लो क सं घ र्ष !
लोकसंघर्ष पत्रिका
रविवार, 24 मार्च 2024
बुरा न मानो होली है-कैसे गिर गई नथुनिया बताओ रानी
'कैसे गिर गई नथुनिया बताओ रानी - ई डी इंडिया अगेन्स्ट करप्शन के नेता व पुलिस कस्टडी रिमांड में होते हुए भी देश की राजधानी दिल्ली की सरकार चलाने वाले अरविन्द केजरीवाल से पूछ रही है और केजरीवाल होली की बधाई गीत गाते हुए कहते हैं कि 'कैसे गिर गई नथुनिया - हम का जानी'
भारतीय लोकतंत्र का दुर्भाग्य है और संविधान निर्माताओं ने स्वपन में भी नहीं सोचा होगा कि मुख्यमंत्री जेल से सरकार चलाएंगे। लोकतंत्र संघ नहीं मानता है तो उसके चेले कैसे मान ले। अभी हेमंत सोरेन को ईडी ने गिरफ्तार किया था हेमंत सोरेन ने लोकतांत्रिक समझ और परंपरा के गिरफ्तारी के पहले इस्तीफा दे दिया था।
साल 2014 में भाजपा सरकार के सत्ता में आने से पहले 2011 में देश में जो भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन हुआ था वह भाजपा और संघ नियंत्रित और प्रशिक्षित था।
इंडिया अगेन्स्ट करप्शन की जो मुहिम चली थी उसके पीछे भाजपा और संघ के अपने राजनीतिक हित थे.
यह सारी बातें अरविंद केजरीवाल को
पता थी .
माना जाता है कि अन्ना हज़ारे के नेतृत्व में हुई इस मुहिम से मनमोहन सिंह की अगुआई वाली यूपीए सरकार की स्थिति कमज़ोर हुई जिसके बाद साल 2014 में भाजपा सरकार केंद्र में सत्ता में आई थी, और दिल्ली में अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में आम आदमी पार्टी सरकार बनी थी.
मोदी सरकार तो लोकतंत्र को समाप्त करने के लिए संविधान बदलने के लिए तैयार बैठी है उससे किसी तरह की उम्मीद करना अपने सपनों के साथ धोखा करना है।
अरविन्द केजरीवाल के साथ जो हो रहा है वह भी निंदनीय है और केजरीवाल द्वारा अन्ना आंदोलन के समय भी किये गये कृत्य भी निंदनीय है।
इसलिए दो पैसे की आभासी नथुनिया को
सरकार गाना गा रही है - कैसे गिर गई नथुनिया बताओ रानी!
शनिवार, 23 मार्च 2024
जो हुकूमत जनता के मौलिक अधिकार छीनती है उसे सत्ता में रहने का कोई अधिकार नहीं है - भगत सिंह
बाराबंकी ।जो हुकूमत जनता के मौलिक अधिकार छीनती है उसे सत्ता में रहने का कोई अधिकार नहीं है। यह बात भगतसिंह ने कही थे आज सत्ता में बैठे लोगों ने जनता के उन अधिकारों को भी छीन लिया जो गुलाम भारत जनता को प्राप्त थे यह बात भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य परिषद सदस्य रणधीर सिंह सुमन ने भगत सिंह राजगुरु सहदेव के चित्र पर माल्यार्पण करते हुए। पार्टी के जिला सचिव बृजमोहन वर्मा ने कहा कि साम्प्रदायिक व विघटन कारी ताकतों को परास्त करने के लिए पार्टी अयोध्या सीट पर अपना उम्मीदवार खडा करेगी। कोषाध्यक्ष शिवदर्शन वर्मा ने कहा कि संघी गिरोह की सरकार अब जांच के नाम दिल्ली के मुख्यमंत्री को पकड कर जेल में रखकर देश की राजधानी की सरकार चलवा रही है। लोकतंत्र का मजाक बनाया जा रहा है। पार्टी के सह सचिव प्रवीण कुमार ने कहा कि नए भारत का निर्माण भगत सिंह के विचारों के आधार पर हो चाहिए था किन्तु अफसोस है कि सावरकर के विचारों के आधार मुखविरों की सरकार चल रही है जिससे मेहनतकश आवाम भूखमरी का शिकार हो गई है। सभा का संचालन किसान सभा अध्यक्ष-विनय कुमार सिंह ने किया व अध्यक्षता मो कदीर ने किया ।