शनिवार, 2 अगस्त 2025
कम्युनिस्ट नेता सैय्यद नासिर हसन
#_सैय्यद_नासिर_हसन
2 अगस्त 1928 यौमे पैदाइश
देशद्रोह के आरोप में ब्रिटिश सरकार द्वारा हिरासत में लिए गये आज़ाद हिंद फ़ौज के सैनिकों की रिहाई की मांग को लेकर छात्र आंदोलन का नेतृत्व करने वाले सैय्यद नासिर हसन का जन्म 2 अगस्त 1928 को आंध्र प्रदेश के हैदराबाद में एक स्वतंत्रता सेनानी परिवार में हुआ था, उनके पिता सैय्यद आलम बरदार और माँ ज़ोहरा थीं, हसन की नानी फ़करुल हाजिया हसन एक प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी थीं, उनके मामा आबिद हसन सफ़रानी, बदरुल हसन, प्रो. जाफ़र हसन ने भी भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में सक्रिय भूमिका निभाई थी,
हैदराबाद के सिटी कॉलेज में पढ़ाई के दौरान नासिर ने 1946 में छात्र आंदोलन में प्रवेश किया, जिसमें ब्रिटिश सरकार द्वारा हिरासत में लिए गये आज़ाद हिंद फ़ौज के सैनिकों की रिहाई की मांग की गई थी, नासिर ने 1947 में स्वतंत्रता के बाद निज़ाम राज्य के भारतीय संघ में विलय की मांग का भी समर्थन किया, उन्होंने इस आंदोलन में सक्रिय रूप से भाग लिया, उन्होंने छात्रों का नेतृत्व किया, जिन्होंने हैदराबाद राज्य कांग्रेस के अध्यक्ष के घर का घेराव किया और उनसे निज़ाम सरकार पर विलय के लिए दबाव बनाने की मांग की, जब निज़ाम पुलिस ने नलगोंडा जिले के सूर्यपेट में विलय समर्थक आंदोलन के कार्यकर्ताओं पर दमनात्मक हमले किये, तो नासिर ने सितम्बर 1946 में दमन के खिलाफ़ आंदोलन का नेतृत्व किया,
भारत को आज़ादी मिलने के बाद नासिर साम्यवाद की ओर आकर्षित हुए, वे प्रगतिशील लेखक सज्जाद ज़हीर के निमंत्रण पर पाकिस्तान गये, उन्होंने किसानों और मज़दूरों की ओर से पाकिस्तान में जन आंदोलन का नेतृत्व किया, वे कम्युनिस्ट पार्टी, सिंध प्रांतीय शाखा के सचिव के पद तक पहुँचे, नासिर की जन-समर्थक गतिविधियों से नाराज़ पाकिस्तान की सैन्य सरकार ने उन्हें दो साल के लिए निर्वासित कर दिया और उससे पहले उन्हें लगभग चार साल तक नज़रबंद रखा, निर्वासन की अवधि के दौरान, वे हैदराबाद पहुँचे और अपने माता-पिता के साथ समय बिताया, उस दौरान, वे परिवार को होने वाली परेशानियों से बचाने के लिए प्रचार से दूर रहे और निर्वासन की अवधि समाप्त होने के बाद पाकिस्तान लौट आये, बाद में पाकिस्तान की सैन्य सरकार ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया और लाहौर किले की जेल में बंद कर दिया, और वहीं 13 नवम्बर 1960 को सैय्यद नासिर हसन को जहर देकर मार दिया गया,
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