गुरुवार, 5 दिसंबर 2024
पिनराई विजयन माकपा के महासचिव होगें?
पिनराई विजयन माकपा के महासचिव होगें?
भारत की कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी के महासचिव सर्वमान्य नेता सीताराम येचुरी के अचानक निधन के पश्चात पार्टी में महाभारत छिड गया है और कोई अंतरिम महासचिव तय नहीं हो पाया जिस कारण पूर्व महासचिव प्रकाश करात को समयक संयोजक चुना गया है।
जानकारों का कहना है कि पिनराई विजयन जो केरल के मुख्यमंत्री है उनका महासचिव बनना तय है लेकिन असफल पूर्व महासचिव प्रकाश करात उनके मार्ग में बाधक बने हुए। पार्टी के एक जिम्मेदार व्यक्ति ने बताया कि प्रकाश करात चाहते हैं कि उनका कठपुतली महासचिव बन जाए जिससे वह पर्दे के पीछे से पार्टी का संचालन मनमाफिक तरीके से कर सके। कम्युनिस्ट पार्टियों में यह भी परम्परा है कि राज्यों में किन्तु जनाधार लिपिकीय बडे़ नेता कठपुतली राज्य सचिव बनवाते है। अब यही प्रयोग भारत की कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी में राष्ट्रीय महासचिव पद पर प्रकाश करात की लाबी कर रही है।
वैसे केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन छात्र संघ की गतिविधियों के माध्यम से राजनीति में प्रवेश किया और अंततः कम्युनिस्ट पार्टी 1964 में गए शामिल हो. वह था और केरल संघ KSF (छात्र) के सचिव और भी केरल राज्य फेडरेशन KSYF (यूथ) के अध्यक्ष के रूप में कार्य किया। केरल राज्य सहकारी बैंक के अध्यक्ष चुने. वह केरल विधानसभा 1970 में चुने गए है। वह फिर से 1977, 1991 और 1996 में चुने गए थे। ई के नयनार के मंत्रालय में 1996 से 1998 तक बिजली और सहकारी विभाग के मंत्री के रूप में कार्य किया . 2002 सीपीआई एम के पोलित ब्यूरो के लिए चुने गए।
सूत्रों के अनुसार प्रकाश करात सुप्रसिद्ध कम्युनिस्ट नेता हरकिशन सिंह सुरजीत के बाद महासचिव बने थे और पार्टी का बेड़ा गर्ग करने में महत्वपूर्ण स्थान था। जिसका खामियाजा पार्टी अब भुगत रही है।
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