बाराबंकी। सरकार किसानों की आय दोगुना कर रही है, वहीं भूसा आठ रूपये किलो है और धान नौ रूपये किलो बिक रहा है । मोदी और योगी किसानों व मजदूरों को उनके तथाकथित विकास के नाम पर आत्महत्या के लिए मजबूर कर रही है।
आल इण्डिया किसान सभा द्वारा निकाले गये प्रदर्शन को सम्बोधित करते हुए किसान सभा के प्रदेश उपाध्यक्ष रणधीर सिंह सुमन ने कहा कि किसानों को राष्ट्रीय मार्ग पर निकलने से रोकने के लिए सरकार ने सड़कें खोद डाली है, और जगह-जगह पानी की बौछार किसानों पर कर रही है।
किसान सभा के जिलाध्यक्ष विनय कुमार सिंह ने कहा कि किसानों का संघर्ष जारी रहेगा चाहे उसके लिए जो भी कुरबानी देनी पड़े, किसान सभा के उपाध्यक्ष प्रवीण कुमार ने कहा कि जनपद में किसानों के धान तौले नहीं जा रहे हैं जिसमें जिला प्रशासन और बड़े व्यापारियों की सांठगांठ है। वही भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के जिला सचिव बृजमोहन वर्मा ने कहा कि पार्टी किसान संघर्ष के लिए हमेशा मदद करती रही है और आगे भी जारी रहेगी पार्टी के सह सचिव शिव दर्शन वर्मा ने कहा कि यह ऐसी सरकार है कि बुआई के समय खाद का संकट, कीटनाशक दवाईयों का संकट और जब फसल तैयार हो तो उसका कोई खरीददार नहीं होता है और किसान बरबाद हो जाता है।
किसान सभा का जुलूस डाॅ0 कौसर हुसैन के नेतृत्व में छाया चैराहे से होते हुए जिलाधिकारी कार्यालय तक गया जहां राष्ट्रपति के नाम सम्बोधित ज्ञापन सौंपा गया, प्रदर्शनकारियों में प्रमुख लोग अंशू लता मिश्रा, नैमिष कुमार सिंह, नीरज वर्मा, स्वप्निल वर्मा, आर्यन वर्मा, मुकेश वर्मा, निर्मल वर्मा, सचिन वर्मा, सुरेश यादव, दलसिंगार, राजकुमार, राम नरेश, राजेश सिंह, आशीष तिवारी, महेन्द्र यादव, प्रतीक शुक्ला आदि लोग रहे।
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