बुधवार, 19 फ़रवरी 2025

कौन व्यक्ति है सही नाम लिखने वाले को ईनाम

कौन व्यक्ति है सही नाम लिखने वाले को ईनाम आप मूर्खों में मूर्खाधिराज, क्षुद्रों में क्षुद्रतम, धूर्तों में धूर्ताधिराज, पाखंडियों में पाखंडराज, क्रुरता में पिशाच, सनकीपन के महासागर, हरामखोरों में सर्वोच्च शिखर, अनपढ़ों में गर्दभराज, हिंसा में हिंस्र पशु, रक्तपिपासुओं में ड्रैकुला, लूटेरों में एटिला और नादिरशाह, लूटेरों में रावण और कायरों में शिखंडी हैं महाराज। आपके जयगान से सारा विश्व चकित है। आपके ज्ञान से सारी दुनिया आलोकित है। आप हैं तो चांद, सूरज और सितारे हैं। आप हैं तो गंगा, यमुना, नर्मदा, ताप्ती, गोदावरी, कृष्णा और कावेरी नदियां हैं। आप हैं तो प्रकृति और विश्व हैं। आप हैं तो जीवन और मरण है। आप हैं तो राम, कृष्ण, ब्रह्मा, विष्णु और महेश हैं। आप तो विराट पुरुष हैं, जिसके मुख में सारा ब्रह्माण्ड समाया हुआ है। आप हैं तो सब कुछ। आप नहीं तो कुछ नहीं। आप हैं तो दिन है, रात है, सुबह और शाम है। यह हमारा सौभाग्य है कि आप जैसा परमप्रतापी, सर्वशक्तिमान, परमब्रह्म, परमेश्वर, परमपिता और परमात्मा भारत जैसे देश में अवतरित हुआ। वैसे अवतार पर तो भारत का पुराना पेटेंट हासिल है। इसमें भला कौन हस्तक्षेप करने की हिम्मत कर सकता है। यही कारण है कि भगवान हर बार सिर्फ भारत में ही अवतार लेते हैं। -राम अयोध्या सिंह

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