बुधवार, 14 अक्तूबर 2020

किसान विरोधी सरकारों को किसान उखाड़कर हिन्द महासागर में फेंक देगा-रणधीर सिंह सुमन

 



 बाराबंकीः मोदी के नेतृत्व में केेन्द्र सरकार ने किसानों से सम्बंधित जिन काले कानूनों का निर्माण किया है उससे किसानों के धान का मूल्य न्यूनतम मूल्य से कम होकर 900/- रूपये प्रति कुंटल आ गया है वहीं प्रदेश सकरार द्वारा धान खरीद की कोई व्यवस्था अभी तक नहीं की गयी है। जिससे बड़े खादद्यान्न व्यापारी कम दामों पर धान खरीदकर गोदामों को भर रहे हैं जिसका खामियाजा उपभोक्ताओं को आगे चलकर उठाना होगा।
देश व्यापी किसान आंदोलन के तहत आल इण्डिया किसान सभा की प्रदर्शनकारियों में सगठन के राज्य कार्यकारिणी सदस्य रणधीर सिंह सुमन ने सम्बोधित करते हुए कहा कि किसान विरोधी सरकारों को किसान उखाड़कर हिन्द महासागर में फेंक  देगा। गांधी के किसान आन्दोलन से ब्रिटिश साम्राज्य वाद का सूरज अस्त होे गया था।
किसान सभा जिलाध्यक्ष विनय कुमार सिंह ने कहा कि इस किसान विरोधी सरकार के खिलाफ निरंतर आन्दोलन चलाया जायेगा वहीं संगठन के उपाध्यक्ष प्रवीण कुमार ने कहा कि जिला प्रशासन किसानों की उपजाऊ जमीन छीनने के लिए बाराबंकी विकास प्राधिकरण बनाकर किसानों की जमीन छीनने की साजिश रच रहा है।
 

 भारतीय कम्युनिष्ट के जिला सचिव बृज मोहन वर्मा ने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा बनाये गये किसानों के सम्बंध में काले कानूनो से जो भयानक बेरोजगारी फैलेगी उसका कोई अन्त नहीं होगा। पार्टी के सहसचिव डा0 कौसर हुसैन ने कहा कि यह सरकार किसान मजदूरों की विरोधी सरकार है और महंगाई का बोल-बाला हो गया है और बेरोजगारी बढ़ रही है।


आल इण्डिया किसानसभा का प्रदर्शन भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी कार्यालय सेे चलकर छाया चौराहा ,बस अड्डा से चलकर जिलाधिकारी कार्यालय तक नारे लगाते हुए आया। प्रदर्शनकारियों में महेन्द्र यादव, अध्यक्ष स्टूडेन्ट फेडरेशन ,आशीष शुक्ला ,अध्यक्ष ,यूथ फेडरेशन ,गिरीश चन्द्र, वीरेेन्द्र वर्मा, रामनरेश वर्मा, नीरज वर्मा, श्याम सिंह, अंकुल वर्मा, राजेन्द्र बहादुर सिंह, राज कुमार काशीराम, संदीप तिवारी, दीपक शर्मा, सर्वेश यादव, गाजी अमान आदि प्रमुख लोग थे।

Share |