बुधवार, 29 जनवरी 2025
सरकारी व्यवस्था फेल भगदड काफी लोग मरे महाकुंभ में रुदन चालू
सरकारी व्यवस्था फेल भगदड काफी लोग मरे महाकुंभ में रुदन चालू
भीड इतनी कि लाशों के भी खोने का डर, परिजन हाथ पकड़े रहे
प्रयागराज के संगम तट पर आधी रात बाद भगदड़ मच गई। इसमें कितने श्रद्धालुओं की मौत हुई? और कितने घायल हैं? प्रशासन ने अभी तक कोई आंकड़ा जारी नहीं किया है।
स्वरूपरानी अस्पताल में मौजूद भास्कर रिपोर्टर के मुताबिक- 14 शव पोस्टमॉर्टम के लिए लाए जा चुके हैं। इससे पहले, केंद्रीय अस्पताल में फर्श पर 11 लाशें रखी थीं।
भगदड़ वाली जगह से भीड़ हटी तो वहां श्रद्धालु तड़पते दिखे। कोई अपनों की मौत पर वहां बैठकर रो रहा था तो कोई अपनों की तलाश में इधर-उधर भटक रहा था।
भगदड़ के बाद अपने परिजन का शव देखकर लोग चीखने लगे। लाशों के बीच अपनों को लोग तलाशते रहे।
भीड़ इतनी थी कि घटनास्थल पर एम्बुलेंस पहुंचने में काफी दिक्कत हुई। इससे पहले स्ट्रेचर पर लादकर शवों को हॉस्पिटल ले जाया गया।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि भगदड़ के बाद लोग काफी देर तक वहीं पड़े रहे। घायल तड़पते रहे।
संगम घाट से स्ट्रेचर पर लादकर घायलों और शवों को हॉस्पिटल ले जाया गया।
हादसे के काफी देर बाद 70 से ज्यादा एम्बुलेंस संगम पर पहुंची।
स्ट्रेचर नहीं मिला तो पुलिस के जवान घायल महिला को उठाकर एम्बुलेंस तक ले गए।
ये भगदड़ के तुरंत बाद की तस्वीर है। कपड़े, बैग और कंबल चादर के बीच डेडबॉडी और घायल पड़े हुए हैं।
भगदड़ के बाद लोग अपने सामानों को समेटते दिखे।
पुल पर इतनी भीड़ और धक्का-मुक्की हुई की कई लोग खुद की जान बचाने के लिए पुल से नीचे उतर गए।
भगदड़ में घायल हुए लोगों को हॉस्पिटल ले जाने से पहले ही डॉक्टरों को अलर्ट कर दिया गया। अस्पताल में पब्लिक की एंट्री कुछ देर के लिए रोक दी गई।
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