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लोकसंघर्ष पत्रिका
गुरुवार, 11 दिसंबर 2025
राजस्थान में किसानों पर लाठीचार्ज काफी किसान घायल पुलिस फायरिंग की आशंका संचार माध्यम ठप्प
राजस्थान में किसानों पर लाठीचार्ज
काफी किसान घायल पुलिस फायरिंग की आशंका संचार माध्यम ठप्प
हनुमानगढ़ में एथेनॉल फैक्ट्री को लेकर विवाद गहराया, कांग्रेस विधायक समेत 40 लोग हिरासत में लिए गए
ड्यून एथेनॉल प्राइवेट लिमिटेड फैक्ट्री को लेकर शुरू हुआ विरोध अब उग्र रूप ले चुका है। गुरुवार को किसान सभा में शामिल होने जा रहे कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेताओं को पुलिस ने आगे बढ़ने से रोक दिया। इसी दौरान पुलिस ने कांग्रेस विधायक रूपिंदर सिंह कुन्नर को भी हिरासत में ले लिया। बाद में टिब्बी के गुरुद्वारा सिंह सभा परिसर में किसानों की बैठक हुई, जिसमें बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल रहीं। किसानों ने साफ चेतावनी दी कि जब तक उनकी मांगों पर समाधान नहीं निकलता, आंदोलन जारी रहेगा।
उधर, 10 दिसंबर को हुई हिंसा के मामले में पुलिस ने 107 से अधिक किसानों और ग्रामीणों पर मुकदमा दर्ज किया है, जिनमें से 40 लोगों को हिरासत में ले लिया गया है। बुधवार को राठीखेड़ा गांव में प्रदर्शनकारियों ने निर्माणाधीन फैक्ट्री की बाउंड्री दीवार तोड़ दी थी। इसके पुलिस के उकसाने पर किसानों के बीच जमकर पथराव हुआ, जिसमें पुलिसकर्मी द्वारा लाठीचार्ज से संगरिया विधायक अभिमन्यु पूनिया सहित कई आंदोलनकारी घायल हो गए। कई घायल किसान रातभर गुरुद्वारे में रुके रहे।
स्थिति तनावपूर्ण होने के कारण टिब्बी क्षेत्र में इंटरनेट सेवाएं गुरुवार को भी बंद रहीं। फैक्ट्री के आसपास रहने वाले करीब 30 परिवार सुरक्षा की आशंका के चलते अपने घर छोड़ चुके हैं।
कैसे शुरू हुआ विवाद?
चंडीगढ़ की ड्यून एथेनॉल प्राइवेट लिमिटेड कंपनी द्वारा राठीखेड़ा में 40 मेगावाट क्षमता वाला अनाज आधारित एथेनॉल प्लांट स्थापित किया जा रहा है। कंपनी का कहना है कि यह प्रोजेक्ट केंद्र के एथेनॉल ब्लेंडेड पेट्रोल कार्यक्रम को सहयोग देगा। सितंबर 2024 से जून 2025 तक विरोध शांतिपूर्ण रहा, लेकिन जुलाई 2025 में कंपनी द्वारा बाउंड्री वॉल निर्माण शुरू करते ही गुस्सा भड़क गया।
दीवार तोड़ने के बाद माहौल हुआ खराब
19 नवंबर को पुलिस सुरक्षा में निर्माण दोबारा शुरू हुआ, जिसके विरोध में किसान नेता समेत कई लोगों को गिरफ्तार किया गया। 20 और 21 नवंबर को 67 किसानों ने गिरफ्तारी देकर विरोध जताया। 10 दिसंबर की दोपहर किसानों ने टिब्बी एसडीएम कार्यालय के बाहर बड़ी सभा की और शाम को सैकड़ों की भीड़ ट्रैक्टरों के साथ फैक्ट्री स्थल पर पहुंच गई, जहां दीवार तोड़ने के बाद विवाद बढ़ गया।
बुधवार, 10 दिसंबर 2025
अमिताभ ठाकुर पुलिस अधिकारी है बुलडोजर खामोश योगी पुलिस चुप पिटाई भी नहीं हुई। ऐसा पक्षपात उ प्र में ही संभव है
अमिताभ ठाकुर पुलिस अधिकारी है बुलडोजर खामोश
योगी पुलिस चुप
पिटाई भी नहीं हुई।
ऐसा पक्षपात उ प्र में ही संभव है
मंगलवार, 9 दिसंबर 2025
मास्टर दा सूर्य सेन की मुखबिरी चड्डी गैंग के नेत्र सेन ने किया था
◆ "मास्टर दा" सूर्य सेन, महान कांग्रेसी शहीद, का संसद में मोदी ने अपमान किया है..आज टेलीग्राफ अख़बार ने मोदी को ख़ूब सुनाया है..पश्चिम बंगाल में जनता थूक रही है..
