रविवार, 21 मार्च 2021

मोदी सरकार से मुक्ति दिलाना ही असली देशभक्ति है- रणधीर सिंह सुमन

मोदी सरकार से मुक्ति दिलाना ही असली देशभक्ति है. दिल्ली बॉर्डर पर सैकड़ों किसानों की मृत्यु हो चुकी है. ऐसी कसाई सरकार इस देश में कभी नहीं रही है. अंग्रेजों के जुल्मों को इस सरकार ने पीछे छोड़ दिया है.

  यह बात किसान सभा के प्रांतीय उपाध्यक्ष रणधीर सिंह सुमन ने मोहम्मदपुर गाँव में किसानों की श्रद्धांजलि सभा को संबोधित करते हुए कहा कि ईस्ट इंडिया कंपनी, पुर्तगाली, फ़्रांसिसी व डच उपनिवेशकों ने ऐसे अत्याचार किसानों के ऊपर नहीं किये हैं जितना यह सरकार कर रही है. किसान आन्दोलन के कारण पांच राज्यों में हो रहे विधानसभा के चुनावों में संघी गिरोह पूरी तरह से चुनाव हार जायेगा.   

 संयुक्त किसान मोर्चा के नेता यादवेन्द्र प्रताप सिंह एडवोकेट ने किसानों से अपील की कि पंचायत चुनाव में कमल छाप समर्थक कोई भी व्यक्ति चुनाव नहीं जीतना चाहिए यही किसानों की सच्ची श्रद्धांजलि होगी. 
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के जिला सचिव कामरेड बृजमोहन वर्मा ने कहा कि उनकी पार्टी गाँव-गाँव किसान आन्दोलन के समर्थन में किसानों को जागरूक करेगी. वहीँ, किसान सभा के उपाध्यक्ष प्रवीण कुमार ने कहा कि किसानों से हर गाँव से दिल्ली बॉर्डर पर पांच-पांच किसान भेजकर किसान आन्दोलन का समर्थन करना चाहिए.
किसान सभा के जिला अध्यक्ष विनय कुमार सिंह ने कहा कि वह किसान आन्दोलन के लिए जान भी दे सकते हैं और आखिरी सांस तक किसानों की समस्याओं को हल करने के लिए आन्दोलनरत रहेंगे. वहीँ,सामाजिक कार्यकर्ता व क्षेत्र में जनप्रिय मौलाना मेराज अहमद कमर ने कहा कि चाँद पूरी दुनिया को रौशनी देता है लेकिन एक स्तिथि ऐसी आती है कि चाँद नहीं निकलता है सितारे जुगनू की तरह से चमकते हैं. आज देश में सितारे जुगनू की तरह चमक रहे हैं जो किसी का भला नही कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि वह दिल्ली में किसानों के समर्थन में एक माह विभिन्न आन्दोलन स्थलों पर रहकर आये हैं, किसानों का उत्साह बढ़ाने की जरूरत है.  


श्रद्धांजलि सभा का संचालन डॉ अलाउद्दीन ने किया, अध्यक्षता मौलाना मेराज अहमद कमर ने की. सभा में अधिवक्ता श्याम सिंह, मुनेश्वर बक्श, कमरुद्दीन अंसारी, जसीम अंसारी, कमलेश मौर्या, रेहान मलिक, अली काजिम खान, हमीदुल्लाह शेख, मौलाना गयासुद्दीन फलाही, डॉ रईस सिद्दीकी, राम खेलावन यादव पूर्व प्रधान, जगदीश मौर्या पूर्व प्रधान, अय्यूब अंसारी प्रधान, मोहम्मद सलीम, चन्द्रिका प्रसाद यादव पूर्व प्रमुख, लईक पूर्व प्रधान सहित सैकड़ों लोग मौजूद थे.

1 टिप्पणी:

डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' ने कहा…

वाह...बहुत खूब।
नक्कारखानें में तूती की आवाज।

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