रविवार, 5 अक्टूबर 2025

झूठ का पूजन हुआ - सोम ठाकुर

झूठ का पूजन हुआ - सोम ठाकुर आज के राजनीतिक दौर में प्रासंगिक कविता है भेडियों को आइना दिखाती कविता है।

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