~ मोदी ने "मास्टर" सूर्य सेन बोला..जब कि "मास्टर दा" कहना था..सूर्य सेन को सिर्फ़ मास्टर कहना गाली देने जैसा माना जाता है..बहुत बड़ा अपमान हुआ है।।
👉 मास्टर दा के ख़िलाफ़ जासूसी भी चड्डी गैंग ने की थी..जासूस का नाम था नेत्र सेन..
👉 कांग्रेसी किरणमय सेन और रोबिन्द्रो नंदी ने चड्ढी जासूस नेत्र सेन का सर काट दिया था..उस वक़्त के बंगाली कांग्रेसी ग़द्दारी की सज़ा सिर्फ़ मौत दिया करते थे..
◆ कौन थे मास्टर दा सूर्य सेन ?
~ 1918 में चट्टोग्राम कांग्रेस के अध्यक्ष
~ 1926-28 असहयोग में जेल में रहे
~ चट्टोग्राम अब बांग्लादेश में है
~ मास्टर दा एक शिक्षक भी थे..
~ बांग्लादेश में उन की हर निशानी हेरिटेज है
~ मास्टर दा ने ब्रिटिश का "चट्टोग्राम अस्त्रागार" लूटा था
~ तारीख़ थी 18 अप्रैल 1930
~ आर्म्स लूट कर कांग्रेस का झंडा फहरा दिया था
~ आर्म्स लूट कर क्रांतिकारियों को दे दिए थे
~ 80 ब्रिटिश फ़ौजियों को मारा था
~ 12 कांग्रेसियों की शहादत हुई थी
◆ इस ऑपेरशन के बा'द मास्टर दा अंडरग्राउंड हो गए थे..किसान, पुजारी, मुसलमान के तौर पर छुप कर रहने लगे थे..
◆ फरवरी 1933 में चड्ढी जासूस नेत्र सेन ने ब्रिटिश को मास्टर दा के छुपने की जगह बता दी थी..वरना मास्टर दा कभी पकड़े नहीं जाते
👉 नेत्र सेन की पत्नी कांग्रेसी थी..उन्होंने कांग्रेसियों को बता दिया था कि उन का पति चड्ढी जासूस है..और ख़ुद के पति को ग़द्दारी की सज़ा दिलवाई थी..
👉 ऐसी मिसाल शायद ही भारत में दूसरी है जहां एक पत्नी ख़ुद के पति को ग़द्दारी की सज़ा मौत दिलवाने में मदद की हो..ऐसी महान नारी का को नमन..
★★ 12 जनवरी 1934 को चट्टोग्राम सेंट्रल जेल में ब्रिटिश ने इस महान कांग्रेसी मास्टर दा सूर्य सेन को फांसी दे दी थी..
★★ चट्टोग्राम सेंट्रल जेल में आज भी उस फांसी मंच को हिफ़ाज़त से रखा गया है जिस मंच पर मास्टर दा को फांसी हुई थी.. मास्टर दा बांगलादेश के भी आइकॉन हैं..
