- बाराबंकी -मौलाना आजाद की स्वतंत्रता संग्राम में उनकी कुर्बानियों ने देश को आजाद करानेमें महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है उनके पद चिन्हों पर चल कर देशी अंग्रेजों को भगाया जा सकता है
- यह विचार व्क्त करते हुए वरिष्ठ अधिवक्ता रणधीर सिंह सुमन नें आज आवाज फाउडेशन बाराबंकी की ओर से आयोजित भारत रत्न प्रथम शिक्षामंत्री एवम् स्वतंत्रता संग्राम सेनानी मौलाना अबुल कलाम आजाद के जन्म दिवसके अवसर देसीआन बैंकवट हाल में सम्बोधित हुए आज़ाद को हिन्दू-मुस्लिम एकता का अग्रदूत बताया.
- आज़ाद जन्म दिवस सम्बोधित करते हुए वरिष्ठ आई0पी0एस0 मंजूर अहमद मुख्य अतिथि ने मौलाना आजाद के बतौर प्रथम शिक्षा मंत्री किये गये कारनामों के उजागर किया तथा शिक्षा हासिल करने पर जोर देने दिया . जवाहर लाल नेहरु महाविद्यालय के प्रवक्ता र्डॉ0 राजेश मल्ल ने कहा कि मौलाना आजाद जैसे खुले जहन नेताओं की इस समय भारत को बहुत जरूरत है.
- जलसे का संचालन पूर्व सदस्य जिला पंचायत मो0 मोहसिन ने किया। उक्त कार्यक्रम में मुख्य रूप से इरफान कुरेशी, फरहान वारसी, दानिश खान, जियउर्रहमान नफीस मियाँ, मो0 अकरम, अमरनाथ मिश्रा, कमल भल्ला, संजीव मिश्रा, जलील यार खाँ, उमेर किदवाई, हुमाँयु नईम खाँ, डॉ0 अहमद जावेद, सरदार चरनजीत सिंह , विशाल सिंह, फजल इनाम मदनी ,चौ0 तालिब नजीब, तारिक, जीलानी आदि शहर के सैकड़ो सम्मानित लोग उपस्थित रहे। जलसे की सदारत शाह अनवर जमाल किदवई ने किया
रविवार, 11 नवंबर 2018
मौलाना आज़ाद के पद चिन्हों पर चल कर देशी अंग्रेजों को भगाया जा सकता है
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