बुधवार, 18 जून 2025
इजराइल और अंधभक्त - अमरीका का भी वजूद मिट सकता है
इस बात की आशंका अब काफ़ी बढ़ गई है कि अमेरिका शायद आज रात को इजरायल के साथ मिलकर ईरान पर हमला कर दे!
जवाब में ईरान ने हॉर्मूज को बंद करने और वहां माइन्स लगाने की धमकी दी है.
रूस अभी यूक्रेन के मोर्चे पर फंसा है, इसलिए रूसी विदेश मंत्रालय का कहना है कि वह चीन के मार्फत ईरान को मदद पहुंचाएगा.
चीन के 2 कार्गो प्लेन कल तेहरान उतरे थे. वह भी हालात पर नजर बनाए हुए है.
ईरान ने कहा है कि अगर अमेरिका ने उस पर हमले की कोशिश की, तो डिएगो गार्सिया समेत उसके 52 ठिकानों से 50 हजार लाशें ताबूत में जाएंगी!
कल G7 के नॉन मेंबर देशों के प्रमुखों के चेहरे पर वैश्विक मंदी और तीसरे विश्व युद्ध की चिंता साफ दिख रही थी.
लेकिन मोदीजी बेफिक्र थे. जबरन ठहाका लगा रहे थे.
हाल यह है कि तीसरे विश्व युद्ध में अब बस, एक छोटे से ट्रिगर की देर है. वो क्या, कैसे होगा–कोई नहीं जानता.
क्योंकि अमेरिका और इजरायल दोनों का मकसद ईरान में सत्ता परिवर्तन है.
फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रॉ ने कहा है कि--
ईरान में सत्ता परिवर्तन की कोई भी कोशिश ऐतिहासिक भूल होगी.
सऊदी अरब ने भी यही बात दोहराई है.
जंग को खींचना कोई नहीं चाहता, सिवाय अमेरिका और इजरायल के.
तीसरा विश्व युद्ध भी कोई नहीं चाहता.
अब दुनिया का बचना ट्रंप के हाथ है.
ईश्वर उन्हें सद्बुद्धि दें!!
Mr Soumitra Roy
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें