आज देश गम्भीर आर्थिक संकट से जूझ रहा है और उसमें देश का प्र्राचीनतम व्यवसाय कृषि अतिदयनीय अवस्था मेें है। लाखांे किसान कर्ज मंे डूब कर आत्महत्या कर रहे हैं और विडम्बना य
ह है कि आज किसान राजनैतिक दलों के राजनैतिक प्रचार का मुद्दा बनकर रह गया है। डर इस बात का है कि इस मुल्क में किसानों की बात करना कहीं फैशन न बन जाये।
आल इण्डिया किसान सभा के जनक स्वामी सहजानन्द सरस्वती की पुण्य तिथि के अवसर पर ‘‘किसानांे की समस्या एवं सरकार’’ विषय पर आयोजित गोष्ठी में मुख्यवक्ता के तौर पर अपने उद्बोधन में आल इण्डिया किसान सभा के राष्ट्रीय सचिव अतुल कुमार अंजान ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी किसानों की आय दुगनी करने की बात करते है परन्तु राष्ट्रपति के भाषण के अभिवादन में लोकसभा में किसानों की समस्या का उन्होंने कोई जिक्र तक करना मुनासिफ नहीं समझा। भारतीय जनता पार्टी सरकार की नीतियाँ प्रारम्भ से ही किसान विरोधी एवं गरीब विरोधी रही हैं। उनके ही शासनकाल में बीज महंगा, खाद महंगी और डीजल की कीमतें आसमान छू रहीं है। अब अमेरिका के दबाव में पेट्रोलियम पदार्थों का आयात ईरान से न करने पर पेट्रोल और डीजल की कीमतों में और उछाल आयेगा। किसानों की समस्यायें बढ़ने वाली हैं। मुद्रा स्फूर्ति दर मंे भी इजाफा होगा आम जनता को महंगाई का सामना करना होगा।
कामरेड अतुल कुमार अंजान ने मोदी सरकार की आर्थिक नीतियों और विदेशी नीति एवं रक्षा नीतियों पर करारा प्रहार करते हुए कहा कि देश मंे जल्द से जल्द डेढ़ सौ से अधिक सार्वजनिक उपकरणों का निजीकरण सरकार द्वारा कर दिया जायेगा। सरकारी बैंकों के अस्तित्व पर भी भारी संकट है। नितिन गडकरी के रिश्तेदारों के इंड्सइंड बैंक पर मोदी सरकार मेहरबान है इसी प्रकार एक्सिस बैंक, यस बैंक, एच0डी0एफ0सी0 बैंक जनता को लूट रही हैं। उन्हांेने देश की सामाजिक, संस्कृति को भी अस्मिता व स्थिरता के लिए चिन्तनीय बताते हुए कहा मात्र एक विशेष धर्म व समुदाय के विरूद्ध लीचिंग जैसी घटनाएं देश के लोकतंत्र के लिए बहुत ही शर्मनाक हैैं।
उ0प्र0 किसान सभा के अध्यक्ष इम्तियाज बेग की आयोजित गोष्ठी को संगठन के
उपाध्यक्ष सुरेश त्रिपाठी ने सम्बोधित करते हुए किसानों की समस्याएँ, सरकारों की नीतियों, सरकारी तंत्र भ्रष्टाचार पर चर्चा की। उ0प्र0 किसान सभा के महामंत्री एवं पूर्व विधायक कामरेड राजेन्द्र यादव ने अपने सम्बोधन मंे किसानों की वर्तमान जटिल परिस्थितियों के विरूद्ध संघर्ष करने का आवाह्न किया।
इस अवसर पर उ0प्र0 किसान सभा के सदस्य रणधीर सिंह सुमन ने गोष्ठी में सभी सदस्यों का स्वागत करते हुए ’लोक संघर्ष पत्रिका के विशेष अंक ‘‘किसान सभा’’ का लोकर्पण किसान सभा के वरिष्ठ पदाधिकारियों द्वारा करा गया। गोष्ठी का समापन भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के सचिव कामरेड बृजमोहन वर्मा के द्वारा धन्यवाद ज्ञापित से हुआ।
रणधीर सिंह सुमन
मोबाइल: 9450195427
ह है कि आज किसान राजनैतिक दलों के राजनैतिक प्रचार का मुद्दा बनकर रह गया है। डर इस बात का है कि इस मुल्क में किसानों की बात करना कहीं फैशन न बन जाये।