✋ मास्टर दा सूर्य सेन के नाम के साथ कांग्रेसी नहीं लगाना भी उन का अपमान है..और मोदी ने उन का कांग्रेसी परिचय छुपाने का महापाप किया है..लानत है
💐 कांग्रेस के महान शहीद मास्टर दा सूर्य सेन अमर रहे..
वकील राकेश तिवारी की जूते से पिटाई सीजीआई पर जूता फेंका था
वकील राकेश तिवारी की जूते से पिटाई
सीजीआई पर जूता फेंका था
हमला अचानक हुआ, संभल पाता उससे पहले 100 जूते पड़ चुके थे, रिक्शा के 70 रुपए नहीं दिए तो कुटा गया वकील राकेश तिवारी जिसने हमला किया था CJI पर, जूतों से बचने के लिए सनातन धर्म की जय के नारे लगाए लेकिन कुछ फायदा नहीं हुआ उल्टा 50 जूते और पड़े, निंदनीय 🔥🔥
स्टालिन और हिटलर में अंतर फिर आप कहते हैं कि स्तालिन तानाशाह थे
स्टालिन और हिटलर में अंतर
फिर आप कहते हैं कि स्तालिन तानाशाह थे
चर्चिल अपनी बहुचर्चित पुस्तक Memoirs of Second World war में लिखते हैं-
'आंग्ल-रूसी संधि पर हस्ताक्षर हेतु मैं मास्को गया था। मास्को छोड़ने के एक दिन पहले अचानक मेरे कमरे में स्तालिन और मलोटोव हाजिर हुये। स्तालिन ने कहा लड़ाई-वड़ाई तो काफी हुई-एक अच्छा सा समझौता भी हो गया। आप तो कल चले ही, आज हम थोड़ा मस्ती कर लें। मेरे मकान में चलिए।'
चर्चिल आगे लिखते हैं 'रूस का महान तानाशाह अपने यहाँ न्योता दे रहे हैं, जरूर आज कोई खास चीज देखने को मिलेगी। स्तालिन ने कहा आपको कोई पहरेदार ले चलने की जरुरत नहीं है, मेरे पास तो है ही, आप अकेले ही चलें। क्रेमलिन के अन्दर जा रहे हैं, संतरियों का अभिवादन मिल रहा है। थोड़ी देर बाद एक छोटा, पीले रंग का दुमहला मकान के सामने गाड़ी रूकी। स्तालिन उस मकान की निचली मंजिल में मुझे ले गये।
उन्होंने कहा ऊपरी मंजिल में मेरे गुरु यानी लेनिन रहते थे, इसलिए मैं उसका इस्तेमाल नहीं करता, बल्कि उसे एक म्यूजियम बनवा दिया है। निचली मंजिल में तीन कमरे हैं, एक में मैं और मेरी पत्नी, दूसरे में बेटी रहती है और तीसरे में पार्टी सदस्यों के बैठकी है।' चर्चिल लिखते हैं, 'मुझे तो जोर का झटका लगा। महान रूस के महान तानाशाह मात्र तीन कमरे के फ्लैट में रहते हैं! उसमें भी केवल एक ही कमरा उनके और उनकी पत्नी के लिए अलग किया हुआ है!
बहरहाल स्तालिन ने कहा मुझे कुछ वक्त छुट्टी दें, आपके लिए खाना बनाना है। मैंने कहा आपके पास कोई रसोइया नहीं है? स्तालिन ने कहा नहीं, मैं और मेरी पत्नी मिलकर खाना बनाते हैं। फिर एक झटका! महान रूस के महान डिक्टेटर खुद खाना बनाते हैं।' चर्चिल आगे लिखते हैं 'अच्छी बात है। आज आपकी पत्नी अकेले ही खाना बनाये और आप मेरे पास बैठें।
अभी और भी हैरान होना बाकी था। स्तालिन ने कहा मैं लाचार हूँ। वह घर पर नहीं हैं, कारखाना गई हैं। कपड़ा मिल में काम करती हैं। पाँच बजे छुट्टी होगी, तब घर आयेंगी। यह सुनकर मैं बिल्कुल चारों खाने चित्त हो गया। ग्रेट डिक्टेटर की पत्नी कारखाने में काम करती हैं!'