सभा में नैमिष कुमार सिंह प्रेमचन्द पवन कुमार संदीप तिवारी राघवेन्द्र सिंह योगेश प्रताप सिंह राजकुमार मुनेश्वर बक्श आशीष महेंद्र यादव दीपक कुमार दिग्विजय यादव राजेश सच्चिदानंद श्रीवास्तव धर्मेन्द्र शर्मा ज्ञानेश्वर जितेंद्र श्रीवास्तव जित्तू भैया आदि प्रमुख लोगों ने चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की।
गुरुवार, 21 मार्च 2024
देश में लोकतंत्र है, यह कोरा झूठ है',
आज भारत में लोकतंत्र है, यह कोरा झूठ है', राहुल गांधी बोले- हमारे बैंक खाते फ्रीज किए गए, हम प्रचार नहीं कर पा रहे हैं
कांग्रेस पार्टी ने नरेंद्र मोदी सरकार और भाजपा सरकार की कलई खोल कर रख दी है कांग्रेस पार्टी के तीन दिग्गजों मल्लिकार्जुन खड़गे, सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दावा किया कि कांग्रेस पार्टी के बैंक अकाउंट फ्रीज कर दिए गए हैं, जिस वजह से वह प्रचार नहीं कर पा रही है।
राहुल गांधी ने कहा कि एक महीने पहले कांग्रेस पार्टी के सारे बैंक अकाउंट फ्रीज कर दिए गए। अगर किसी परिवार के बैंक अकाउंट फ्रीज करेंगे तो वह भूखा मर जाएगा।यह कांग्रेस पार्टी के साथ किया गया लेकिन किसी संस्था ने, कोर्ट ने, चुनाव आयोग ने, किसी ने कुछ नहीं कहा। आज हम रेलवे टिकट नहीं खरीद सकते, हम अपने नेताओं को एक जगह से दूसरे जगह नहीं भेज सकते।
राहुल गांधी ने बताया कि मुद्दा सात साल पुराना है और 14 लाख रुपये का मुद्दा है, जिस वजह से कांग्रेस पार्टी के सारे बैंक अकाउंट फ्रीज कर दिए गए और 200 करोड़ रुपये का फाइन लगाया गया है।
सोनिया गांधी ने क्या कहा?
कांग्रेस पार्टी की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा कि बैंक खातों से लेनदेन पर रोक का मुद्दा अत्यंत गंभीर है, यह न केवल कांग्रेस को बल्कि हमारे लोकतंत्र को भी प्रभावित करता है। उन्होंने कहा कि खातों से जबरन धन लिया जा रहा है। आइए आपको बताते हैं सोनिया गांधी द्वारा कही गई बड़ी बातें।
सोनिया गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस को आर्थिक रूप से पंगु बनाने का सुनियोजित प्रयास किया जा रहा है। जनता से जुटाए गए पैसे को रोका जा रहा है और हमारे खातों से जबरन पैसा छीना जा रहा है।
इलेक्टोरल बॉन्ड पर बीजेपी को घेरते हुए उन्होंने कहा कि एक तरफ 'चुनावी बॉण्ड' का मुद्दा है, जिसे सुप्रीम कोर्ट ने असंवैधानिक करार दिया है। चुनावी बॉण्ड से बीजेपी को भारी और बड़े पैमाने पर फायदा हुआ है। दूसरी तरफ कांग्रेस की वित्तीय स्थिति पर लगातार हमले हो रहे हैं
उन्होंने कहा, "हम सभी का मानना है कि यह अभूतपूर्व और अलोकतांत्रिक है।"
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि निष्पक्ष चुनाव कराना जरूरी है, सभी को समान अवसर मिलने चाहिए। सत्ता में बैठे लोगों का संसाधनों पर एकाधिकार नहीं होना चाहिए।
उन्होंने कहा कि सत्ता में बैठे लोगों का संवैधानिक संस्थाओं पर प्रत्यक्ष या परोक्ष नियंत्रण नहीं होना चाहिए। बीजेपी पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि सत्ता में बैठी पार्टी ने चुनावी बॉण्ड के जरिए से धन जुटाया, वहीं हमारे खातों से लेनदेन पर रोक लगाकर हमारे लिए उसने चुनाव लड़ने में अड़चन पैदा की जा रही है।
