मंगलवार, 8 अक्तूबर 2024
ईश्वर, अल्लाह, गॉड जैसी कोई शक्ति नहीं:धर्मग्रंथों में जिनका वर्णन कर रखा-आई पी एस किशन सहाय
ईश्वर, अल्लाह, गॉड जैसी कोई शक्ति नहीं:धर्मग्रंथों में जिनका वर्णन कर रखा, वह कल्पना मात्र की बातें; देश विज्ञान-तकनीक में पिछड़ा है
जयपुर के पुलिस मुख्यालय में तैनात आईजी मानवाधिकार किशन सहाय (आईपीएस) ने सभी धर्मों के भगवान/ईश्वर पर टिप्पणी करते हुए कहा- ईश्वर, अल्लाह, गॉड जैसी कोई शक्ति न कभी थी, न होती है। अगर इनसे हमें हिम्मत मिलती है तो यह केवल हमारा भ्रम मात्र है। धर्म ग्रंथों में जिनका भी वर्णन कर रखा है, वह कल्पना मात्र की बातें हैं।
आईपीएस किशन सहाय ने कहा- भारत में 98 प्रतिशत जनसंख्या धार्मिक दृष्टिकोण की है। विभिन्न धर्मों जैसे हिंदू, इस्लाम, बौद्ध, जैन, पारसी हैं। कुछ-कुछ यहूदी भी हैं। विश्व के लगभग सभी धर्म यहां पर मौजूद हैं। हर धर्म की सुप्रीम पावर यहां पर है। लेकिन इसके बाद भी अपना देश विज्ञान और तकनीक में काफी पिछड़ा हुआ है। यानी कमजोर देश के रूप में ही है। हमारे युवा भी बेरोजगारी झेल रहे हैं, क्योंकि हमारे रोजगार तो बाहर चले जाते हैं।
धार्मिक दृष्टिकोण के देश पिछड़ रहे उन्होंने कहा- साइंस टेक्नोलॉजी में पीछे रहने की वजह से और वर्तमान में हम देख रहे हैं कि जो देश धार्मिक दृष्टिकोण के हैं, वो पिछड़ रहे हैं। इजरायल और हमास के युद्ध का उदाहरण लें। हमास में इस्लामिक देश उनके साथ में हैं। यानी अल्लाह उनके साथ हो रहा है। इजराइल अमेरिका के साथ मिलकर विज्ञान और तकनीकी का इस्तेमाल करके जीत रहा है। अल्लाह कोई मदद नहीं कर पा रहा है।
भारत को गुलामी से बचाने के लिए भगवान मदद नहीं कर पाया IPS किशन सहाय ने कहा- इसी प्रकार भारत ने पहले गुलामी झेली थी, उस दौरान अरब, तुर्क और मुगल आए। यहां का भगवान कोई मदद नहीं कर पाए। गुलामी को नहीं बचा पाए। उसके बाद जब अंग्रेज आए तो उस दौरान भगवान के साथ-साथ हमारे साथ अल्लाह भी गुलामी को नहीं बचा सके। इतिहास से भी सीख सकते हैं कि ऐसी किसी शक्ति ने कभी हमारी मदद नहीं की।
जो तकनीक और हथियार में अच्छे वो आगे बढ़ रहे उन्होंने कहा- भगवान ने कभी किसी देश को गुलाम होने से नहीं बचाया है। जिन देशों के पास तकनीक और हथियार अच्छे थे, वही देश आगे बढ़ रहे हैं। इसका मतलब है कि ईश्वर, अल्लाह, गॉड,जैसी कोई शक्ति न कभी थी, न होती है। अगर इनसे हमें हिम्मत मिलती है तो यह केवल हमारा भ्रम मात्र है।
किशन सहाय ने कहा- धर्मग्रंथों में जिनका भी वर्णन कर रखा है, वह कल्पना मात्र की बाते हैं। तब विज्ञान की खोज नहीं हुई थी। लेकिन अब लोग जागरूक हो गए हैं। देश को आगे बढ़ाना है तो वैज्ञानिक दृष्टिकोण अपनाना होगा। वर्तमान में वही देश आगे बढ़ रहे हैं, जो विज्ञान और तकनीक पर काम कर रहे हैं। चीन में 90 प्रतिशत लोग भगवान को नहीं मानते, लेकिन देश प्रगति कर रहा है। भारत में 98% लोग धार्मिक हैं, इन्हें आगे बढ़ना चाहिए। अपने बच्चे बेरोजगार घूम रहे हैं, विज्ञान में पिछड़ रहे हैं।
देश ने गुलामी झेली है। किसी ईश्वर, अल्लाह, गॉड ने कोई मदद नहीं की। देश को सही दिशा देनी है तो सभी लोग इस देश को विज्ञानवाद में लाने का प्रयास करें। वैज्ञानिक दृष्टिकोण विकसित करें। जो देश विज्ञानवाद को बढ़ावा दे रहे हैं। वो आगे बढ़ रहे हैं।
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