साथी Rajendra Prasad के सौजन्य से ...
भाजपा मंत्री का भाई गांजा तस्करी में गिरफ्तार
भाजपा मंत्री का भाई गांजा तस्करी में गिरफ्तार
46 किलो गांजा के साथ राज्यमंत्री प्रतिमा बागरी का सगा भाई गिरफ्तार, धान की बोरियों में पैक कर रखी थी खेप
सतना जिले के रामपुर बघेलान पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 46 किलो से अधिक गांजा बरामद किया और दो आरोपियों अनिल बागरी व पंकज सिंहको गिरफ्तार किया है. चौंकाने वाली बात यह कि अनिल, राज्यमंत्री प्रतिमा बागरी का सगा भाई है. तीसरा आरोपी शैलेंद्र राजावत पहले से ही गांजा तस्करी में जेल में है. NDPS एक्ट के तहत मामला दर्ज कर पुलिस पूरे रैकेट की गहन जांच कर रही है.
गांजा रखने के आरोप में गिरफ्तार अनिल
सतना जिले के रामपुर बघेलान थाना क्षेत्र में पुलिस ने अवैध गांजा तस्करी के खिलाफ एक ऐसी कार्रवाई को अंजाम दिया है, जिसने इलाके से लेकर राजनीतिक हलकों तक हलचल मचा दी है. गोपनीय सूचना के आधार पर की गई इस छापेमारी के दौरान पुलिस को भारी मात्रा में मादक पदार्थ मिला, साथ ही ऐसे नाम भी सामने आए, जिनकी वजह से यह मामला और भी संवेदनशील हो गया.
निजी क्षेत्र के समर्थक दलाल वर्ग बेशर्मी के साथ भी इंडिको प्रकरण पर बोल नहीं पा रहा है सरकारी
निजी क्षेत्र के समर्थक दलाल वर्ग बेशर्मी के साथ भी इंडिको प्रकरण पर बोल नहीं पा रहा है
सरकारी कर्मचारियों को एक जरा सी बात पर कह देने वाले कि- तुम्हें हमारी वजह से सैलरी मिलती है, आज एयरपोर्ट पर मजबूर से खड़े है अब उनके मुंह से आवाज नहीं निकल रही।
जिन अमीर और “एलीट क्लास” पढ़े-लिखे लोगों को हर रोज़ यह शिकायत रहती है कि सारे सरकारी संस्थान बंद कर दो, सब कुछ प्राइवेट को दे दो। उनको नहीं पता कि असली सर्विस सरकारी संस्थान ही देते हैं।
उन्हीं एलीट क्लास लोगों में से कई पिछले चार दिन से एयरपोर्ट पर फंसे पड़े हैं। किसी की फ्लाइट शिफ्ट हो गई, किसी की कैंसिल, कोई टर्मिनल में ही रात काट रहा है।
लेकिन मज़े की बात कि
आज तक किसी को यह कहते नहीं सुना कि हमारे पैसे से तुम्हें सैलरी मिलती है।
(जबकि ये लाइन वे सरकारी संस्थानों में बेझिझक बोल देते हैं)
🤔 क्यों?