औरतों की इज्जत न अंग्रेज़ करते थे और आज उनके मुखविर भी नहीं करते हैं
औरतों की इज्जत न अंग्रेज़ करते थे और आज उनके मुखविर भी नहीं करते हैं -
महिलाओं की इज्जत न अंग्रेज करते थे न हिन्दुस्तानी
एक फोटो में कुली प्रथा के तहत एक बंगाली औरत के ऊपर सवारी करता हुआ अंग्रेज।
दूसरी फोटो में हिन्दुवत्व के पैरोकार विधवा औरत को जलाते हुए।
बुधवार, 20 मार्च 2024
धार्मिक व्यक्तियों को सत्ता के पदों पर रहना चाहिए’-उच्च न्यायालय ने इस टिप्पणी को खारिज किया
धार्मिक व्यक्तियों को सत्ता के पदों पर रहना चाहिए’-उच्च न्यायालय ने इस टिप्पणी को खारिज किया
बरेली दंगे को लेकर 5 मार्च, 2023 को बरेली के अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश दिवाकर अपने आदेश में कहा था कि सत्ता के पदों पर बैठे लोगों को “धार्मिक व्यक्ति” होना चाहिए। इस दौरान कोर्ट ने उदाहरण के तौर पर सीएम योगी आदित्यनाथ का हवाला दिया था इलाहाबाद हाई कोर्ट ने एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम में बरेली के अतिरिक्त सत्र जज रवि कुमार दिवाकर की उन टिप्पणियों को खारिज कर दिया। जिसमें जज रवि कुमार दिवाकर ने 2010 बरेली दंगे की सुनवाई के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सराहना की थी। बरेली के अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश दिवाकर ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तारीफ करते हुए कहा था कि धार्मिक व्यक्तियों को सत्ता के पदों पर रहना चाहिए’, अच्छे परिणाम दे सकता है।
जस्टिस राम मनोहर नारायण मिश्रा की पीठ ने बरेली के अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश दिवाकर की टिप्पणियों को खारिज करते हुए कहा कि न्यायिक अधिकारी से ऐसी उम्मीद नहीं की जा सकती है कि वो अपनी व्यक्तिगत या पूर्व धारणाओं और लगाव को व्यक्त या प्रर्दशित करे।
सिंगल बेंच ने कहा कि न्यायिक आदेश लोगों के लिए होते हैं और इस प्रकार के आदेश को जनता द्वारा गलत समझा जा सकता है। बेंच ने कहा कि न्यायिक अधिकारी से यह उम्मीद की जाती है कि उन्हें अपने मुद्दे पर ध्यान केंद्रित करते वक्त एक सीमा में रहकर अभिव्यक्ति का उपयोग करना चाहिए। साथ ही ऐसे मुद्दे का जिक्र नहीं करना चाहिए जो मूल मुद्दे से संबंधित या अलग हों।
बता दें, 2010 के बरेली दंगे को लेकर 5 मार्च, 2023 को बरेली के अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश दिवाकर अपने आदेश में कहा था कि सत्ता के पदों पर बैठे लोगों को “धार्मिक व्यक्ति” होना चाहिए। इस दौरान कोर्ट ने उदाहरण के तौर पर सीएम योगी आदित्यनाथ का हवाला दिया था।
‘धार्मिक व्यक्तियों को सत्ता के पदों पर रहना चाहिए’, कोर्ट ने सीएम योगी का दिया उदाहरण, जानिए क्या पूरा मामला
