जर्मनी के बाद हिन्दुस्तानी गोविल्स नरेंद्र मोदी ने शनिवार को सरकार के नोटबंदी के फैसले पर कहा कि उन्होंने अपने वादे के मुताबिक देश को बचाने का काम किया है। यदि पूर्ववर्ती सरकारों द्वारा भ्रष्टाचार और काले धन के खिलाफ कार्रवाई करतीं तो उन्हें नोटबंदी जैसा कठोर फैसला लेने के लिए मजबूर नहीं होना पड़ता। ‘अगर पिछले 40 वर्षों में देश की समस्याओं का समाधान समय पर किया गया होता तो मुझे ऐसा कठोर फैसला नहीं लेना पड़ता।’ देश की पिछली सरकारों की आलोचना करते हुए उन्होंने कहा, 'हमारे देश में सरकारें कैसे चली हैं, यह मैं बुराई करने के लिए नहीं कह रहा। दिल में दर्द होता है, क्या करके रख दिया देश को?' जर्मनी में गोविल्स भी इसी तरह झूठ पर झूठ बोलता रहता था यह भी झूठ बोलने में गोविल्स का प्रतिरूप है
गोविल्स ने कहा कि 11,420 करोड़ रुपये की लागत से विकसित पुणे मेट्रो परियोजना का उद्घाटन करने के बाद कहा, ‘फैसले लेने में नाकाम रहे लोगों ने देश को कब्र में धकेल दिया, लेकिन जैसा वादा किया था मैंने देश को बचा लिया।’ पिछली सरकार के कामों का उद्घाटन करते हुए कहता है कि उन्होंने कुछ भी नहीं किया है और बेशर्मी के साथ हंसता है
गोविल्स ने कहा, 'देश का तेज़ी से शहरीकरण हो रहा है, इसलिए हमें दो दिशाओं में काम करना होगा। पहले हमें ग्रामीण जीवन को सुधारना होगा।' नोटबंदी के अपने फैसले का पुरजोर समर्थन करते हुए प्रधानमंत्री ने भ्रष्ट और काला धन रखने वाले लोगों को फिर से चेताया और कहा कि वे कानून का पालन करें और खुद को ईमानदारों को सूची में खड़ा करें। उन्होंने कहा, ‘अगर वे अपनी आय की घोषणा नहीं करते तो कम से कम मैं तो नहीं सोने वाला।’ सारे सूख भोगते हुए किसी भी तरह से जनता मदद न करने वाला कहता है कि वह सोने वाला नहीं है खुद कभी कोई कर दिया नहीं है जनता के करो पर ही पलता है
गोविल्स ने कहा कि 50 दिनों के बाद लोगों की नोटबंदी से हो रही तकलीफों से आराम मिल जाएगा, लेकिन भ्रष्ट और काला धन रखने वालों की तकलीफ बढ़ जाएगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि किसी को भी नहीं बख्शा जाएगा और देश की गरीब जनता को इंसाफ मिलेगा। भारत का यह गोविल्स देश को लगभग दस वर्ष पीछे ले गया है
इस गोविल्स ने देश बहसंख्यक जनता को भूखों मार डालने की योजना पर कार्य कर रहा है और कार्पोरेट सेक्टर को जनता को लूटा रहा है नोटबंदी योजना चीनी जैक मा की कमीशन एजेंट होने का परिणाम है ऊपर लिखा गया बयान झूठ दर झूठ है रणधीर सिंह सुमन
1 टिप्पणी:
आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल सोमवार (26-12-2016) को "निराशा को हावी न होने दें" (चर्चा अंक-2568) पर भी होगी।
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सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।
क्रिसमस की हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
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