लो क सं घ र्ष !
लोकसंघर्ष पत्रिका
गुरुवार, 30 अप्रैल 2009
और जूता चल गया ..
बूट
डासन
ने
बनाया
मैंने
मजंमू
लिख
दिया
मुल्क
में
मजंमू
न
फैला
और
जूता
चल
गया।
पुरानी कविता
1 टिप्पणी:
Udan Tashtari
ने कहा…
अब तो चल निकला है..
30 अप्रैल 2009 को 7:32 pm बजे
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1 टिप्पणी:
अब तो चल निकला है..
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