कोर्ट ने यह भी कहा था कि एक धार्मिक व्यक्ति का जीवन “त्याग और समर्पण” का होता है, न कि विलासिता में जीने का। कोर्ट ने यह टिप्पणी करते हुए यह कहा था कि कैसे तौकीर रजा ने एक धार्मिक व्यक्ति होने और बरेली में दरगाह आला हजरत के एक बेहद प्रतिष्ठित परिवार से संबंधित होने के बावजूद समुदाय के लोगों को भड़काने, कानून और व्यवस्था को बिगाड़ने में शामिल थे।
कोर्ट ने कहा था कि शक्ति का उपयोग करने वालों को सत्ता का प्रमुख एक धार्मिक व्यक्ति होना चाहिए, क्योंकि एक धार्मिक व्यक्ति का जीवन आनंद का नहीं, बल्कि त्याग और समर्पण का होता है। इस दौरान कोर्ट ने गोरखनाथ मंदिर के पीठाधीश्वर महंत बाबा योगी आदित्यनाथ को उदाहरण दिया था, जो वर्तमान में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री हैं। कोर्ट ने कहा था कि उपरोक्त अवधारणा को उन्होंने सच साबित किया है।
सोमवार, 18 मार्च 2024
पुलिस ने शिक्षक की हत्या की मूल्यांकन कार्य बंद शिक्षक हड़ताल पर
शिक्षक की गोली मारकर हत्या, आक्रोशित शिक्षकों ने बंद किया मूल्यांकन कार्य, धरना प्रदर्शन पर बैठे, ये हैं मांगें
शिक्षक संगठनों ने की घटना की निंदा और आरोपित के खिलाफ कार्रवाई की मांग।
लिखित आश्वासन पर अड़े हैं शिक्षक
दस करोड़ रुपये मुआवजा की मांग
वाराणसी-जनपद से यूपी बोर्ड की उत्तर पुस्तिकाओं के बंडल लेकर मुजफ्फरनगर आए राजकीय हाईस्कूल महगांव के शिक्षक धर्मेन्द्र कुमार की साथ आए सुरक्षाकर्मी ने गोली मारकर हत्या कर दी। शिक्षक संगठनों में घटना की निंदा की और आरोपित पुलिसकर्मी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। शिक्षकों ने यूपी बोर्ड परीक्षा का मूल्यांकन कार्य बंद कर दिया।
राजकीय शिक्षक संघ के मंडल अध्यक्ष डॉ. रणवीर सिंह ने बताया, इस घटना से शिक्षक दुखी हैं। धर्मेन्द्र कुमार अपने परिवार में आजीविका के एकमात्र सहारा थे। शासन-प्रशासन से मांग की जाती है कि दोषी के विरुद्ध कठोरतम कार्रवाई की जाए एवं मृतक धर्मेंद्र कुमार के परिवार को मुआवजा प्रदान किया जाए।
घटना के विरोध में जुटे शिक्षक
प्रधानाचार्य परिषद के अध्यक्ष विजय कुमार शर्मा ने भी घटना की निंदा की है। वहीं चौधरी छोटू राम इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य नरेश प्रताप सिंह ने कहा, इस प्रकार की घटना फिर न हो, इसके लिए सरकार को सख्त कदम उठाने चाहिए। घटना के विरोध में शिक्षकों ने मूल्यांकन कार्य बंद कर दिया है। चौधरी छोटू राम इंटर कॉलेज के सामने शिक्षकों ने घटना को लेकर आक्रोश जताया। आरोपित के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
संघी सरकार में पुलिस ने पुलिस को ले जाकर संघी आका पाची आसन सिखाया
संघ की हिन्दुवत्व की प्रयोगशाला मे नए- नए प्रयोग किए जा रहे हैं ताजा प्रयोग में संघ नियंत्रित और प्रशिक्षित सरकार ने अब अपने ही सशस्त्र बल के अधिकारी को पुलिस चौकी में ले जाकर संघी आका पाची आसन सिखा दिया।
महोबा के इंस्पेक्टर को प्रयागराज पुलिस ने चौकी में ले जाकर जमकर पीटा
नैनी थाना क्षेत्र से जहां मामूली विवाद में दरोगा और दो सिपाहियों ने महोबा के इंस्पेक्टर को जमकर पीट दिया। दरोगा और सिपाहियों की पिटाई से इंस्पेक्टर बुरी तरीके से घायल हो गए, जिन्हें परिजनों ने पास के स्वरूपरानी नेहरू चिकित्सालय में भर्ती कराया है। पूरा मामला एडीए पुलिस चौकी में शनिवार देर रात का बताया जा रहा है।
