गुरुवार, 15 दिसंबर 2022

चूल्हा है ठण्डा बड़ा और पेट में आग है गरमा गरम रोटी कितना हसीं ख्वाब है

सूरज जरा आ पास आ आज सपनो की रोटी पकाएंगे हम ऑय आस्मा तू बड़ा मेहरबा आज तुझको भी दावत खिलायेंगे हम सूरज जरा आ पास आ आज सपनो की रोटी पकाएंगे हम ऑय आस्मा तू बड़ा मेहरबा आज तुझको भी दावत खिलायेंगे हम सूरज जरा पास आ चूल्हा है ठण्डा बड़ा और पेट में आग है गरमा गरम रोटी कितना हसीं ख्वाब है चूल्हा है ठण्डा बड़ा और पेट में आग है
गरमा गरम रोटी कितना हसीं ख्वाब है सूरज जरा आ पास आ आज सपनो की रोटी पकाएंगे हम ऑय आस्मा तू बड़ा मेहरबा आज तुझको भी दावत खिलायेंगे हम सूरज जरा पास आ आलू टमाटर का साग इमली की चटनी बने रोटी करारी सीके घी उसपे असली लगे आलू टमाटर का साग इमली की चटनी बने रोटी करारी सीके घी उसपे असली लगे सूरज जरा आ पास आ आज सपनो की रोटी पकाएंगे हम ऑय आस्मा तू बड़ा मेहरबा आज तुझको भी दावत खिलायेंगे हम सूरज जरा पास आ बैठे कही चौ में ा आज पिकनिक सही ऐसी ही दिन की सदा हमको तमन्ना रही बैठे कही चौ में ा आज पिकनिक सही ऐसी ही दिन की सदा हमको तमन्ना रही सूरज जरा आ पास आ आज सपनो की रोटी पकाएंगे हम ऑय आस्मा तू बड़ा मेहरबा आज तुझको भी दावत खिलायेंगे हम सूरज जरा पास आ. -शंकर शैलेंद्र

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