क्योंकि यहाँ सामने सरकारी कर्मचारी नहीं, एक सुपर प्रीमियम प्राइवेट ब्रांड की यूनिफॉर्म दिख रही है।
और यूनिफॉर्म देखकर व्यवहार भी बदल जाता है।
थोड़े तथ्य भी सुन लीजिए
1️⃣ एयरपोर्ट और एयरलाइंस- 90% प्राइवेट हैं
ज़्यादातर बड़े एयरपोर्ट PPP मॉडल पर निजी कंपनियाँ चलाती हैं।
एयरलाइंस तो पूरी तरह प्राइवेट—और लेट, मिस मैनेजमेंट, ओवर बुकिंग इनके “सुपर सर्विस” का हिस्सा है।
2️⃣ भारत में बैंकिंग- संकट के समय निजी बैंक भागे, बचाया सरकार ने
YES बैंक डूबा - बचाया SBI ने
ICICI पर संकट आया - स्थिरता सरकार ने दी
निजी बैंक ग्रामीण क्षेत्रों में शाखाएँ खोलने से बचते हैं
सरकारी बैंक अकेले 60% देश की आबादी तक पहुँच रखते हैं
3️⃣ कोविड के समय- हवाई यात्रा बंद, निजी अस्पतालों ने दुगुना पैसा माँगा लेकिन सरकारी अस्पताल, सरकारी बैंक, सरकारी बस, सरकारी रेल, सबने बिना भेदभाव सेवा दी।
⚡फिर भी दोष?
लाइन में लगना - सरकारी की गलती
लोन में देरी - सरकारी की गलती
ATM में भीड़ - सरकार की गलती
लेकिन एयरलाइन घंटों रोक दे, 2–2 दिन एयरपोर्ट पर भटकाओ। “अरे भाई, ये तो अंतरराष्ट्रीय मानक हैं… ऐसा हो जाता है।”
असली सवाल
सरकारी हो तो गाली, प्राइवेट हो तो “साहब, कोई बात नहीं”…
ये दोहरा रवैया ही सबसे बड़ा मुद्दा है।
इसलिए सरकारी विभाग और सरकारी कर्मचारी से नफरत करना बंद करो।
माना कि सरकारी संस्थानों में भी अव्यस्था है लेकिन उन्हें प्राइवेट संस्थानों में बदल देना समाधान नहीं है…
साभार सोशल मीडिया
सोमवार, 8 दिसंबर 2025
राजनीतिक दोगलापन का उदाहरण
जहीरुददीन मोहम्मद बाबर पूर्व सोवियत संघ का रहने वाला था और वही के रहने वाले राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का स्वागत राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा नियंत्रित और प्रशिक्षित सरकार ने भव्य स्वागत किया। वहीं बाबर के विरोध का कार्यक्रम भी चलता रहा है। राजनीतिक दोगलापन का इससे बढ़िया उदाहरण नहीं हो सकता है। जिस तरह से बाबर को एक गद्दार हिन्दू राजा ने बुला कर इब्राहिम लोदी को हरवाकर मुगल साम्राज्य की शुरुआत कराई थी। अब गद्दार देशद्रोही बाबर की औलादों का स्वागत कर रहे हैं।
रविवार, 7 दिसंबर 2025
शनिवार, 6 दिसंबर 2025
मोदी का नया चमत्कार -एअरोड्रोम यात्री कपड़े उतार कर प्रदर्शन कर रहे हैं
जो भी राज्य सत्ता में बने रहने के लिए धर्म, जाति और झूठ का सहारा लेता है, वह पीछे हट जाएगा। समकालीन विश्व और इतिहास, दोनों ही इसका गवाह हैं।
• स्वास्थ्य सेवा से लेकर शिक्षा तक, हर सार्वजनिक सेवा चरमरा गई है।
• पुलिस, सरकार, न्यायपालिका और अन्य क्षेत्रों में रिकॉर्ड भ्रष्टाचार।
• यहाँ तक कि बुनियादी परिवहन भी चरमरा रहा है, चाहे वह सड़क हो, रेल हो या विमानन।
• सशस्त्र बल नियमित रूप से अपमानित हो रहे हैं।
• कूटनीति गर्त में है।
• अर्थव्यवस्था गड्ढे में जा रही है।
म्यांमार अब फेल्ड स्टेट बनने की राह पर है।
एक थी बाबरी मस्जिद
*एक थी बाबरी मस्जिद*
पागल हुज़ूम था
सरकार थी
अदालत थी
सुरक्षा धरी रह गयी
ईंट ईंट ढह गयी
चक्रव्यूह में अकेली निहत्थी
एक थी बाबरी मस्जिद
आदियोग
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