शुक्रवार, 9 सितंबर 2016

दिमाग में जहर

अगर मोदी दिल्ली से मुंबई का रेल टिकिट 25 हज़ार का भी कर दे
तब भी एक भी भक्त मूँह नही खोलेगा
भक्तों के अनुसार

मोदी की हार मतलब मुल्लों और कम्युनिस्टों की जीत

और ये बात भक्तगण कभी सहन नहीं कर सकते

ठीक इसी तरह हिटलर ने भी यहूदियों और कम्युनिस्टों का डर दिखा कर सत्ता अपने हाथ मे ले ली थी

फिर हिटलर ने सवा करोड़ लोगों का कत्ल किया ,

लेकिन उसके भी किसी भक्त ने विरोध नही किया था

सत्ता पाने के लिये ठीक वही तरीका संघ ने भारत मे अपनाया है

हर चुनाव से पहले संघ दंगा करता है और फिर मुसलमानों और पाकिस्तान का हव्वा खड़ा करके चुनाव जीतता है

और देखिये डरे हुए लोग मोदी की लात भी खा रहे हैं और गुणगान भी कर रहे है

नौकरी मिले ना मिले , दाल चाहे 2OO रु किलो मिले , पर मुसलमानों और पाकिस्तान को नीचा दिखा दो
लोकसंघर्ष की ओर से ----सौ  जूते  रोज मारो लेकिन पाकिस्तान  को बर्बाद  कर दो
क्या शातिर दिमाग पाया है , क्या चाल खेली है ?

पूरी पीढ़ी को बर्बाद कर दिया नफरत के खेल मे
---हिमांशु कुमार

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