सोशल मीडिया पर अक्सर ऐसे वीडियो सामने आते हैं जो देश की बड़ी-बड़ी राजनैतिक पार्टियों के करतूत से पर्दा हटाने का काम करते हैं। ऐसा ही एक वीडियो यूट्यूब के माध्यम से सामने आया जिसमें यूट्यूबर पर ध्रुव राठी खुद को भाजपा आईटी सेल का पूर्व कर्मचारी बताने वाले महावीर का इंटरव्यू लेते हैं। इस वीडियो में वह शख्स बताता है कि कैसे बीजेपी की आईटी सेल में झूठी खबरें फैलाने का काम किया जाता है।
यह काफी बड़ी है इसलिए इस वीडियो के कुछ अंश आपके साथ साझा कर रहे हैं। इस वीडियो में महावीर दावा करता है कि वह 2012 से 2015 के बीच बीजेपी की आईटी सेल में काम कर रहा था। महावीर बताता है कि भाजपा की आईटी सेल में 150 लोग काम करते हैं, उन्हें प्रधानमंत्री से मिलने का मौका मिलता है और उनके द्वारा विशेष कंटेट को ट्रोल किया जाता है और फिर उसे निचली रैंक के सदस्यों के द्वारा शेयर किया जाता है। महावीर बताता है कि वह आईटी सेल में उन अन्य 50 में शामिल था। वह बताता है कि उनका नंबर ‘सुपर 150’ लोगों के बाद आता है।
जब महावीर से पूछा गया कि आईटी सेल में उसका क्या काम था तो उसने बताया कि उसका मुख्य काम ‘ट्रोल’ करने का था। महावीर ने बताया कि खबरों में चाहे न्यूज कैसी भी हो उसे घुमा फिरा के हिन्दू-मुसलमान से जोड़ना रहता था। महावीर ने बताया कि आईटी सेल द्वारा कई बड़ी साइट्स चलाई जाती हैं। जिसमें insistpost.com, newstrend.news, viralinindia.in जैसी टॉप वेबसाइट हैं जिस पर इस तरह की न्यूज चलाई जाती है। उसने बताया कि इन वेबसाइट पर रोजाना 3 से साढ़े 3 करोड़ लोग न्यूज देखते हैं। इतने लोगों की रोजाना साइट देखने को लेकर जब ध्रुव राठी ने अपना संदेह दूर करने के लिए रैंकिंग देखी तो उसमें एक साइट का नाम पाया जो इन्स्टाग्राम से भी आगे थी। महावीर ने बताया कि एक बार खबर में फेक कंटेट जोड़ने के बाद वह उसे मुहैया कराए गए लैपटॉप और मोबाइल फोन से फेसबुक और व्हॉट्सएप पर शेयर करता था। इसके लिए एक शख्स को 10 मोबाइल फोन और एक लैपटॉप दिया गया था।
महावीर ने बताया कि इंडियन आर्मी और हिन्दू नाम का फायदा उठाया जाता है और फेसबुक पर पेज बनाकर फेक न्यूज फैलाई जाती है। महावीर ने बताया कि जब बड़ी संख्या में फेक कंटेट शेयर हो जाता था तो अपने आप ही वह सोशल मीडिया में ट्रेंडिंग में आ जाता था। महावीर से जब पूछा गया कि भाजपा के मुकाबले कांग्रेस की आईटी सेल में क्या अंतर हैं तो उसने जवाब दिया कि दोनों पार्टियों की आईटी सेल तकरीबन एक जैसी ही हैं। उसने कहा कि कांग्रेस डर की राजनीति करती है तो भाजपा जाति के आधार पर भेदभाव करने की राजनीति करती है।
गौरतलब है कि यह वीडियो युट्यूब पर धु्रव राठी के चैनल से शेयर किया गया और 30 मिनट के इस वीडियो में वह सभी दावे किए गए जो ऊपर आपने पढ़े। अगर वाकई में यह दावे सच हैं तो शायद ही अच्छे दिन का सपना पूरा हो पाएगा।
लोकसंघर्ष पत्रिका मार्च 2018 में प्रकाशित
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