जानकारी के अनुसार एडीए कॉलोनी निवासी अवधेश मिश्रा महोबा जिले में इंस्पेक्टर के पद पर तैनात हैं। वह करीब 10 साल पहले नैनी एडीए चौकी के इंचार्ज रह चुके हैं। बताया जा रहा है कि शनिवार की देर रात वह खाना खाकर अपने घर के बाहर टहल रहे थे। उस दौरान उन्हे चक्कर आया और वह पुलिस चौकी के बगल एक चबूतरे पर बैठ गये। एडीेए चौकी पर तैनात दो सिपाहियों ने उनसे पूछताछ करना शुरु कर दिया।
सूत्रों के मुताबिक उन्होंने उनको गाली भी दी जिस पर इंस्पेक्टर ने विरोध किया तो सिपाहियों से उनका विवाद हो गया। जिसके बाद निरीक्षक को सिपाही चौकी लेकर पहुंचे और वहां मारपीट की। आरोप है कि चौकी पर रहे पुलिसकर्मी और चौकी इंचार्ज ने भी उनसे हथापाई की। इस दौरान हुई मारपीट में निरीक्षक को गंभीर चोट आ गईं। घटना के बाद जानकारी निरीक्षक के घरवालों को मिली तो वह भी भाग कर मौके पर पहुंचे और उन्हे शहर के स्वरूपरानी नेहरू चिकित्सालय में इलाज के लिए भर्ती करा दिया।
घटना पर अपना पक्ष रखते हुए घायल इंस्पेक्टर अवधेश कुमार मिश्रा ने बताया कि मेरे साथ जो घटना हुई है।
संघ के हिन्दुत्व राज मे भ्रष्टाचार नहीं - लेकिन कमीशन के लिए भाई- बहन की शादी करा कर भ्रष्टाचार समाप्त कर रहें हैं।
संघ के हिन्दुत्व राज मे भ्रष्टाचार नहीं - लेकिन कमीशन के लिए भाई- बहन की शादी करा कर भ्रष्टाचार समाप्त कर रहें हैं।
ज्ञातव्य है कि मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना प्रदेश में चल रही है और उसमें संघ के कुशल नेतृत्व में भ्रष्टाचार समाप्त करने के नए- नए प्रयोग चल रहे हैं जिसके तहत जनपद महाराज गंज में भाई बहन की शादी कुशल अधिकारीयों ने करा कर संघ की हिन्दुवत्व की प्रयोगशाला में सफलता प्राप्त कर इसरो से ऊंची उड़ान भर कर नया कीर्तिमान स्थापित कर विश्व में गुरुत्व का खिताब जीतने की दिशा में नया कदम उठाया है। लेकिन बुरा हो नेहरू के प्रेत का और कम्युनिस्टों के भूत का जिसने विश्व गुरू की खिताब को हासिल करने में बाधा डाली और प्रयोग का पंजीयन होने के पहले ही भाई- बहन की शादी का खुलासा करवा दिया है। इसलिए और खिसयानी बिल्ली अब बगैर विवाह विच्छेद के सारा सामान वापस ले लिया है और भाई को संघी प्रचारक बना कर चाय बेचने की ट्रेनिंग लेने के विश्व गुरू पैदा करने वाली ब्रह्म भूमि गुजरात के उस स्टेशन पर भेज दिया है उस स्टेशन का निर्माण होना प्रस्तावित ही नहीं है लेकिन चाय पीने के लिए लालायित यात्री चेन पुलिंग कर चाय का मजा ले रहे हैं। कई कंपनियां जिनका मुनाफा दस रुपए है उन्होंने बैंक एडवांस लेकर थोक में चाय खरीद ली है क्योंकि उन्हें वेटिंग प्रधानमंत्री को इग्नोर कर भावी प्रधानमंत्री की छवि नजर आ रही है। बुरा हो उनका जो पैंतीस हजार रुपए का अनुदान रुकवा रहे हैं।
जय हो! हम विश्व गुरू है।
शुक्रवार, 15 मार्च 2024
इलेक्टोरल' बॉन्ड दुनिया का सबसे बड़ा वसूली रैकेट', राहुल गांधी
''इलेक्टोरल'इलेक्टोरलइलेक्टोरल बॉन्ड दुनिया का सबसे बड़ा वसूली रैकेट', राहुल गांधी
राहुल ने कहा कि इसमें CBI, ED, IT से दबाव बनाकर वसूली की जाती है.
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने इलेक्टोरल बॉन्ड का डेटा जारी होने के बाद केंद्र सरकार पर निशाना साधा और इस स्कीम को दुनिया का सबसे बड़ा 'एक्सटॉर्शन रैकेट' (वसूली रैकेट) बताया. महाराष्ट्र के ठाणे में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए राहुल ने कहा कि इलेक्टोरल बॉन्ड स्कीम कंपनियों से हफ्ता लेने का तरीका है, कंपनियों से कॉन्ट्रैक्ट्स का शेयर लेने का तरीका और ये दुनिया का सबसे बड़ा स्कैम है.
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान राहुल ने ये भी कहा कि कुछ साल पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हिंदुस्तान के पॉलिटिकल फाइनेंस के सिस्टम को साफ करने की बात की थी और इलेक्टोरल बॉन्ड लेकर आए थे. लेकिन अब इलेक्टोरल बॉन्ड की सच्चाई देश के सामने है. उन्होंने कहा,
“नरेंद्र मोदी जी ने जो इलेक्टोरल बॉन्ड का कॉन्सेप्ट रखा है, वह दुनिया का सबसे बड़ा 'वसूली का रैकेट' है. ये दुनिया का सबसे बड़ा भ्रष्टाचार का तरीका है. इसमें CBI, ED, IT से दबाव बनाकर वसूली की जाती है.”
राहुल गांधी ने सरकार बदलने के बाद इलेक्टोरल बॉन्ड केस में कार्रवाई की गारंटी का वादा किया है. उन्होंने आगे कहा कि 'इलेक्टोरल बॉन्ड स्कैम' से जुड़े लोगों को सोचना चाहिए कि कभी न कभी BJP की सरकार बदलेगी और फिर कार्रवाई होगी.
केस के बाद बीजेपी को पैसा मिला- राहुल
राहुल के मुताबिक, पूरी कंपनी की लिस्ट अभी आई नहीं है, इसमें शेल कंपनियां भी हैं. उन्होंने दावा किया,
"कंपनी पर केस लगता (दर्ज होता) है, कुछ दिन बाद बीजेपी को पैसा मिलता है. हजारों करोड़ रुपये का कॉन्ट्रैक्ट मिलता है. इस कॉन्ट्रैक्ट का एक कट (हिस्सा) बीजेपी को डायरेक्ट मिलता है. तो ये प्रधानमंत्री का कॉन्सेप्ट है और दुनिया में सबसे बड़े भ्रष्टाचार का उदाहरण है."
हालांकि राहुल ने इस दौरान किसी कंपनी का नाम नहीं लिया. उनका ये बयान तब आया है, जब एक दिन पहले चुनाव आयोग ने अपनी वेबसाइट पर इलेक्टोरल बॉन्ड का डेटा जारी किया.
