की है।स्वामी ने फिर अपनी जाति को पहचान कर जातिवाद किया और अपनी जाति को बढ़ाने का प्रयास कर रहे है लेकिन कुत्ते की उपमा देकर कुत्ते की वफ़ादारी का अपमान कर रहे है
वही छात्र रोहित वेमुला की खुदकुशी मामले में हैदराबाद पुलिस ने
विद्यार्थी परिषद के नेता सुशील कुमार के खिलाफ केस दर्ज किया है. बीते साल अगस्त
महीने में सुशील ने वेमुला और उनके चार दोस्तों के खिलाफ पुलिस में शिकायत
की भी थी, वहीं सुशील ने यह कहकर मामले को नया मोड़ दे दिया है कि रोहित और
उसके दोस्त याकूब मेमन के लिए नमाज पढ़ रहे थे. विद्यार्थी परिषद के छात्र नेता सुशील कुमार ने कहा, 'रोहित वेमुला
और उसके साथी स्टूडेंट्स मुंबई धमाकों के आरोपी याकूब मेमन के लिए नमाज
पढ़ते थे.' सुशील ने कहा कि सुसाइड करने वाले रोहित और चार अन्य के खिलाफ
उन्होंने पिछले साल पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई थी. अफवाहबाजी की मशीन ने नई अफवाह फैलाई .
सुशील कुमार ने फेसबुक पर रोहित और उसके दोस्तों को 'गुंडे'
कहकर संबोधित किया था, जिसके बाद वह अपने दोस्तों के साथ विद्यार्थी परिषद के इस
नेता से मिलने पहुंचा था. सुशील ने बताया कि इसी दौरान उन पर हमला किया
गया, जिसके बाद वह अस्पताल में भर्ती हो गए. हालांकि, मेडिकल रिपोर्ट के
मुताबिक वह दो दिन बाद अस्पताल में भर्ती हुए थे, जब उनका एपेंडिक्स का
ऑपरेशन हुआ था. लेकिन सुशील की मानें तो वह उसी रात अस्पताल पहुंच गए थे.झूठ की पराकाष्ठा को पार करते हुए यह ड्रामा किया ,जो इनकी पुरानी फितरत है आज़ादी के बाद यह लोग बराबर इस हिकमत अमली का प्रयोग दंगे फ़ैलाने में करते रहे है
दत्तात्रेय ने ईरानी को लेटर लिखा था कि हैदराबाद यूनिवर्सिटी में राष्ट्र
विरोधी गतिविधियां चल रही हैं और इसमें शामिल छात्रों के खिलाफ कार्रवाई की
जाए। इसके बाद मंत्रालय ने इस बारे में यूनिवर्सिटी को 4 रिमाइंडर भेजे
थे।
इनका असली चेहरा दलित ,पिछड़ा विरोधी है वह सामने आ रहा है
-रणधीर सिंह सुमन
1 टिप्पणी:
आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल रविवार (23-01-2016) को "कुछ सवाल यूँ ही..." (चर्चा अंक-2231) पर भी होगी।
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सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।
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चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।
जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।
हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
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