बुधवार, 23 जुलाई 2025

चाटुकारिता पद तो दिला सकती है मगर रुसवाई की माला पहनाकर।

यह भी चले गए,कोई अच्छा काम करके नही गए हैं । इन्हें कैसे याद किया जाएगा,वह उनके इस्तीफे के हालात से ही पता चल जाता है। अब न सत्तापक्ष उन्हें इज़्ज़त देगा और विपक्ष तो ख़ैर काहे ही देगा, जब कोई काम कायदे से नही किया । चाटुकारिता पद तो दिला सकती है मगर रुसवाई की माला पहनाकर। यह हाल हर उसका होगा,जो किसी लालच या भय से उधर खड़ा है। मैंने सैकड़ों पोस्ट पढ़े,कोई उन्हें इज़्ज़त से याद नही कर रहा है । सत्तापक्ष के ही लोग कमसेकम इज़्ज़त दे देते । उनकी हाँ में हाँ मिलाने के लिए इन्होंने अपने पद की गरिमा को धूमिल किया मगर अब क्या हासिल है? यह इस्तीफा उनके स्वास्थ्य खराबी की वजह से नही हुआ,बल्कि सरकार का स्वास्थ्य ख़राब है, इसलिए कराया गया है। इनकी जगह कहिये कोई आरिफ़ एम खान,कोई शशि थरूर,कोई गुलाम नबी ले ले । मगर इससे होगा क्या,जब किसी को अपनी रीढ़ रखनी ही नही है ? पद का मान सम्मान रखना ही नही है । तो ऐसे इस्तीफे ज़रुर होंगे । जब यह चले जाएंगे तब भी इनकी इज़्ज़त नही होगी ।।इनके अपने लोग ही इन्हें ज़लील करेंगे,विरोधी क्या ही कहेंगे । एक बात समझनी चाहिए, देश और उसका आईन बहुत बड़ा है । सैकड़ो लोग आएंगे जाएंगे मगर यह कानून की किताब और इसकी इज़्ज़त बनी रहेगी । जो भी इससे खिलवाड़ करेगा,वह अपनी इज़्ज़त से हाथ धो बैठेगा । अभी महीना भर पहले यही भाई साहब देश के विधान से सेक्युलर और समाजवाद जैसे शब्दों को निकालने की बात कर रहे थे ।अब खुद ही अपने पद से निकल गए । यहीं से पद, इज़्ज़त सब गवा बैठे । धनकड़ के जाने का कोई दुख नही,अब तो देखना है इनसे भी गया गुज़रा कौन आता है । कोई भी काम अगर जनता या उस किताब के हित में किया होता,जिसकी शपथ ली थी,तब भी अफ़सोस होता मगर अफसोस यह साहब कुछ न कर सके । मेरी तरफ से इनके जाने पर केवल एक ही प्रतिक्रिया है । जिसने भी देश की किताब के साथ खिलवाड़ किया,उसे ऐसे जाना होगा । चाटुकारिता रुसवाई को दावत देती है । बदनामी के लिए रेड कारपेट बिछाती है । काश,आपने कुछ बेहतर किया होता । कोई नज़ीर कायम की होती,तो आज अकेले,सन्नाटे में यूं इस्तीफा न देना पड़ता। आप सबसे यही निवेदन है कि देश की उस किताब की इज़्ज़त करो,जिसमें देश के क़ायदे को पैबस्त करने में हमारे बुज़ुर्गों ने त्याग किया । सम्मान अर्जित करो,जो इनके जैसा जीवन जीकर नही मिलेगा । इतिहास में आप भी दर्ज हुए यह बताने के लिए कि हमें ऐसा नही करना है । #hashtag #हैशटैग -- Raunaque J. Ansari

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