आल इण्डिया किसान सभा के जनक स्वामी सहजानन्द सरस्वती की पुण्य तिथि के अवसर पर ‘‘किसानांे की समस्या एवं सरकार’’ विषय पर आयोजित गोष्ठी में मुख्यवक्ता के तौर पर अपने उद्बोधन में आल इण्डिया किसान सभा के राष्ट्रीय सचिव अतुल कुमार अंजान ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी किसानों की आय दुगनी करने की बात करते है परन्तु राष्ट्रपति के भाषण के अभिवादन में लोकसभा में किसानों की समस्या का उन्होंने कोई जिक्र तक करना मुनासिफ नहीं समझा। भारतीय जनता पार्टी सरकार की नीतियाँ प्रारम्भ से ही किसान विरोधी एवं गरीब विरोधी रही हैं। उनके ही शासनकाल में बीज महंगा, खाद महंगी और डीजल की कीमतें आसमान छू रहीं है। अब अमेरिका के दबाव में पेट्रोलियम पदार्थों का आयात ईरान से न करने पर पेट्रोल और डीजल की कीमतों में और उछाल आयेगा। किसानों की समस्यायें बढ़ने वाली हैं। मुद्रा स्फूर्ति दर मंे भी इजाफा होगा आम जनता को महंगाई का सामना करना होगा।
कामरेड अतुल कुमार अंजान ने मोदी सरकार की आर्थिक नीतियों और विदेशी नीति एवं रक्षा नीतियों पर करारा प्रहार करते हुए कहा कि देश मंे जल्द से जल्द डेढ़ सौ से अधिक सार्वजनिक उपकरणों का निजीकरण सरकार द्वारा कर दिया जायेगा। सरकारी बैंकों के अस्तित्व पर भी भारी संकट है। नितिन गडकरी के रिश्तेदारों के इंड्सइंड बैंक पर मोदी सरकार मेहरबान है इसी प्रकार एक्सिस बैंक, यस बैंक, एच0डी0एफ0सी0 बैंक जनता को लूट रही हैं। उन्हांेने देश की सामाजिक, संस्कृति को भी अस्मिता व स्थिरता के लिए चिन्तनीय बताते हुए कहा मात्र एक विशेष धर्म व समुदाय के विरूद्ध लीचिंग जैसी घटनाएं देश के लोकतंत्र के लिए बहुत ही शर्मनाक हैैं।
उ0प्र0 किसान सभा के अध्यक्ष इम्तियाज बेग की आयोजित गोष्ठी को संगठन के
उपाध्यक्ष सुरेश त्रिपाठी ने सम्बोधित करते हुए किसानों की समस्याएँ, सरकारों की नीतियों, सरकारी तंत्र भ्रष्टाचार पर चर्चा की। उ0प्र0 किसान सभा के महामंत्री एवं पूर्व विधायक कामरेड राजेन्द्र यादव ने अपने सम्बोधन मंे किसानों की वर्तमान जटिल परिस्थितियों के विरूद्ध संघर्ष करने का आवाह्न किया।
इस अवसर पर उ0प्र0 किसान सभा के सदस्य रणधीर सिंह सुमन ने गोष्ठी में सभी सदस्यों का स्वागत करते हुए ’लोक संघर्ष पत्रिका के विशेष अंक ‘‘किसान सभा’’ का लोकर्पण किसान सभा के वरिष्ठ पदाधिकारियों द्वारा करा गया। गोष्ठी का समापन भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के सचिव कामरेड बृजमोहन वर्मा के द्वारा धन्यवाद ज्ञापित से हुआ।
रणधीर सिंह सुमन
मोबाइल: 9450195427
2 टिप्पणियां:
आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल शुक्रवार (28-06-2019) को "बाँट रहे ताबीज" (चर्चा अंक- 3380) पर भी होगी।
--
चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।
जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।
--
हार्दिक शुभकामनाओं के साथ
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
Sahi kaha aapne.
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