15 फरवरी को सुप्रीम कोर्ट ने इलेक्टोरल बॉन्ड को असंवैधानिक करार दिया था. साथ ही नए इलेक्टोरल बॉन्ड जारी करने पर रोक लगा दी गई थी. भारतीय स्टेट बैंक (SBI) को निर्देश दिया गया था कि वो बॉन्ड की खरीद-बिक्री का सारा डेटा चुनाव आयोग को उपलब्ध कराए. हालांकि एसबीआई ने चुनाव आयोग को पूरा डेटा नहीं दिया. बॉन्ड के यूनिक अल्फान्यूमेरिक नंबर सार्वजनिक नहीं किए गए हैं. इससे ये पता नहीं चल रहा है कि किस व्यक्ति/कंपनी का चंदा किस राजनीतिक दल के पास पहुंचा.
15 मार्च को सुप्रीम कोर्ट ने इसके लिए भी SBI को फटकार लगाई और कहा कि बैंक इलेक्टोरल बॉन्ड का यूनिक अल्फान्यूमेरिक नंबर भी जारी करे. एसबीआई को नोटिस जारी किया गया है. कोर्ट में अगली सुनवाई 18 मार्च को होगी.
शुक्रवार, 8 मार्च 2024
मोदी गैर हिंदू है - लालू प्रसाद यादव
लालू यादव का प्रधानमंत्री मोदी पर बड़ा खुलासा
3 मार्च को पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में महागठबंधन की रैली का आयोजन किया गया था. इस रैली में राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर बड़ा हमला बोला और उनका कोई परिवार नहीं होने को लेकर सवाल खड़े किए. लालू ने इसी मंच से प्रधानमंत्री को गैर हिंदू भी बताया और सवाल पूछा कि आखिर क्यों प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी माता के निधन के बाद बाल और दाढ़ी नहीं कटवाए.
गुरुवार, 7 मार्च 2024
जज अभिजीत गंगोपाध्याय नौकरी छोड़ कर भाजपा से चुनाव लडेगे - न्याय सिर्फ भाजपा को
आज हम बात करेंगे कोलकाता हाई कोर्ट के एक जज अभिजीत गंगोपाध्याय को लेकर जब अपने नौकरी के पांच माह पहले इस्तीफा देकर भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गया इस अवसर पर उन्होंने यह भी कहा कि हम भाजपा के संपर्क में थे और भाजपा भी हमसे हमारे संपर्क में थी एक ऐसा जज जो न्याय की कुर्सी पर बैठकर सत्ता पक्ष से डील कर रहा हो यह बात गंगोपाध्याय ने ईमानदारी से स्वीकार किया और कहां कि हम हिंदू हैं इसलिए भारतीय जनता पार्टी ज्वाइन कर रहा हूं कम्युनिस्ट पार्टी में इसलिए नहीं गए कि वहां लोग नास्तिक होते हैं जबकि हम आस्तिक हैं वैसे देखा जाए तो इससे पहले भी कुछ जजों ने रिटायर्ड के बाद पार्टी ज्वाइन किया है और एक मुख्य न्यायाधीश ने तो राष्ट्रपति का चुनाव भी लड़ा है लेकिन अभिजीत गंगोपाध्याय ने अपने कार्यकाल में त्रिमूल कांग्रेस को अपने फैसले से कितना परेशान किया है यह बात खुद वह बयान कर रहा है सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज जस्टिस दीपक गुप्ता ने कहा कि जजों को किसी भी पार्टी में नहीं जाना चाहिए उन्होंने यह भी कहा कि सत्ता हमेशा चाहती है कि हमारा न्यायपालिका पर पर कब्जा रहे अब सवाल खड़ा होता है कि इस तरह की मानसिकता के जज संवैधानिक पदों पर बैठे रहेंगे तो आम आदमी को न्याय कैसे मिलेगा अब तो लोग पूछना शुरू कर दिया है कि यह जज किस पार्टी का है किस पार्टी के नेता को पकड़ा जाए की हमारे पक्ष में फैसला आ जाए मुझे लगता है कि वैसे ही आदिवासी दलित पिछड़ा अल्पसंख्यक यानी वंचित तबका को न्याय नहीं मिलता था अब तो इस घटना से और संकट दिख रहा है
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